महाकाली जी की सम्पूर्ण आरती Lyrics हिंदी में

By | January 4, 2021

कलियुग के समय में माँ काली की उपासना करना शीघ्र फल देने वाला माना गया है | जो भक्त माँ काली के प्रति सच्ची श्रद्धा व विश्वास भाव रखते है वे न केवल उनकी नियमित रूप से उपासना करते है बल्कि विकट परिस्थिति के समय माँ काली को ही अपने संकट दूर करने हेतु अरदास भी लगाते है | ऐसे सच्चे भक्तों पर माँ काली कि विशेष कृपा सदैव बनी रहती है |

माँ काली कि उपासना करने के अनेक मार्ग है | माँ काली की आरती गायन के माध्यम से उनकी उपासना करना सबसे सरल व प्रचलित विधि है | माँ काली की आरती का गायन मध्यम व कर्णप्रिय स्वर में करना चाहिए | आरती सम्पूर्ण होने पर माँ काली के जयकारे लगाने चाहिए |

Maha Kali Aarti Lyrics Hindi

Maha Kali Aarti Lyrics Hindi

महाकाली जी की आरती

जय काली माता, माँ जय महा काली माँ।
रतबीजा वध कारिणी माता।
सुरनर मुनि ध्याता, माँ जय महा काली माँ॥

दक्ष यज्ञ विदवंस करनी माँ शुभ निशूंभ हरलि।
मधु और कैितभा नासिनी माता।
महेशासुर मारदिनी, ओ माता जय महा काली माँ॥

हे हीमा गिरिकी नंदिनी प्रकृति रचा इत्ठि।
काल विनासिनी काली माता।
सुरंजना सूख दात्री हे माता॥

अननधम वस्तराँ दायनी माता आदि शक्ति अंबे।
कनकाना कना निवासिनी माता।
भगवती जगदंबे, ओ माता जय महा काली माँ॥

दक्षिणा काली आध्या काली, काली नामा रूपा।
तीनो लोक विचारिती माता धर्मा मोक्ष रूपा॥

॥ जय महाकाली  ॥

जो भक्त महा काली जी कि उपासना सच्चे मन से करते है, उनको महाकाली जी की उपासना के नियमों का पालन विशेष रूप से करना चाहिए | ऐसा न करने पर माँ काली आपसे रुष्ट भी हो सकती है और उनका क्रोध आप पर पड़ सकता है | किन्तु यदि भक्त के भाव सच्चे है तो सम्भवतः आपके साथ ऐसा कदापि नहीं होगा | उपरोक्त माँ काली जी की आरती का गायन प्रतिदिन कम से कम एक समय अवश्य करना चाहिए | आरती के गायन के समय शब्दों के उच्चारण में त्रुटी नहीं करनी चाहिए |