Hanuman Chalisa Choupai सभी रोगों और कष्टों से मुक्ति पाए | हनुमान चालीसा की प्रसिद्ध चौपाई द्वारा |

By | October 2, 2017

कलियुए में हनुमान जी ऐसे देव है जो बहुत जल्द प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर अपनी कृपा दिखाते है | तुलसीदास जी द्वारा लिखित काव्यात्मक कृति ” हनुमान चालीसा ” का जाप सभी मंत्रो के जाप से कई गुना बढ़कर बताया गया है | Hanuman Chalisa Choupai  कोई भी जातक यदि सच्चे मन से हनुमान जी से  जुड़ता है तो उसके सभी संकट शीघ्र ही दूर हो जाते है |

सभी भक्तजन अपने – अपने सामर्थ्य और श्रद्धा अनुसार हनुमान जी को प्रसन्न करने का प्रयास करते है | जिसमें कुछ भक्तजन प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करते है तो कुछ बजरंग बाण का पाठ करते है | और कुछ सुन्दर काण्ड का पाठ भी करते है | इसके अतिरिक्त मंगलवार को व्रत भी रखते है और हनुमान जी को चोला चढाते है | और इसके साथ -साथ कुछ भक्त मंत्र साधना द्वारा कठिन भक्ति भी करते है |

इस प्रकार भिन्न -भिन्न पूजा विधि से सभी भक्तजन हनुमान जी खुश करने का प्रयास करते है | इन सब में हनुमान चालीसा का पाठ करना विशेष रूप से फलदायी माना गया है | जो भक्त नियमित रूप से सुबह और शाम हनुमान चालीसा का पाठ करते है उनका सम्पूर्ण जीवन सुखमय होता है |

हनुमान चालीसा की प्रत्येक चौपाई मंत्र का कार्य करती है | यदि कोई भक्त सम्पूर्ण हनुमान चालीसा का पाठ न करके सिर्फ कुछ चौपाई का गुणगान करता है तब भी हनुमान जी की कृपा आने लगती है |

Hanuman Chalisa ki prasiddh Choupai

आज हम आपको हनुमान चालीसा की कुछ ऐसी चौपाइयों के विषय में बता रहे है जिनके उच्चारण से  मानव अपने समस्त कष्टों से मुक्ति पा सकता है | तो आइये जानते है हनुमान चालीसा की इन चौपाइयों की महिमा :-

रोग निवारण चौपाई/Hanuman Chalisa Choupai :- 

कभी – कभी मनुष्य ऐसे रोग व बीमारी से ग्रस्त हो जाता है जो सभी उपाय व उपचार लेने के बाद भी शरीर से जाने का नाम नही लेता | ऐसे  व्यक्ति में जीने की इच्छा ही समाप्त होने लगती है | ऐसा व्यक्ति यदि हनुमान जी को अपना सबकुछ मान कर नीचे दी गयी चौपाई का प्रतिदिन जाप करें तो जीवन में चमत्कार होने लगता है और औषधि अपना असर दिखाने लगाती है | और व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ होने लगता है |

|| नासै रोग हरै सब पीरा , जपत निरंतर हनुमत वीरा || 

इस चौपाई के नियमित जाप से असाध्य से असाध्य रोग भी हनुमान जी कृपा से ठीक होने लगते है | रोग से पीड़ित व्यक्ति को हनुमान जी की नियमित रूप से पूजा करते हुए इस चौपाई का दिन में जब भी समय मिले धीमे स्वर में हनुमान जी का ध्यान करते हुए गुन -गुनाना चाहिए |

शत्रुओं से मुक्ति के लिए : – 

कलियुग के समय में एक व्यक्ति दुसरे व्यक्ति को देखकर खुश नही है | दुसरे व्यक्ति से जलन व हीन भावना शत्रुता को जन्म देती है इसीलिए  यह जरुरी नही कि शत्रु आपकी किसी गलती की वजह से या किसी ठोस कारण से ही बने | ऐसे में शत्रु का पता भी तब लगता है जब वे आपको  किसी प्रकार का अहित पहुचाने लगते है | इस चौपाई के नियमित जाप से शत्रु अपने आप परास्त होने लगते है और उनसे आपको कोई भय नही रहता |  ♣ किस प्रकार करें हनुमान जी की पूजा ? जानिए सरल व संशिप्त विधि ♣

|| भीम रूप धरि असुर संहारे , रामचन्द्रजी के काज सँवारे ||

Hanuman Chalisa Choupai हनुमान चालीसा की इस चौपाई का सुबह -शाम कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए |इस चौपाई के चमत्कारिक प्रभाव से शत्रुओं से मुक्ति के साथ -साथ रुके हुए कार्य भी पूर्ण होने लगते है |

hanuman chalisa choupai

धन और विद्या प्राप्ति हेतु :- 

आर्थिक समस्या के समय यदि कोई व्यक्ति इस चौपाई का जाप करता है तो हनुमान जी अवश्य ही उसकी सहायता करते है | इस चौपाई के नियमित जाप से घर में धन संबंधी रुकवाटे दूर होती है | इसके साथ ही विद्या प्राप्ति हेतु भी इस चौपाई का जाप किया जा सकता है |

|| विद्यावान गुनी अति चातुर , राम काज करिबे को आतुर || 

इस चौपाई के भी प्रतिदिन कम से कम 108 बार पूजा के समय जाप करने चाहिए | इसके अतिरिक्त जब भी समय मिले  मन ही मन इस चौपाई को गुन -गुनाया जा सकता है |

डर और भय से मुक्ति के लिए : – 

किसी भी प्रकार का भय या डर, चाहे वह भूत -प्रेत का डर हो या रात के अँधेरे का डर, या सुनसान जगह जाने का डर हो, हनुमान जी का नाम लेते ही पल भर में दूर हो जाता है | ऐसे में इस चौपाई के जाप से सभी प्रकार से भय आदि से मुक्ति मिलती है और निडरता के भाव जाग्रत होने लगते है |

|| भूत पिसाच निकट नहिं आवै, महाबीर जब नाम सुनावै ||

यह हनुमान चालीसा की बहुत ही प्रचलित चौपाई है | और इसके परिणाम भी सबसे शीघ्र सामने आते है | व्यक्ति इस चौपाई का जाप सुबह -शाम पूजा के समय करने के अतिरिक्त जब कभी भी भय की अनुभूति हो उसी समय कर सकता है | रात्रि को सोने से पहले हनुमान जी का  ध्यान करते हुए इस चौपाई का सिर्फ 5 बार मनन करने से सपने में डर जाना या किसी प्रकार का दबाव महसूर करना आदि से छुटकारा मिलता है  |