रुद्राक्ष क्या है ? रुद्राक्ष के फायदे क्या है ? धार्मिक द्रष्टि से रुद्राक्ष का महत्व

By | June 28, 2020

जो जातक धर्म में विश्वास रखते है वे उन्हें रुद्राक्ष के विषय में जानकारी अवश्य होती है | रुद्राक्ष भगवान शिव को समर्पित है | रुद्राक्ष को भगवान शिव का ही प्रतीक माना गया है | भौतिक रूप से रुद्राक्ष एक पेड़ का फल है | इस फल के अंदर बीज के रूप में रुद्राक्ष प्राप्त होता है | ऐसा माना जाता है कि कठोर तपस्या के बाद जब भगवान शिव ने अपने नेत्र खोले तब उनकी आँखों से कुछ आंसू पृथ्वी पर गिरे | इन्हीं आसुओं से रुद्राक्ष/(Rudraksh Ke  Fayde) के वृक्ष का जन्म हुआ |

रुद्राक्ष क्या है :

रुद्राक्ष के नाम में : रूद्र + अक्ष आता है | जिसमें रूद्र का अर्थ होता है छोटा(लघु) और अक्ष का अर्थ है आसू | इस प्रकार से आसू के रूप में रुद्राक्ष भगवान शिव का ही रूप माना गया है | मुख के आधार पर रुद्राक्ष को अलग-अलग किया गया है |

मुख्य रूप से एक से 14 मुखी रुद्राक्ष धारण किये जाते है वैसे इनकी संख्या 22 मुखी तक देखने को मिलती है | शिव महा पुराण के अनुसार रुद्राक्ष एक मुखी से 38 मुखी तक होते है | एक मुखी रुद्राक्ष को सबसे दुर्लभ और प्रभावशाली रुद्राक्ष माना गया है | यह बड़ी ही दुर्लभता से प्राप्त होता है |

Rudraksh ke Fayde : 

Rudraksh ke Fayde

रुद्राक्ष के फायदे :

धार्मिक द्रष्टि से रुद्राक्ष को गले में धारण करना बड़ा ही शुभ माना गया है | रुद्राक्ष को गले में धारण करने से आप भगवान शिव के प्रिय होते है और आध्यात्म के मार्ग की ओर अग्रसर होते है | देखा जाये तो एक मुखी से लेकर 14 मुखी रुद्राक्ष, सभी के अलग-अलग फायदे है | जो जातक को शारीरिक व अध्यात्मिक द्रष्टि से लाभान्वित करते है | किन्तु हम आपको सभी प्रकार के रुद्राक्ष के विषय में अलग-अलग जानकारी न देकर मुख्य रूप से रुद्राक्ष से होने वाले लाभ के विषय में आपको अवगत कराने वाले है |

रुद्राक्ष के फायदे :

  • सभी रुद्राक्ष एक प्रकार की तरंगे छोड़ते है जो जातक को शारीरिक रूप से और सकारात्मक उर्जा के रूप में फायदा करती है |
  • शारीरिक रोग जैसे : पेट रोग , गठिया रोग , मानसिक रोग , ह्रदय रोग इस प्रकार के रोगों में रुद्राक्ष धारण करने से लाभ मिलता है |
  • रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक तनाव कम होता है |
  • रुद्राक्ष धारण करने से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है |
  • रुद्राक्ष धारण करने वाले जातक नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पाते है जैसे : ऊपरी बाधा , नजर दोष , भूत -प्रेत बाधा आदि |
  • विधिवत रुद्राक्ष पहनने से भाग्य उदय होता है | जिन लोगों का luck कमजोर हो, उन्हें रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए |
  • रोग से मुक्ति , कष्टों से छुटकारा और परिवार में सुख-शांति ये सभी सिद्ध रुद्राक्ष धारण करने से संभव होती है |
  • ज्योतिष द्रष्टि से भी रुद्राक्ष बड़ा लाभकारी होता है | जैसे : कुंडली के दोष : शनि दोष , सूर्य दोष , राहु-केतु दोष और काल सर्प दोष आदि में रुद्राक्ष फायदा पहुंचाता है |

धार्मिक द्रष्टि से रुद्राक्ष का महत्व : –

रुद्राक्ष न केवल एक भौतिक वस्तु है बल्कि धार्मिक द्रष्टि से रुद्राक्ष बहुत कल्याणकारी है | जो लोग विधिवत रुद्राक्ष धारण करते है और रुद्राक्ष के नियमों का पालन करते है वे धर्म के मार्ग की और अग्रसर होने लगते है | उनका मष्तिष्क स्थिर रहने लगता है | पूजा के समय , ईष्ट देव का ध्यान करते समय उनका ध्यान केन्द्रित होने लगता है | सामाजिक बुराइयों से ऐसे जातक दूर रहते है | भगवान शिव के साथ-साथ अन्य देवों की भी कृपा ऐसे जातक पर सदैव बनी रहती है |

जो जातक मोक्ष के मार्ग पर चलते है उनके लिए रुद्राक्ष किसी चमत्कार से कम नहीं होता | ध्यान लगाने में रुद्राक्ष के महत्व को अनदेखा कदापि नहीं किया जा सकता | साधू-संत प्रवृति के जातक रुद्राक्ष अवश्य धारण किये होते है | इसके पीछे का मुख्य कारण : मन का एकाग्र रहना और सभी सांसारिक कुरूतियों से बचना है |

ध्यान देने योग्य : 

रुद्राक्ष पूर्ण रूप से धार्मिक आस्था का प्रतीक है | इसे धारण करने से पहले इसे धारण करने के नियमों के विषय में जानकारी अवश्य प्राप्त करे | यदि आप इन नियमों का पालन कर सकते है तब ही रुद्राक्ष को गले में धारण करना चाहिए | अन्यथा विपरीत परिणाम भी मिल सकते है | सामान्य रुद्राक्ष की अपेक्षा अभिमंत्रित(सिद्ध) रुद्राक्ष धारण करना कई गुना प्रभावशाली माना है | इसलिए जब भी आप रुद्राक्ष धारण करने का मन बनाये, किसी योग्य पंडित द्वारा इसे अभिमंत्रित और इसकी पूजा अवश्य कराये |

रुद्राक्ष को राशी के अनुसार ही धारण करना चाहिए | रुद्राक्ष/(Rudraksh ke Fayde)के मुख के आधार पर ये सभी राशियों के लिए गुणकारी है | किसी योग्य ज्योतिष आचार्य द्वारा अपने लिए उपयुक्त रुद्राक्ष का चुनाव करने और विधिवत धारण करें |