सावन मास में रामचरित मानस पढ़ने के लाभ व विधि

By | June 30, 2020

श्री तुलसीदास जी द्वारा रचित रामचरित मानस हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र ग्रन्थ है | भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित राम चरित मानस जिसे हम रामायण भी कहते है, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और हनुमान जी के जीवन को दर्शाती है | घर में राम चरित मानस का पाठ करना धार्मिक द्रष्टि से सबसे अधिक फल देने वाला माना गया है | जो लोग नियमित रूप से राम चरित मानस पढ़ते है, कष्ट उनके जीवन से कोसों दूर रहते है | सावन मास को सभी 12 मास में सबसे पवित्र माना गया है | इस मास में वैसे तो भगवान शिव की उपासना करने का विधान है किन्तु रामचरित मानस और सुन्दरकाण्ड जैसे पवित्र ग्रंथो को सावन मास में पढ़ने से सैंकड़ों गुना अधिक लाभ मिलता है |

सावन मास में इस प्रकार पढ़े रामचरित मानस : –

सावन मास के प्रथम दिन ही आप रामचरित मानस पढ़ने का संकल्प ले सकते है | प्रतिदिन 1 घंटे रामचरित मानस का पाठ करना चाहिए | सावन मास के प्रथम दिन सुबह जल्दी स्नान आदि से निवृत होकर पूर्व दिशा की तरफ एक चौकी की स्थापना करें | चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर श्री राम दरबार की फोटो स्थापित करें | रामचरित मानस को साथ में रखे |

Sawan Maas Me Ramcharit Manas Path Ke Labh :

Sawan Maas Me Ramcharit Manas Path Ke Labh

धुप-दीप लगाये अब एक संक्षिप्त सरल पूजा करके संकल्प लेकर आप रामचरित मानस का पाठ शुरू कर दे | एक घंटे तक राम चरित मानस का करें | दोहा पूर्ण होने पर भगवान श्री राम के नाम ले और आगे पढ़ना शुरू करें | इस प्रकार से एक घंटा पूर्ण होने पर आप अपना स्थान छोड़ सकते है | चौकी की स्थापना इसी प्रकार से रहने दे | अगले दिन ठीक उसी समय पर फिर से सरल पूजा करके संकल्प लेकर राम चरित मानस का पाठ शुरू कर दे | इस प्रकार से आप प्रतिदिन रामायण का पाठ करें, जिस दिन आपका यह पाठ पूर्ण हो जाये | घर पर एक हवन का आयोजन रखे जिसमें अधिक आहुतियाँ रामचरित मानस के दोहों की देनी चाहिए |

इस दिन आप गौशाला जाकर गाय को गुड़ और गेंहू का दलिया अपने सामर्थ्य अनुसार अवश्य देकर आये | इस बीच सावन मास के प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिर जाकर शिवलिंग रुद्राभिषेक अवश्य करें |

Sawan Maas Me Ramcharit Manas Path Ke Labh 

सावन मास में रामचरित मानस पढ़ने के लाभ : –

जो जातक सावन में उपरोक्त विधि से संकल्प लेकर रामचरित मानस का पाठ करते है उनके जीवन से हर प्रकार के दुःख-दर्द दूर होते है | ऐसे परिवार का वातावरण शांत और सुखमय बना रहता है | परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बना रहता है | किसी विशेष मनोकामना पूर्ति हेतु भी आप रामचरित मानस के पाठ को कर सकते है | रामचरित मानस पढ़ने से मन शांत रहता है | हर प्रकार की मानसिक दुर्बलता दूर होती है | बुरे विचारों से छुटकारा मिलता है | घर से नकारात्मक शक्तियां दूर होती है | पित्र देवों की कृपा घर में आने लगती है  |