सिद्ध राहु यंत्र के चमत्कारिक लाभ | राहु यंत्र को बनाने व सिद्ध करने की विधि

By | December 24, 2021

राहु को छाया गृह की संज्ञा दी गयी है | राहु गृह के प्रभाव से अधिकांश अनिष्ट फल ही देखने को मिलते है | एक जातक के जीवन में सब कुशल मंगल हो इसके लिए राहु गृह का साथ होना आवश्यक है | ज्योतिष में राहु को पाप ग्रह की संज्ञा दी गई है एवं इसे अन्य ग्रहों की भांति किसी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है।

ज्‍योतिष शास्‍त्र में राहु छाया ग्रह के रूप में हैं जो पृथ्वी के दो अक्षों के रूप में उपस्थित हैं। राहु पाप ग्रह होने के साथ-साथ तामसिक ग्रह भी है जो अपने प्रभाव में जातक को तामसिक अथवा अनैतिक कृत्‍यों के लिए प्रेरित करता है। जातक की कुंडली में राहु गृह पीड़ित होने पर राहु यंत्र/Sidh Rahu Yantra Benefits घर में स्थापित कर इसकी पूजा करने से लाभ मिलता है |

सिद्ध राहु यंत्र के लाभ  :

  • जिस जातक को स्किन संबंधी समस्याएं, मानसिक पीड़ा, स्वप्न में मृत व्यक्तियों का दिखाई देना और मन का दुर्व्यसन की ओर भागना आदि समस्याओं से यह यंत्र निजात दिलाने में सक्षम होता है।
  • इस यंत्र के प्रयोग से कारोबार में सफलता, शत्रुओं का दमन औ हर क्षेत्र में सफलता मिलती है ।
  • इस यंत्र का इस्तेमाल करने से आर्थिक नुकसान, किसी कार्य में अनायास आ जाने वाली बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
  • राहु यंत्र (Rahu Yantra) का शुभ प्रभाव जातक को विदेशों में स्थायी रूप से जाकर बसने में अथवा विदेशों में कार्य करने के लिए जाने जैसे शुभ फल भी प्रदान कर सकता है।
  • इंजीनियरों, वकीलों, प्रवक्ताओं, शोधकर्ताओं, अविष्कारकों, खोजकर्ताओं तथा ऐसे अनेक प्रकार के व्यवसायियों को राहु यंत्र का प्रयोग विशेष शुभ प्रभाव प्रदान कर सकता है क्योंकि इन सभी व्यवसायों पर राहु महाराज की कृपा रहती है।
  • इस यंत्र के शुभ प्रभाव से जातक का विवाह विदेश में होने के आसार बढ़ जाते हैं और वह विवाह के बाद जातक विदेश में सेटल भी हो सकता है।
  • राहु यंत्र की नियमित पूजा से शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से राहत मिलती है | यदि आप शेयर बाजार में बने रहना चाहते है तो राहु यंत्र को घर में स्थापित करे व राहु यंत्र तावीज को गले में पहने |

Sidh Rahu Yantra Benefits

राहु यंत्र को बनाने की विधि :

राहु यंत्र का निर्माण शनिवार के दिन करना शुभ माना गया है | उपरोक्त यंत्र को आप भोजपत्र पर लाहे की कलम द्वारा अष्टगंध युक्त लाल स्याही द्वारा कर बनाये | यंत्र का निर्माण करने के उपरांत इसे अच्छे से लेमीलेसन करा ले या आप इसे किसी फ्रेम में लगा सकते है | यंत्र निर्माण करने के पश्चात् यंत्र का विधिवत पूजन व मंत्र जप कर इसे सिद्ध करने का विधान है | बिना यंत्र की प्राण प्रतिष्ठा किये यंत्र से सम्पूर्ण फल की प्राप्ति नहीं होती है |

यंत्र को सिद्ध/(Sidh Rahu Yantra Benefits) करने का विधान थोड़ा लम्बा व कठिन है इसलिए इस कार्य के लिए आप किसी योग्य पंडित जी नियुक्त कर सकते है | अल्टीमेट ज्ञान ज्योतिष केंद्र में सभी यंत्र आचार्य S N शर्मा के मार्गदर्शन से निर्मित व सिद्ध किये गये है | संपर्क के लिए आप WhatsApp No. 9671528510 पर संपर्क कर सकते है |