भोजपत्र पर निर्मित श्री बुध यंत्र के लाभ व सिद्ध करने की विधि

By | January 3, 2022

बुध गृह को खूबसूरती व बुद्धि का कारक माना गया है | जातक के बोलने की कला व व्यवहार आदि बुध गृह से संचालित होते है | जिस जातक की कुंडली में बुध गृह स्वामी होता है वे तेज दिमाग वाले व तीव्र बुद्धि के स्वामी होते है | इसके विपरीत कुंडली में बुध कमजोर होने पर सोचने समझने की शक्ति कमजोर हो जाती है | और मन अशांत रहता है | ऐसे जातक को घर में सिद्ध बुध यंत्र /(Sidh Budh Yantra Labh)की स्थापना कर प्रतिदिन उसकी पूजा करने से लाभ मिलता है |

सिद्ध बुध यंत्र/Sidh Budh Yantra Labh :

 

Sidh Budh Yantra Labh

अल्टीमेट ज्ञान ज्योतिष केंद्र द्वारा श्री बुध यन्त्र को विधिवत भोजपत्र पर निर्मित कर मंत्र शक्ति द्वारा अभिमंत्रित किया गया है | चित्र में दिखाए गये यन्त्र को जातक स्वयं घर पर भी बना सकते है | इसके लिए भोजपत्र पर अनार की कलम द्वारा व अष्टगंध युक्त स्याही द्वारा यन्त्र का निर्माण किया जाना चाहिए | यन्त्र को सिद्ध करने के लिए किसी योग्य पंडित जी द्वारा यह कार्य आप करा सकते है | सिद्ध बुध यंत्र/(Sidh Budh Yantra Labh) को ही अपने घर में स्थापित किया जाना चाहिए | एक सामान्य यन्त्र से पूर्ण परिणाम प्राप्त नहीं किये जा सकते |

सिद्ध बुध यंत्र के लाभ :

  • बुध यंत्र को स्थापित करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।
  • बुध यंत्र संगीत, एक्टिंग, डायरेक्शन, राइटिंग आदि के क्षेत्रों से जुड़े जातकों को शुभ फल प्रदान करता है।
  • बुध यंत्र (Budh Yantra) का शुभ प्रभाव व्यवसाय और व्यापार के माध्यम से अधिक धन अर्जित करने और अधिक सफलता प्राप्त करने में भी मदद करता है।
  • जिन विद्यार्थियों का मन पढ़ने- लिखने में नहीं लगता है या उन्हें हमेशा पढ़ाई का स्ट्रेस बना रहता है, उनके लिए बुध यंत्र पेडेंट को धारण करना लाभदायक रहता है।
  • बुध यंत्र का प्रयोग किसी कुंडली में अशुभ बुद्ध द्वारा बनाए जाने वाले दोषों को कम करने के लिए या उनके निवारण के लिए किया जा सकता है।
  • जिन ब्यक्तियों को अस्थमा या श्वसन सम्बंधी परेशानी होने पर, बदहजमी, (Indigestion), कान से सम्बंधित रोग, तुतलाना या रुक रुक के बोलने पर, याददाशत कमजोर होने पर तथा चर्म रोग से बचने के लिये यह यंत्र धारण करना चाहिए।  Visit Our Online Store : सिद्ध यंत्र व लॉकेट खरीदे  ||

श्री बुध यंत्र की स्थापना व नियमित पूजन :

सिद्ध बुध यंत्र को बुधवार की प्रातः आप अपने पूजा स्थल पर लाल कपड़ा बिछाकर रखे | धुप-दीप व पुष्प आदि लगाये | श्री बुध के इस मंत्र के कम से कम 21 जप प्रतिदिन करें | मंत्र इस प्रकार है : ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधये नम: |

अल्टीमेट ज्ञान ज्योतिष केंद्र द्वारा सभी यन्त्र व लॉकेट विधिवत भोजपत्र पर निर्मित व मंत्र शक्ति द्वारा अभिमंत्रित किये गये है | संपर्क करें : WhatsApp No. 9671528510  |