Depression, तनाव व अन्य मानसिक बीमारी, कुंडली से जाने कारण व उपाय

By | July 25, 2024

डिप्रेशन व तनाव एक प्रकार से मन से जुड़ी बीमारी है जो लंबे समय तक जातक के लाइफ स्टाइल और उनके सोचने व दूसरों के साथ व्यवहार करने से धीरे धीरे जगह बना लेती है और फिर इसे चिपक जाती है कि जातक के जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करती है । ज्योतिष शास्त्र की दृष्टि से जातक की लग्न कुंडली को देखकर पहले से ही यह ज्ञात किया जा सकता है कि यह जातक आगे चलकर मानसिक व्याधियों का शिकार हो सकता है ।

ज्योतिष शास्त्र में सभी प्रकार के मानसिक विकार होने का प्रमुख कारण राहु, चंद्रमा व बुध ग्रह से जुड़ा होता है । जिसके जातक की कुंडली में चंद्र ग्रहण बनता है वे जातक अधिकतर डिप्रेशन ओर तनाव आदि के शिकार बन सकते है । चंद्र ग्रहण को समझते है, जब किसी एक भाव मे ही चंद्र ओर राहु दोनो ग्रह एक साथ बैठ जाते है तो यह चंद्र ग्रहण कहलाता है । इस स्थिति में चंद्र ग्रह बहुत कमजोर हो जाते है और मन से जुड़ी व्याधियां होने लगती है ।

Mansik bimari or kundali

इसके अतिरिक्त चंद्र ग्रह का कुंडली मे डिग्री से बहुत अधिक कमजोर होना या चंद्रमा का वृश्चिक राशि मे होना , इस राशि मे चंद्रमा नीच के हो जाते है ।

यदि जातक की कुंडली मे बुध ग्रह अस्त है, या बुध ग्रह डिग्री से बहुत अधिक कमजोर है या बुध ग्रह नीच के होकर बैठे है या शत्रु राशि मे बैठे है ये सभी समीकरण भी जातक को मानसिक रूप से बीमार कर सकते है ।

राहु का महादशा या अन्तर्दशा में : यदि जातक की कुंडली मे राहु मारक है तो ऐसे में जब भी राहु की महादशा या अन्तर्दशा आती है तो जातक की मानसिक रूप से बीमार कर देती है और साथ मे कर्ज़ बढ़ने के भी संकेत दिखते है ।

यदि आप भी किसी प्रकार की मानसिक बीमारी से झूझ रहे है तो एक बार अपनी कुंडली का किसी अच्छे ज्योतिषाचार्य से विश्लेषण अवश्य करवाये और बताये गए उपाय अवश्य करे ।

वैसे अधिकतर चंद्र ग्रह और राहु ग्रह के उपाय करने से मानसिक रोग में लाभ अवश्य मिलता है । चंद्र को और राहु को दोनों ग्रह को ठीक करने हेतु शिवलिंग पूजा सबसे अच्छा उपाय है । प्रतिदिन शिवमंदिर जाए व शिवलिंग को जल अर्पित किया करे ।

मोती स्टोन को चांदी की अंगूठी में लगवाकर पहने । काले कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी रोटी खिलाये । शनिवार को गोशाला जाए व गाय को गुड़ आदि खिलाये । किसी दिव्यांग की मदद करने की कोशिश करे व उनको दान आदि दिया करे ।

इस प्रकार ये उपरोक्त उपाय करने के साथ साथ किसी मनोचिकित्सक को अवश्य दिखाए । जल्द ही  आपकी बीमारी ठीक हो ऐसी हम आपके लिए कामना करते है ।