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सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट

Original price was: ₹1,500.00.Current price is: ₹1,100.00.

सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट विशेष रूप से उन जातक के लिए प्रभावी होता है जिनकी कुंडली में बृहस्पति गृह कमजोर होते है या नीच के होते है या फिर शत्रु राशि में होना या डिग्री से काफी कमजोर होना | ऐसे जातक यदि सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट को गले में धारण करते है तो उनके बृहस्पति गृह को बल मिलता है व जीवन में अनुभव हो रही कठिनाइयों से छुटकारा प्राप्त होता है | इसके साथ ही धनु व मीन राशि के जातक भी इस लॉकेट को गले में धारण करते है तो उन्हें बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त होते है |

Description

सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट विशेष रूप से उन जातक के लिए प्रभावी होता है जिनकी कुंडली में बृहस्पति गृह कमजोर होते है या नीच के होते है या फिर शत्रु राशि में होना या डिग्री से काफी कमजोर होना | ऐसे जातक यदि सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट को गले में धारण करते है तो उनके बृहस्पति गृह को बल मिलता है व जीवन में अनुभव हो रही कठिनाइयों से छुटकारा प्राप्त होता है | इसके साथ ही धनु व मीन राशि के जातक भी इस लॉकेट को गले में धारण करते है तो उन्हें बहुत अच्छे परिणाम प्राप्त होते है |

अल्टीमेट ज्ञान ज्योतिष केंद्र, आचार्य श्री तरुण शर्मा जी द्वारा यह सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट भोजपत्र पर लाल अष्टगंध युक्त लाल स्याही व अनार की कलम द्वारा अंकित किया गया है व मंत्र शक्ति और यज्ञ के माध्यम से यह सिद्ध किया गया है |

सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट क्यों पहने :

ज्योतिष शास्त्र की द्रष्टि से कुंडली में सभी गृह बहुत अधिक महत्व रखते है ऐसे में किसी भी गृह को प्रबल व अनुकूल करने हेतु ज्योतिष आपको रत्न व उपरत्न पहनने की सलाह देते है | किन्तु रत्न व उपरत्न धारण करने से भी समस्या का हल नहीं होता है क्योंकि देखा जाये तो रत्न एक पत्थर ही होता है जो आपके लिए शुभ – अशुभ तो हो सकता है किन्तु विशेष गृह को बल देने में असमर्थ होता है | वही दूसरी तरफ ग्रहों से जुड़े सभी यंत्र विशेष रूप से उस गृह के लिए ही होते है जिसमें अंको और बीज मंत्र का मिश्रण वैदिक द्रष्टि से अवश्य जातक को लाभ प्रदान करते है |

सिद्ध बृहस्पति यंत्र लॉकेट के लाभ :

गुरु लॉकेट गले में धारण करने मात्र से जातक को समाज में यश-सम्मान की प्राप्ति होती है | व्यवसाय में अपार सफलता प्राप्त होती है | धन – सुख- सम्रद्धि व पुत्र प्राप्ति के योग बनते है | विवाह में आने वाली अडचने दूर होती है | पत्नी के साथ सम्बन्ध मधुर बनते है | इसके साथ ही गुरु गृह जिस भाव में बैठे होते है व जिस भाव पर द्रष्टि रखते है उनसे जुड़े फल की प्राप्ति होती है | कुंडली की द्रष्टि से देखा जाये तो गुरु गृह व सूर्य गृह ये दोनों ऐसे गृह है जो सबसे अधिक महत्व रखते है | इनका मजबूत होना जातक के जीवन को खुशहाल बनाता है |