||चन्द्र ग्रहण और रक्षा बंधन साथ -साथ | किस प्रकार बनाये रक्षा बंधन ||
भारत वर्ष में जिस प्रकार से होली व दिवाली के त्यौहार बड़ी ही धूम -धाम से बनाये जाते है उसी प्रकार रक्षा बंधन के त्यौहार का भी अपना ही एक अलग महत्व है | इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधकर उन्हें तिलक करती है और उनकी दीर्घ आयु की कामना करती है | इसके बदले में भाई भी उनकी रक्षा का वचन देते है| रक्षा बंधन का त्यौहार प्रतिवर्ष श्रावण (सावन ) मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है |
इस वर्ष रक्षा बंधन का त्यौहार 07 -अगस्त -2017 को आने वाला है और इसी दिन चन्द्र ग्रहण भी है |
चन्द्र ग्रहण :-
07-अगस्त-2017 सोमवार को चन्द्र ग्रहण रात्रि 10:52 PM से शुरू होकर रात्रि के 12:48 AM तक होगा | इस प्रकार चन्द्र ग्रहण पर्व कुल एक घंटा और 56 मिनट तक रहेगा | इसे पूरे भारत वर्ष में देखा जा सकेगा | भारत के साथ -साथ अन्य देशो : पकिस्तान , अफगानिस्तान,ईरान ,ईराक , सऊदी अरब , इथोपिया , केन्या , तंजानिया , द.-अफ्रीका , रूस , चीन , मंगोलिया , म्यानमार , मलेशिया,आस्ट्रेलिया, जापान,थाईलैंड,सिंगापुर, से भी इस अल्पग्रास चन्द्र ग्रहण को न्यूनाधिक समय के लिए देखा जा सकेगा |
यह चन्द्र ग्रहण श्रवण नक्षत्र में रहेगा और मकर राशी रहेगी | इस प्रकार यह चन्द्र ग्रहण श्रवण नक्षत्र और मकर राशी वालो पर कस्टदायक प्रभाव छोड़ेगा | इसके साथ -साथ मिथुन राशी पर , कन्या राशी पर , तुला राशी पर और कुम्भ राशी पर भी इसके प्रभाव देखे जा सकते है |
राखी बांधने का उचित समय :-
ध्यान दे, रक्षा बंधन के दिन चन्द्र ग्रहण होने के कारण 9 घंटे का सूतक का प्रभाव रहता है इसलिए इस समय के दौरान कोई भी शुभ कार्य नही किया जाता है | 07-अगस्त-2017 सोमवार को चन्द्र ग्रहण के रात्रि 10:52 PM पर शुरू होने से पहले के 9 घंटे सूतक के प्रभाव के रहेंगे | अतः यह 9 घंटे का समय दिन में 1.52 PM से शुरू होकर रात्रि 10:52 PM तक रहेगा |
अतः राखी बाँधने का उचित समय 07-अगस्त-2017 सोमवार सुबह से दोपहर 1:51 PM तक रहेगा | बहने अपने भाई को इस समय के बीच में राखी बांधकर इस पर्व को मनाये | For Video :- Click Here
चन्द्र ग्रहण में ध्यान देने योग्य :-
सोमवार को होने वाले चन्द्र ग्रहण को चुडमणि संज्ञक कहा गया है | इस प्रकार चूड़ामणि ग्रहण में होने वाला पूजा -पाठ , यज्ञ, दानपुण्य अनंत फलदायक माना जाता है | ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान, मध्य में हवन व पूजा -पाठ और अंत में दान करना चाहिए | ग्रहण समाप्त होने पर पुनः स्नान करना चाहिए | ग्रहण के दिन, रात्रि में किये स्नान व दान आदि का निषेद नही होता है |
07-अगस्त-2017 सोमवार को होने वाले खंडग्रास चन्द्र ग्रहण का सूतक दिन में 01:52 से शुरू हो जायेगा |अतः इस समय में बच्चों , वृद्ध व रोगी को छोड़कर किसी को भी भोजन नही ग्रहण करना चाहिए |
इस रक्षा बंधन वाले दिन शाम के समय में मंदिर के पट बंद रहेंगे | अतः मंदिरों में देवदर्शन का लाभ प्राप्त नही हो पायेगा |
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Thankingyou.
कार्तिक जी अल्टीमेट ज्ञान परिवार में आपका स्वागत है | ऐसे ही आप जुड़े रहे अल्टीमेट ज्ञान से | शिव तांडव स्त्रोत के विषय पर भी जल्द ही विडियो प्रकाश में लाया जायेगा |
धन्यवाद्
पंडित जी जब ग्रहण से 8 घंटे पहले ओर 8 घंटे बाद तक जिसे आप लोग सूतक कहते हो उसी को साधक लोग अमृत काल बोलते हैं ओर अमृत काल मैं किया गया प्रत्येक कार्य शुभ फल देने वाला होता है फिर ये सब प्रपंच क्यूँ!