Category Archives: प्रेरणात्मक – Motivational

धर्म और कर्म में कौन बड़ा/सर्वोच्च है ?

यह post उन सभी जातक के लिए है जो धर्म और कर्म में ठीक से अंतर नहीं कर पाते और धर्म व कर्म की अलग ही व्याख्या स्वयं के मन में बनाये हुए है | क्या धर्म बड़ा है या फिर कर्म आइये जानते है इस post के माध्यम से | धर्म का मार्ग कर्म पर ही आधारित… Read More »

दूसरों की राय लेना सही या गलत ?

जीवन एक पहेली जैसा है जिसमें मनुष्य कभी तो स्वयं को बड़ा ही सुलझा हुआ महसूस करता है तो कभी इतना उलझा हुआ कि उसका मष्तिष्क सही या गलत की पहचान ही नहीं कर पाता | ऐसे में दूसरों की सलाह लेना कितना सही है और कितना गलत इस विषय पर हम आज चर्चा करने वाले है |… Read More »

क्या धर्मं बदलना उचित है ?

मेरे व्यक्तिगत विचार यदि इस प्रश्न के सन्दर्भ में यदि स्वीकृत किये जाए तो मैं यही कहूँगा कि, धर्म बदलना जैसा भी कुछ होता है क्या ? और यदि होता है तो धर्म का महत्व ऐसे लोगों के विचारों में शुन्य हो जाता है जो धर्म में कमियां देखते है और इसे बदलना चाहते है | हाँ, यदि… Read More »

जीवन में लक्ष्य के महत्व को समझे | बिना लक्ष्य के जीवन का मूल्य

मनुष्य जीवन बड़ा मूल्यवान है | धार्मिक मान्यताओं की माने तो, मनुष्य जीवन प्राप्त होने के पीछे आपके पूर्वजन्म के अच्छे कर्म है | सभी योनियों में मनुष्य जीवन प्राप्त होना श्रेष्ट समझा जाता है | जब मनुष्य के रूप में जीवन प्राप्त करना इतने सौभाग्य की बात है तो इसे व्यर्थ कैसे गवायाँ जा सकता है |… Read More »

गरीबी क्या है ? क्या आप गरीब है, अपनी गरीबी इस प्रकार दूर करें

आमतौर पर हमारे समाज में गरीब उन लोगों को कहा गया है जो आर्थिक रूप से बहुत अधिक कमजोर है इनके पास अपनी आधारभूत आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु भी पर्याप्त धन नहीं है | आज समाज में उन लोगों को गरीब मान लिया गया है जिनके पास पैसे नहीं है | समाज की धारणा ही यही बन गयी… Read More »