हमारे वैदिक शास्त्रों में कष्टों के निवारण हेतु बहुत से भिन्न-भिन्न उपायों का उल्लेख मिलता है | आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण से सम्बन्धित गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ/(Gopal Sahastranaam Path ke Labh)के विषय में जानकारी देने वाले है | यूँ तो भगवान श्री कृष्ण के हजारों नाम है जिनमें उनका एक नाम गोपाल भी बहुत प्रचलित है | गोपाल का अर्थ है गाय का पालन करने वाला, उसकी रक्षा करने वाला | इसलिए भगवान श्री कृष्ण को गोपाल रूप में सदैव गाय के साथ ही देखा जाता है |
Gopal Sahastranaam Path ke Labh
भगवान श्री कृष्ण का गोपाल नाम बहुत ही अद्भुत, चमत्कारी एवं फल प्रदान करने वाला है | इसलिए भगवान श्री कृष्ण के गोपाल नाम को लेकर ही हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा हज़ार नाम से स्तुति की गयी, जिसे हमारे शास्त्रों में गोपाल सहस्त्रनाम के नाम से जाना गया | गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ एकमात्र ऐसा पाठ है जिसे करने से जातक भयंकर से भयंकर रोग से, हर प्रकार के कर्ज से, हर प्रकार की चिंता,अवसाद आदि से मुक्ति पा सकता है |
गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करने से रोगी अपने रोग से मुक्त हो जाता है | जेल व बंधन आदि से छुटकारा पाने के लिए भी गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ अद्भुत परिणाम देने वाला है | धन की समस्या अर्थात गरीबी से ग्रसित व्यक्ति इस पाठ के करने से वैभवशाली व्यक्ति बनता है |
इसलिए आज से ही भगवान कृष्ण के गोपाल/radha kripa kataksh स्वरुप की फोटो अपने पूजास्थल पर लगाये व बाजार से गोपाल सहस्त्रनाम पाठ की किताब ले आये | रोजाना सुबह या शाम किसी भी एक समय आप अपनी सुविधानुसार गोपाल सहस्त्रनाम पाठ के एक, दो या तीन बार पाठ करें |
गोपाल सहस्त्रनाम पाठ का किसी जानकार पंडित द्वारा अनुष्ठान करवाने से इच्छित फल की प्राप्ति होती है | इसलिए समय-समय पर गोपाल सहस्त्रनाम पाठ/(Gopal Sahastranaam Path ke Labh) का विधिवत अनुष्ठान भी कराते रहना चाहिए | हमारे शास्त्रों में भी गोपाल सहस्त्रनाम पाठ द्वारा श्री कृष्ण आराधना का बड़ा महत्व बताया गया है |