अच्छी शिक्षा प्राप्त कर लेने के पश्चात् एक किशोर सिर्फ और सिर्फ यह सोचता है कि अब उसे एक अच्छी से नौकरी और मिल जाये और उसकी लाइफ सेट हो जाये | यह एक सामान्य जीवन चक्र की प्रक्रिया है और हमारा समाज भी हमें यही शिक्षा देता है कि उचित शिक्षा के पश्चात् एक व्यक्ति को कोई व्यवसाय या नौकरी करनी चाहिए | जिससे उसे समाज में मान-सम्मान मिलता है और उसे जीवनयापन के लिए पैसे |
हमें नौकरी या व्यवसाय क्यों करना चाहिए, हम इस विषय पर बात न करके आज इस विषय पर चर्चा करने वाले है कि आखिर अधिकतर युवाओं को समय पर नौकरी क्यों नहीं मिलती या नौकरी लगने पर किसी कारणवश वह नौकरी क्यों छूट जाती है |
नौकरी न लगने के पीछे कारण और निवारण :
आपकी नौकरी न लगने के पीछे बहुत से कारण हो सकते है यदि उन कारणों का आंकलन यदि पहले से कर लिया जाये, यानी नौकरी मिलने की कठिनता को यदि युवक विद्यार्थी जीवन में ही थोडा ध्यान में रखे तो शायद वह अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद इस कठिनाई से शीघ्र निकल पायेगा, यानि जल्द ही वह नौकरी प्राप्त कर लेगा |
Naukri Nhi Lagne Ke Karan
एक विद्यार्थी के माता-पिता को भी चाहिए कि वह अपने बच्चे को उसके भविष्य में नौकरी से जुडी आने वाली कठिनाइयों का अनुभव पहले से ही करा सके | अब आप ये सोच रहे होंगे कि मैंने यह कैसी बात कर दी, भला विद्यार्थी जीवन में नौकरी के महत्व पर प्रकाश क्यों डाला जाये, इससे तो विद्यार्थी का पढाई से ध्यान हट सकता है |
देखिये, आज का समय इतना एडवांस और प्रतिस्पर्धा से भरा है कि आपके गाँव के बाहर चौराहे पर रेहड़ी लगाने वाले भी अक्सर प्रतिस्पर्धा का सामना करते है | जो लोग पढ़े लिखे नहीं है उन लोगों की श्रेणी में भी इतनी अधिक प्रतिस्पर्धा आ गयी है तो सोचिये पढाई का स्तर आज कितना एडवांस हो गया है | आज के समय में जो बच्चा न केवल शिक्षा प्राप्त करेंगा, बल्कि शिक्षा के साथ-साथ स्वयं में और प्रतिभाएं भी विकसित करेगा और अपना सर्किल जितना बड़ा करेगा, अपनी जान-पहचान का दायरा बढ़ाएगा उसकी सम्भावना एक सामान्य विद्यार्थी की तुलना में नौकरी पाने की अधिक हो जाएगी |
नौकरी प्राप्त करने के लिए उस नौकरी के लिए योग्य होना आज सिर्फ और सिर्फ एक प्राथमिक प्रक्रिया मात्र रह गयी है | तो आपको केवल योग्य ही नहीं होना है बल्कि उस नौकरी के लिए स्वयं को सबसे आगे भी लाना है | आपका कौशल, आपके guts, आपकी approach ही आपको नौकरी दिलाने में सबसे अधिक प्रभावी सिद्ध होते है |
नौकरी न लगने के पीछे ज्योतिष कारण :
समय पर नौकरी न मिलने पर अक्सर लोग सोचते है कि मेरे गृह-नक्षत्र तो ठीक है न | फिर वे किसी ज्योतिष को अपनी कुंडली दिखाकर अपनी कुंडली का आंकलन कराते है, ज्योतिषकार जिसे कुछ आता है या नहीं, बस उसे तो आपको एक बात बोलनी है कि आपका सूर्य कमजोर है | आपको कमजोर सूर्य के प्रभाव को दूर करने के लिए उपाय करने चाहिए | चलिए, यह मैं आपको बिना किसी शुल्क लिए ही बता देता है, यदि आप भी नौकरी न लगने को लेकर परेशान है तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसके पीछे सूर्य का प्रभाव है |
सूर्य देव को नियमित रूप से जल अर्पित करने लग जाए और समय – समय पर थोडा दान-पुण्य अवश्य कर लिया करें, बस इतना करने मात्र से ही आपको नौकरी मिलने की राह में आने वाली अडचनों से मुक्ति मिल जाएगी | इसके लिए आपको किसी भी ज्योतिषकार के पास जाने की आवश्यकता नहीं है |
ध्यान देने योग्य : स्वयं की प्रतिभा को इतना विकसित करें कि जीवन में कभी नौकरी की अड़चन जैसी समस्या ही न आये, आप स्वयं को सामान्य की श्रेणी में रखने योग्य बनाते ही क्यों है, एक सामान्य व्यक्ति के लिए तो नौकरी की समस्या बनी ही रहेगी | हाँ, जो प्रतिभा रखते है, जो स्वयं के guts को इतना विकसित कर लेते है आज के समय में वे नौकरी पाने के बाद उसे छोड़ भी देते है, क्योंकि उनका लक्ष्य नौकरी(Naukri Nhi Lagne Ke Karan) से बड़ा होता है |