Description
ज्योतिष शास्त्र की द्रष्टि से शनि गृह जीवन में सभी सुख व दुखों के कारक होते है | जिस जातक की कुंडली में शनि दोष होता है या शनि की साढ़े साती व शनि की ढैय्या चलती है उनको जीवन में बहुत कष्टों का सामना करना पड़ता है | ऐसे में शनि गृह के दान , मंत्र जप सिद्ध शनि यंत्र को गले में धारण करने से चमत्कारिक परिणाम मिलते है |
सिद्ध श्री शनि यंत्र को आचार्य श्री तरुण शर्मा जी द्वारा विधिवत निर्मित कर जातक के नाम से मंत्र शक्ति व यज्ञ के माध्यम से सिद्ध किया जाता है | इस कवच लॉकेट को गले में धारण करने मात्र से शनि साढ़े साती व ढैय्या में लाभ मिलता है |
शनि यंत्र लॉकेट क्यों पहने, नीलम रत्न क्यों नहीं :-
ज्योतिष शास्त्र की द्रष्टि से कुंडली में सभी गृह बहुत अधिक महत्व रखते है ऐसे में किसी भी गृह को प्रबल व अनुकूल करने हेतु ज्योतिष आपको रत्न व उपरत्न पहनने की सलाह देते है | किन्तु रत्न व उपरत्न धारण करने से भी समस्या का हल नहीं होता है क्योंकि देखा जाये तो रत्न एक पत्थर ही होता है जो आपके लिए शुभ – अशुभ तो हो सकता है किन्तु विशेष गृह को बल देने में असमर्थ होता है | वही दूसरी तरफ ग्रहों से जुड़े सभी यंत्र विशेष रूप से उस गृह के लिए ही होते है जिसमें अंको और बीज मंत्र का मिश्रण वैदिक द्रष्टि से अवश्य जातक को लाभ प्रदान करते है |
सिद्ध शनि यंत्र लॉकेट लाभ :
आकस्मिक रोग व बीमारी में लाभ मिलता है |
आकस्मिक दुर्घटना से रक्षा होती है |
नौकरी में अड़चन या प्रमोशन में अड़चन दूर होती है |
क़र्ज़ से छुटकारा मिलता है |