|| मंत्र संग्रह / Mantra Sangrah ||
सभी कामना सिद्धि मंत्र :-
| ॐ ह्रीं नमः |
ग्रहण काल में उपरोक्त मंत्र को भोजपत्र पर लिखकर और इस मंत्र की पूजा कर 1008 बार जपने से मंत्र सिद्ध हो जाता है | फिर इस मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है | यदि किसी भी अनुष्ठान में इस मंत्र का 15 बार अनुष्ठान शुरू होने से पहले जाप किया जाये तो अनुष्ठान भी निर्विघ्न समाप्त होता है और सफलता प्राप्त होती है |
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किसी को भी अपने अनुकूल बनाने का मंत्र :-
| लं ह्रां लां ह्रीं लीं लः ‘अमुक’ ठ: ठ: |
इस मंत्र को सवा लाख की संख्या में जपकर सरसों का दशांश हवन करें | हवन की भस्म से जिस व्यक्ति के घर में फेंका जायेगा वह व्यक्ति अनुकूल हो जायेगा | अमुक के स्थान पर साध्य व्यक्ति का नाम लेना है |
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सभी कार्य सिद्धि मंत्र :-
|ॐ हुँ ह्रीं प्रचोदय फट स्वाहा |
स्वाति नक्षत्र में बेर की जड़ ले आवे और इस मंत्र से 216 बार अभिमंत्रित कर भुजा में बाँध ले तो सभी इच्छा पूर्ण हो जाती है |
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शत्रुनाश का मंत्र :-
| रूप देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि |
प्रतिदिन यथाशक्ति इस मंत्र का जाप करने से शत्रु अपने आप पराजय होने लगता है |
⇒|| शत्रुओ पर विजय, मुकदमा जीतने के लिए, बगलामुखी मंत्र सिद्धि ||
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मनोकामना प्राप्ति मंत्र :-
|ॐ ह्रीं मानसे मनसे ॐ हूँ |
इस मंत्र का 21 बार जाप करे और 1008 आहुति घी , दूब और चावल की करें तो इच्छित फल की प्राप्ति होती है |
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स्त्री प्राप्ति मंत्र :-
| ॐ ह्रीं नमः |
लाल वस्त्र और मूंगे की माला धारण करके आठ दिन तक प्रतिदिन 6 हज़ार जप करने से अभिलाषित स्त्री की प्राप्ति हो जाती है |
⇒ ||Powerful Shabar Vashikaran Mantra | Kisi ko bhi karen apne vash me ||
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धनधान्य वर्धक गणपति मंत्र :-
| ॐ गं गणपतये नमः |
किसी कुम्हार के यहाँ से मिटटी ले आये और अब इस मिटटी से गणेश जी की मूर्ती बनाकर पूजन करके 21 हज़ार उपरोक्त मंत्र जपने से समस्त विघ्नों की शांति होकर घर में धनधान्य की वृद्धि होती है |
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शत्रु विक्षिप्तकरण प्रयोग :-
| ॐ हरिः श्री हरस्तया |
रविवार के दिन शमशान की भस्म मदार के दूध में मिलाकर कागज़ पर इस मंत्र को लिखे | अब मंत्र के नीचे शत्रु का नाम लिखकर अग्नि में जला दे और अब इस मंत्र का 108 बार जाप करें तो शत्रु विक्षिप्त हो जाता है |
⇒|| कैसा भी शत्रु हो पैरों पर आ गिरेगा ||
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धन प्राप्ति मंत्र :-
| ॐ ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः |
इस मंत्र का सवा लाख जाप करे और उसके पश्चात् इसका दशांश हवन करें | ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होती है और धन स्थाई तौर पर घर में स्थित होता है |
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नौकरी प्राप्त करने का मंत्र :-
काली कंकाली महाकाली मुख संदूर जिए काली चार वीर भैरूं
चौरासी बता तो पूजूँ पान मिठाई अब बोलो काली की दुहाई ||
इस मंत्र को प्रतिदिन 108 बार पढने से 31 दिन में रोजगार प्राप्त होता है |
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विवाह में आई रूकावट को दूर करने का मंत्र :-
| ॐ ह्रीं क्लीं कात्यायन्ये नमः |
पुत्र अथवा कन्या के विवाह में यदि किसी भी कारण वश रूकावट आ रही हो तो इस मंत्र का सवा लाख जप करें | और दशांश हवन करें , ऐसा करने से विवाह में आई रूकावट दूर हो जाती है |
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|| ॐ श्री हनुमते नमः ||