सभी मनोकामनाएं होंगी पूर्ण भगवान शिव के इन बीज मंत्रों के जप से

By | July 5, 2020

मंत्र का वह संक्षिप्त रूप जो सम्पूर्ण मंत्र का प्रतिनिधित्व करता हो बीज मंत्र कहा जाता है | सभी देवी व देवताओं के बीज मंत्र होते है जो न केवल वैदिक मंत्रों की अपेक्षा शीघ्र परिणाम देने वाले है बल्कि मानव कल्याण और मोक्ष प्राप्ति भी बीज मंत्र के माध्यम से संभव है |

बीज मंत्र किसी भी वैदिक मंत्र का वह छोटा रूप होता है जिसे मंत्र के साथ प्रयोग करने से वह उत्प्रेरक का कार्य करता है | बीज मन्त्रों को वैदिक मंत्रों का प्राण माना गया है | वैदिक मंत्र के साथ बीज मंत्र प्रयोग करने से उनमें अधिक प्रबलता आती है | बीज मंत्रों में सबसे बड़ा बीज मंत्र “ ” है |

Bhagwan Shiv Ke Beej Mantra

Bhagwan Shiv Ke Beej Mantra

भगवान शिव के बीज मंत्र :

जो भक्त मोक्ष की कामना रखते है उनके लिए भगवान शिव के बीज मंत्र का जप विशेष रूप से फल देने वाला है | भगवान शिव के बीज मंत्र के जप से न केवल मोक्ष की प्राप्ति संभव है बल्कि जीवन से सभी कष्ट दूर करने में – रोग दूर करने में – दीर्घायु प्राप्त करने में व सुखी जीवन जीने में भी बीज मंत्र के जप विशेष लाभ देने वाले है |

भगवान शिव के बीज मंत्र :

भगवान शिव का बीज मंत्र : ” ह्रौं “

|| ॐ हौं जूं सः ||

|| ॐ ह्रीं नमः शिवाय ||

उपरोत्क सभी बीज मंत्रो में से आप किसी एक मंत्र का चुनाव करें और उसी मंत्र का जप नियमित रूप से करें |

भगवान शिव के ये सभी बीज मंत्र बहुत ही प्रभावशाली है | इनका जप आप नियमित रूप से अपने पूजा स्थल पर बैठकर या शिवालय में बैठकर कर सकते है | इन मंत्रो के जप के लिए आपको विशेष पूजा करने की आवश्यकता नहीं है | दैनिक पूजा के साथ ही इन मन्त्रों का जप किया जा सकता है |

सावन मास भगवान शिव की उपासना के लिए सबसे उत्तम समय माना गया है | सावन मास में आप भगवान शिव के बीज मन्त्रों का शिवालय में बैठकर जप करें व शिवलिंग रुद्राभिषेक करें | ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होंगी और जीवन से सभी कष्ट स्वतः ही दूर होने लगेंगे |