अश्वगंधा क्या है ? अश्वगंधा के 8 फायदे व नुकसान | विभिन्न रोगों के उपचार में अश्वगंधा का प्रयोग

By | July 2, 2020

आयुर्वेद में अश्वगंधा एक बहुत ही प्रचलित औषधि है | इस औषधि में अनेकों गुण होने के कारण इस औषधि का प्रयोग आज के समय वैद्य द्वारा काफी मात्रा में किया जाने लगा है | अश्वगंधा एक पेड़ है इस पेड़ के पत्तों और जड़ में अश्व के पेशाब और अस्तबल जैसी महक आती है इस कारण से ही इस औषधि का नाम अश्वगंधा रखा गया है | तासीर के आधार पर अश्वगंधा बहुत गरम होती है | मुख्य रूप से अश्वगंधा का प्रयोग शारीरिक कमजोरी दूर करने में, गठिया रोग में , शरीर को बल देने में और उत्तेजना बढ़ाने व सेक्स कमजोरी दूर करने में किया जाता है | वैसे देखा जाए तो अश्वगंधा/Ashwagandha Ke Fayde बड़ी ही चमत्कारी औषधि है, इसका प्रयोग अनगिनत रोगों के उपचार में किया जाता है |

अश्वगंधा के अन्य भाषाओँ में नाम :

अश्वगंधा को भिन्न-भिन्न भाषाओँ में अलग-अलग नाम से जाना गया है : जैसे संस्कृत में इसे वरदा , बलदा , कुष्ठगंधिनी व अश्वगंधा के नाम से जाना जाता है | English में इसे winter cherry कहते है | हिंदी में भी इसके कई नाम है जैसे : असगंध , नागोरी असगन्ध व अश्वगंधा |

अश्वगंधा औषधि का प्रयोग कैसे किया जाता है :

अश्वगंधा का प्रयोग मुख्य रूप चूर्ण के रूप में  या फिर सिरप के रूप में किया जाता है | बाजार में अश्वगंधा चूर्ण के रूप में उपलब्ध है और सिरप के रूप में यह अश्वगंधारिष्ट के रूप में आता है |

Ashwagandha Ke Fayde : 

Ashwagandha Ke Fayde

अश्वगंधा के फायदे :

अश्वगंधा को गुणों के आधार पर ही चमत्कारी औषधि माना गया है | आइये जानते है किन-किन रोगों के उपचार में अश्वगंधा के प्रयोग से फायदा मिलता है/Ashwagandha Ke Fayde :

  1. शारीरिक कमजोरी में : अश्वगंधा के प्रयोग से शारीरिक कमजोरी चाहे वह किसी भी कारण से क्यों न हो दूर होती है | हाथ -पैर दुखना , कमजोरी से कमर में दर्द रहना , शारीरिक थकान ये सभी अश्वगंधा औषधि के कुछ समय तक नियमित सेवन से ठीक होती है |
  2. मानसिक तनाव : अश्वगंधा एक ऐसी औषधि है जो मन को शांत रखती है | जो व्यक्ति तनाव में रहते है उन्हें इस औषधि का सेवन अवश्य करना चाहिए | शोध के अनुसार अश्वगंधा में एंटी स्ट्रेस गुण होते है जो तनाव , मानसिक विकार दूर करने में सहायक है |
  3. यौन रोग में : इस औषधि का सीधा प्रभाव मूत्र संस्थान की वाहिनियों पर होता है | इसके सेवन से वीर्य गाढ़ा होता है | शीघ्रपतन जैसी बीमारियाँ दूर होती है | इसके सेवन से आप एक स्वस्थ और खुशहाल वैवाहिक जीवन का आनंद ले सकते है |
  4. अनिद्रा : जो लोग ठीक से नींद न आने की समस्या से परेशान है उनके लिए यह औषधि किसी चमत्कार से कम नहीं | इस औषधि के सेवन नींद न आने की समस्या दूर होती है | जिन्हें टूट कर नींद आती है या फिर गहरी नींद नहीं आती है उनके लिए भी यह औषधि फायदा करती है |
  5. ह्रदय रोग में : अश्वगंधा औषधि न केवल शरीर की कमजोरी दूर करती है बल्कि यह ह्रदय रोग में भी फायदा करने वाली है | इसके प्रयोग से शरीर में ख़राब cholesterol कम होता है और ह्रदय की वाहिनियाँ मजबूत होती है |
  6. गठिया रोग व हड्डी रोग में : अश्वगंधा की तासीर गरम होती है इसलिए यह गठिया और हड्डी में दर्द जैसे रोगों के उपचार में भी प्रयोग की जाती है | इसके प्रयोग से शीघ्र ही रोगी को लाभ मिलने लगता है |
  7. मजबूत immune system : अश्वगंधा औषधि का प्रयोग व्यक्ति को शरीर से हष्ट-पुष्ट और स्वस्थ बनाता है | इसके प्रयोग से शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति का विकास होता है | आज कोरोना महाकारी के समय अश्वगंधा के सेवन आप अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाकर कोरोना से लड़ सकते है और उसे हरा सकते है |
  8. इन सभी के अतिरिक्त ऐसे बहुत से रोग और भी ही जिनके उपचार में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है जैसे : कैंसर , संक्रमण , घाव भरने में , थाईराइड रोग में , आँखों की बीमारी में , शरीर का वजन नियंत्रित करने में और मासपेशियों को मजबूत बनाने में |

अश्वगंधा के नुकसान : –

आप सोच रहे होंगे कि जो औषधि शरीर -मष्तिष्क और ह्रदय के लिए फायदा करने वाली है उससे भला क्या नुकसान हो सकते है | अतिरिक्त मात्रा में किसी भी औषधि का सेवन हानिकारक हो सकता है | अश्वगंधा औषधि भी अधिक मात्रा में लेने से यह आपको नुकसान पहुंचा सकती है |  अश्वगंधा औषधि के नुकसान :

  • इस औषधि का लम्बे समय तक सेवन न करें | यदि आप ऐसा करते है तो किसी अच्छे चिकित्सक की देख-रेख में ही करें |
  • पेट रोग जैसे : गैस बनना , अलसर व हाइपरएसिडिटी में इस औषधि का सेवन नहीं करना चाहिए | इससे विपरीत परिणाम मिल सकते है |
  • गर्भावस्था में इस औषधि का सेवन बड़ी ही सावधानी व वैद्य की देखरेख में करना चाहिए | ऐसी स्थिति में स्वयं से इस औषधि का प्रयोग हानिकारक हो सकता है |
  • जो लोग पेट में गर्मी बनने को लेकर अक्सर परेशान रहते है व इस औषधि का सेवन न ही करें तो बेहतर है |
  • किसी एलॉपथी दवा का सेवन करते समय साथ में अश्वगंधा का सेवन बड़ी ही सावधानी से चिकित्सक की देख रेख में करना चाहिए |

अश्वगंधा औषधि/(Ashwagandha Ke Fayde)बड़ी ही गुणकारी औषधि है | आप उपरोक्त रोगों के उपचार में इस औषधि के सेवन के लिए अपने वैद्य से परामर्श कर सकते है | इस औषधि का सेवन चिकित्सक की देख-रेख में करना सुरक्षित और लाभकारी है | स्वयं से व पोस्ट में दी गयी जानकारी के आधार इस औषधि का सेवन भूलकर भी न करें |