दिवाली का पर्व भारत में सबसे बड़ा पर्व माना गया है | इस दिन भगवान श्री राम के अयोध्या आगमन की ख़ुशी में दीपक जलाकर व लक्ष्मी गणेश जी के पूजन द्वारा दिवाली पर्व मनाया जाता है | दिवाली पर्व न केवल सबसे बड़ा पर्व है बल्कि इस दिन बुरी शक्तियाँ भी जाग्रत रहती है | अध्यात्म की द्रष्टि से दिवाली पर्व बहुत ही शुभ व सभी के लिए मंगलकारी है |
दिवाली के दिन विशेष पूजा या हवन आदि करने से अधिकतम पुण्य की प्राप्ति होती है | दिवाली के शुभ दिन आप मंत्र साधना भी कर सकते है | दिवाली के शुभ दिन साधना में सिद्धि प्राप्त होती है | इसी बीच कुछ नकारात्मक क्रिया करने वाले तांत्रिक भी बुरी शक्तियों में सिद्धियाँ अर्जित करने की मंशा से कुछ ऐसा कार्य करते है जो अन्य लोगों के लिए संकट का कारण बन सकती है |
दिवाली के शुभ दिन कुछ गलत क्रिया करने वाले लोग कुछ खतरनाक क्रिया जैसे टोटका आदि भी करते है | इसलिए जरुरी है दिवाली के दिन ऐसी क्रियाओं से स्वयं व अपने परिवार की रक्षा करने की | थोड़ी सी सावधानी रखकर आप न केवल स्वयं के जीवन को सुरक्षित बना सकते है बल्कि अपने परिवार को भी किसी बड़े संकट का सामना करने से बचा सकते है |
दिवाली के दिन अपनाये ये सावधानियां :
यदि आप दिवाली के शुभ पर्व को सुरक्षित और आनंदनीय बनाना चाहते है तो नीचे दिए गये कुछ सुरक्षित उपाय इस दिन अवश्य प्रयोग में लाये :
- दिवाली के दिन शाम को 5 बजे के बाद किसी सुनसान स्थान न जाएँ, यदि संभव हो सके तो दिवाली पर्व पर पूरे दिन ही ऐसे स्थान पर जाने से बचना चाहिए जहाँ कोई न जाता हो |
- दिवाली पर्व के दिन शाम 5 बजे के बाद किसी चौराहे को पार न करें | यदि बहुत ही जरुरी है तो सामने देखते हुए चौराहे को पार करें, ध्यान दे आपके पैर से किसी वस्तु आदि का स्पर्श नहीं होना चाहिए | छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को इस दिन विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है |
- दिवाली पर्व के दिन किसी अनजान व्यक्ति से कोई मिठाई आदि भूलकर भी न ले |
- मीठा खाकर इस दिन शाम को घर से बाहर न निकले | रात को पूजन आदि के बाद तो भूलकर भी किसी चौराहे आदि को पार नहीं करना चाहिए |
ऊपर बताये गये बड़े ही आसान से उपाय आपको बुरी शक्ति के प्रभाव में आने बचा सकते है | दिवाली पर्व के दिन ध्यान पूर्वक इन नियमों का पालन करना चाहिए | आपकी दिवाली बड़ी ही शुभ और मंगलकारी हो ऐसी हम आपके लिए कामना करते है | शुभ दीवापली |