जो लोग भक्तिभाव में विश्वास रखते है वे घर पर किसी न किसी देव की पूजा -आराधना भी अवश्य करते होंगे | आप अपने पूजा स्थल को किस प्रकार से सुसज्जित करके रखते है वह आपकी श्रद्धा पर निर्भर करता है | आपका घर कैसा भी क्यों न हो या आप किराये के घर में ही क्यों न रह रहे हो, पूजा स्थल का स्थान पूर्व दिशा की तरफ या ईशान कोण में या फिर उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए | यदि आपका पूजा स्थल किसी ओर दिशा की तरफ है तो आज से अपने पूजा स्थल को सही दिशा में स्थापित करें | पूजा के समय आपके आस-पास के वातावरण का साफ़-शुद्ध और पवित्र होना बहुत आवश्यक है |
साफ़-शुद्ध और पवित्र वातावरण न केवल आपके ईष्ट देव को प्रिय है बल्कि एक सभ्य व्यक्ति के लिए भी आवश्यक है | साफ़-शुद्ध और पवित्र वातावरण में लक्ष्मी का वास होता है और सकारात्मक उर्जा से परिपूर्ण होता है |
आप घर में कोई भी बड़ी पूजा व अनुष्ठान आदि का आयोजन करवाते है तो पंडित जी आपके घर आकर सबसे पहले आपके घर के वातावरण को शुद्ध करते है उसे मंत्र और जल द्वारा पवित्र करते है | इस प्रकार के आयोजन के समय आपको सिर्फ साफ-सफाई को ध्यान में रखना होता है | घर का शुद्धिकरण पंडित जी स्वतः ही अनुष्ठान आरम्भ करने से पूर्व कर देते है |
Puja Se Pahle Pavitra Hone Ka Mantra :
पूजा से पूर्व स्थान का शुद्धिकरण इस प्रकार करें :-
यदि आप स्वयं से ही घर पर कोई छोटी पूजा जैसे : सुन्दरकांड पाठ , बजरंग बाण पाठ या फिर सिद्धकुंजिका स्त्रोत या नवरात्रि पूजा करते है तो पूजा आरम्भ करने से पूर्व मंत्र की सहायता से स्थान का शुद्धिकरण अवश्य करना चाहिए |
जिस दिन आप घर पर कोई पूजा आदि का आयोजन करते है उस दिन घर की अच्छे से साफ-सफाई करें | पूजा स्थल को अच्छे से साफ़ करें | घर में गंगाजल और गौमूत्र के सब जगह(बाथरूम व टॉयलेट को छोड़कर) छीटें लगाये |
पूजा आरम्भ करने से पूर्व अपने आस-पास सभी दिशाओं को जल द्वारा छींटे देते हुए इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए | मंत्र इस प्रकार है :