आयुर्वेद में मुलेठी के चमत्कारिक लाभ

By | March 6, 2021

मुलेठी एक आयुर्वेद में बड़े स्तर पर प्रयोग की जाने वाली चमत्कारिक औषधि है। आमतौर पर लोग इसका इस्तेमाल सर्दी-जुकाम या खांसी में आराम पाने के लिए किया जाता है | गले में खराश होने पर मुलेठी का सेवन करना बहुत गुणकारी माना गया है | वैसे तो मुलेठी के सेवन से अनगिनत लाभ प्राप्त होते है फिर भी कुछ ऐसी व्याधियां है जिनमें विशेष रूप से इस औषधि का प्रयोग मुख्य रूप से किया जाता है | मुलेठी का प्रयोग/Mulethi ke Fayde आयुर्वेद कि प्रमुख दवाओं के निर्माण में भी किया जाता है | आइये जानते है मुलेठी का सेवन किन-किन व्याधियां में लाभ प्रदान करने वाला है |

मुलेठी क्या है ?

मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। आमतौर पर इसी पौधे के तने को छाल सहित सुखाकर उसका उपयोग किया जाता है। इसके तने में कई औषधीय गुण होते हैं। इसका स्वाद मीठा होता है। यह दांतों, मसूड़ों और गले के लिए बहुत फायदेमंद है। इसी वजह से आज के समय में कई टूथपेस्ट में मुलेठी का इस्तेमाल किया जाता है।

Mulethi ke Fayde

मुलेठी के फायदे/Mulethi ke Fayde :

गठिया रोग के उपचार में मुलेठी का प्रयोग :

मुलेठी का सेवन सबसे ज्यादा गठिया के मरीजों के लिए लाभदायक है। यह जड़ी-बूटी उन लोगों के लिए काफी असरदायक है, जिन्हें इस समस्या के चलते सूजन जैसी परेशानी होती है। खासतौर से रूमेटाइड अर्थराइटिस जैसी बीमारी में भी मुलेठी के फायदे (Mulethi ke Fayde) मिलते हैं। मुलेठी के लाभ गठिया में होने वाले दर्द और सूजन दोनों को जड़ से मिटाने में मिलता है। मुलेठी की चाय के नियमित इस्तेमाल से गठिया के रोग से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। गठिया के मरीजों के लिए मुलेठी रामबाण से कम नहीं है, इसलिए इसके मरीजों को रोजाना इसका सेवन करना चाहिए। मुलेठी पीलिया, हेपेटाइटिस और फैटी लीवर जैसी परेशानियों भी से छुटकारा दिलाती है। इसकी वजह यह है कि मुलेठी विषैले पदार्थों को खत्म कर देती है। इसी वजह से यह हमें हेपेटाइटिस जैसी परेशानी से भी बचाती है। इसकी चाय पीने से लीवर भी स्वस्थ रहता है।

खांसी व जुकाम होने पर मुलेठी का प्रयोग :

मुलेठी के फायदे (Mulethi ke Fayde) अनेक हैं। सर्दी-जुकाम होने पर मुलेठी से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता है। मुलेठी का सबसे ज्यादा सेवन सर्दी-जुकाम को ठीक करने के लिए ही किया जाता है। खासतौर से कफ होने पर जब गला जम जाता है और गले, नाक, छाती में जलन होने लगती है तो मुलेठी को शहद में मिलाकर चाटने से बहुत फायदा होता है।

चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने में मुलेठी का प्रयोग :

मुलेठी चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती है। इसे घिसकर लगाने पर चेहरे के दाग और मुंहासे ठीक हो जाते हैं, साथ ही यह आपकी त्वचा को युवा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुलेठी रक्त को भी शुद्ध करती है जिससे त्वचा की समस्याएं नहीं होती।

शारीरिक कमजोरी दूर करने में मुलेठी का प्रयोग :

दूध के साथ मुलेठी का सेवन शरीर की ताकत में वृद्धि करता है। पित्त वृद्धि के कारण होने वाले ह्रदय रोगों के उपचार में  घी व शहद के साथ मुलेठी का प्रयोग करने से हृदय से संबंधित समस्याएं नहीं होती।

एसिडिटी व पेट में अल्सर होने पर मुलेठी का प्रयोग :

पेट में पेपटिक अल्सर होने जाने कि स्थिति में मुलेठी का प्रयोग लाभ प्रदान करने वाला माना गया है | इसके सेवन से पित्त दोष शांत होता है व अल्सर ठीक होने में भी मुलेठी का सेवन चमत्कारिक माना गया है |

आँखों के रोग दूर करने में मुलेठी का प्रयोग : –

आंखों में जलन या आंखों से जुड़ा कोई रोग होने पर भी मुलेठी का इस्तेमाल करने से फायदा (Mulethi ke Fayde) पहुँचता है। इसके लिए मुलेठी के काढ़ा से आंखों को धोएं। इसके अलावा मुलेठी चूर्ण या मुलेठी पाउडर में बराबर मात्रा में सौंफ का चूर्ण मिलाएं । इस चूर्ण को सुबह शाम खाने से आंखों की जलन कम होती है और आंखों की रोशनी बढ़ती है।

गला बैठने पर मुलेठी द्वारा उपचार  :- 

गले में संक्रमण होने कि स्थिति में बोलने व खाना खाने में परेशानी होने लगती है | ऐसे में मुलेठी कि जड़ के टुकड़े को मुख में रखकर चूसने से गला बैठने जैसी समस्या में आराम मिलता है | मुलेठी को चूसने न केवल आपके गले को लाभ मिलने वाला है बल्कि इसका फायदा (Mulethi ke Fayde) आपको अन्य बहुत सी व्याधियों में भी मिलने वाला है |