मंगला चमारी साधना विधि !

By | May 4, 2018

इस धरा पर जैसे सभी मनुष्य एक जैसे नहीं है उसी अनुसार धर्म में भी भिन्नता है | लेकिन सभी धर्म मनुष्य को एक ही रास्ता दिखाते है वह है सद्मार्ग पर चलने का | आज हम आपको इस्लाम धरम से जुडी एक ऐसी साधना के विषय में जानकारी देने वाले है जिसके सिद्ध करने पर वह एक स्त्री के रूप में आपके साथ पत्नी रूप में राठी है | मंगला चमारी साधना/(Mangla Chamari Sadhna Vidhi) एक ऐसी ही साधना है जिसके सिद्ध करने पर जातक मंगला चमारी को पत्नी स्वरुप पाकर सम्पूर्ण सुख की प्राप्ति करता है |

mangla chamari sadhna vidhi

मंगला चमारी साधना में ध्यान देने योग्य :-

मंगला चमारी साधना ऐसे व्यक्ति ही करें जिसकी अभी तक शादी न हुई हो या जिसकी पत्नी का देहांत हो चुका हो या तलाक हो चुका हो | मंगला चमारी साधना सिद्ध होने पर वह पत्नी रूप में जातक के रहती है |

Mangla Chamari Sadhna Vidhi

मंगला चमारी साधना विधि :-

  • पश्चिम दिशा की तरफ एक हरा या सफ़ेद आसन बिछाकर उस पर स्नान आदि करके बैठ जाये |
  • मंत्र जप में काले हकीक की माला का प्रयोग करें |
  • इस साधना का समय 21 दिन माना गया है |
  • इस साधना का समय रात्रि के 10 बजे के बाद का माना गया है | इसलिए रात्रि 10 बजे के बाद का एक समय सुनिश्चित करें |
  • साधना के प्रथम दिन उड़द की दाल का आटा बनवाकर इसकी छोटी-छोटी 721 रोटियाँ बनवा ले |
  • प्रथम दिन साधना पूर्ण होने के तुरंत बाद एक पानी वाले कुँए में इस सभी रोटियों को डाल आये | रोटियों को कुँए में डालते समय ऐसा बोले – “अ मंगला चमारी यह तेरा तौसा है, इसे स्वीकार कर ” | इस प्रकार कुँए में सभी रोटियाँ डालने के बाद बिना पीछे मुड़े घर वापिस आ जाये |
  • अगले 2० दिन तक आप बेसन की 721 रोटियाँ बनाकर ठीक पहले दिन की तरह पानी में कुँए में डालकर आयें |
  • इस प्रकार प्रथम दिन उड़द की दाल की रोटियां व बाकी के 20 दिन तक बेसन की रोटियां कुँए में डालकर आयें |
  • साधना में प्रतिदिन 721 मन्त्रों के जप करें | मंत्र इस प्रकार से है : ” अलकरीम क़ादिर मंगला चमारी को कर हाज़िर “|

इस प्रकार उपरोक्त विधि अनुसार मंगला चमारी साधना करने से ठीक 21वें दिन मंगला चमारी आपके सामने प्रत्यक्ष रूप से प्रकट होती है | उसकी कुछ शर्तों को पूर्ण करने के बाद वह पत्नी रूप में जीवन भर जातक का साथ देती है | मंगला चमारी साधना में सफलता प्राप्त करने वाला जातक पत्नी सुख तो प्राप्त करता ही है साथ ही ऐसे व्यक्ति को अपार धन की भी प्राप्ति होती है |

मंगला चमारी साधना को सिद्ध करने की विधि भले ही आसान दिखाई पड़ती हो | किन्तु इसे सिद्ध करने में जातक को बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है | इसलिए जरुरी है कि ऐसी साधना शुरू करने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति से इस विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर उसके मार्गदर्शन में ही साधना को पूर्ण करें | सिर्फ और सिर्फ इस post में दी गयी जानकारी के आधार पर ही मंगला चमारी साधना/(Mangla Chamari Sadhna Vidhi) को सिद्ध करने का प्रत्यन कदापि न करें |

One thought on “मंगला चमारी साधना विधि !

  1. Aasheesh Varma

    Jai mata dee
    Gurudev
    Sir
    Mere Ghar par hi mahakali mata Ka mandir Hai .par phir bhi mai asfal hu. Ghar me niyam se rahne Ke bad nhi kam pyre nhi hote
    …vo kahte Hai Na parsa ko chuke nhi sons nhi bans
    Ya
    Kuye Ke pas jajar nhi pyasa rah Jana .to mere pas Maa he note nhi mai kyo asfal ho raha hu ..rasta dhikhye kaise saral taruke se Maa ko prasnna karoo sahayata karo gurudev

Comments are closed.