रत्न क्या होते है ? ज्योतिष शास्त्र में रत्न का महत्व ! किस राशि के स्वामी को कौन सा रत्न धारण करना चाहिए

By | March 23, 2018

रत्न दिखाई देने में खनिज का एक ऐसा टुकड़ा है जिसे पोलिश, कटाई आदि के बाद दिखने में सुंदर और आकर्षक बना दिया जाता है | वैसे तो इस धरती पर बहुत से रत्न है किन्तु विशेष रूप से 9 रत्न सार्वधिक प्रचलित और अधिक पहने जाते है | सभी रत्न अपने आप में एक दुर्लभ पत्थर होते है जिन्हें आभूषण के रूप में पहना जाता है | ये सभी 9 रत्न अलग-अलग विशेषताएं रखते है | सभी 9 रत्नों/(9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh) को दर्लभ इसलिए कहा गया है क्योंकि ये अपनी विशेषताओं और गुणों के कारण सभी को आकर्षित करते है व प्रकृति में बहुत जटिलता से प्राप्त होते है |

9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh

रत्नों की विशेषता :-

मानव अनादिकाल से ही रत्नों के प्रति उत्साहित और आकर्षित रहा है और आने वाले समय में भी रहेगा क्योंकि रत्न आपके सौन्दर्य में तो चार चाँद लगाते ही है साथ में धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इनमें दैवीय शक्तियों का वास होता है | सभी 9 रत्न व्यक्ति के रोग, आर्थिक समस्या, पारिवारिक कलह , दाम्पत्य जीवन में सुख की कमी , संतान सुख से वंचित होना और भी बहुत से दुखों को दूर करने की शक्ति रखते है | विधि अनुसार रत्न धारण करने से जीवन में सुख-सम्रद्धि आने लगती है व सकारात्मक उर्जा का संचार होने लगता है |

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्न धारण करने के लाभ :-

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी 9 रत्न सौरमंडल के नवग्रह के सूचक है जिनके शरीर पर धारण करने से गृह संबधी दोष दूर होते है | ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार रत्नों में मानव जीवन से जुडी सभी समस्याओं को हल करने की शक्ति निहित होती है बशर्ते रत्न को व्यक्ति की कुंडली के अनुसार धारण किया जाना चाहिए | एक जातक की कुंडली में कमजोर गृह से शुभ फल प्राप्त करने हेतु रत्न धारण किया जाता है | रत्न धारण करने से जातक की कुंडली का वह गृह जो नीच स्थान पर है और शुभ फल नहीं दे पा रहा, उस गृह से सम्बंधित रत्न/(9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh) धारण करने से वह गृह शक्तिशाली होने लगता है व शुभ फल देने लगता है |

9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh

9 रत्नों और नवग्रहों का संबध :-

सभी 9 रत्न पृथक-प्रथक रूप से अलग-अलग 9 ग्रहों को संबोधित करते है उन्हें प्रबल बनाते है | आइये जानते है कौन-कौन सा रत्न किस गृह को प्रबल बनाता है :-

  1. सूर्य गृह की प्रबलता के लिए    –  मानिक रत्न 
  2. चंद्रमा की प्रबलता के लिए       –   मोती रत्न 
  3. मंगल गृह की प्रबलता के लिए  – मूंगा रत्न 
  4. बुध गृह की प्रबलता के लिए     – पन्ना रत्न 
  5. गुरु गृह की प्रबलता के लिए     – पुखराज रत्न 
  6. शुक्र गृह की प्रबलता के लिए    – हीरा रत्न 
  7. शनि गृह की प्रबलता के लिए    – नीलम रत्न 
  8. राहू गृह की प्रबलता के लिए     – गोमेद 
  9. केतु गृह की प्रबलता के लिए     – लहसुनियां 

राशी के अनुसार कौन सा रत्न धारण करें :

  • मेष राशी के लिए : – मेष राशी के स्वामी स्वभाव से बहुत ही उग्र व शीघ्र ही क्रोधित होने वाले होते है | इस राशि के लिए मूंगा रत्न धारण करना विशेष फलदायी सिद्ध हो सकता है | इस रत्न के पहनने से जातक का मन शांत रहता है |
  • वृषभ राशी के लिए :  वृषभ राशी के स्वामी स्वाभाव से भावुक व शीघ्र ही दूसरों पर विश्वास कर लेते है | उनके लिए हीरा रत्न धारण करना सबसे उत्तम माना गया है | हीरे के प्रभाव से जातक ऐसे व्यक्तियों से स्वतः ही दूर होने लगता है जो उसे हानि पहुंचाने की चेष्टा करते है |
  • मिथुन राशी के लिए :- मिथुन राशी के स्वामी कला के प्रति सवेंदनशील रहते है | किन्तु इस राशी के स्वामी बहुत परिश्रम के बाद सफलता प्राप्त करते है | मिथुन राशी के स्वामी को पन्ना रत्न धारण करना चाहिए, इससे उन्हें अपने कार्य क्षेत्र में सफलता मिलती है |
  • कर्क राशी के लिए : – कर्क राशि के स्वामी बुद्धि से बहुत तेज होते है | उनके विचारों को नियंत्रित करने के लिए उन्हें मोती रत्न धारण करना चाहिए | मोती स्वभाव से शीतल होता है व इसे धारण करने से जातक का मन शांत रहता है |
  • सिंह राशी के लिए : – सिंह राशी के स्वामी स्वभाव से उदार व संघर्षशील होते है | इन्हें सफलता बहुत मेहनत के बाद प्राप्त होती है | इस राशि के स्वामी को मानिक रत्न धारण करना चाहिए |
  • कन्या राशि के लिए : –  स्वभाव से बहुत ही चंचल व दूसरों के प्रति संवेदना रखने वाले कन्या राशि के स्वामी को पन्ना रत्न धारण करने से लाभ प्राप्त होता है |
  • तुला राशि के लिए : –  तुला राशि के स्वामी बहुत सी खूबियों के मालिक होते है | उन्हें दूसरों को अपने नियंत्रण में रखना यानी नेतृत्व करना पसंद है | इनमें धन कमाने की चाह ओरों से अधिक होती है | इस राशि के स्वामी के लिए ओपल , ब्लू डायमंड और टोपाज धारण करना लाभप्रद है (9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh) |
  • वृश्चिक राशि के लिए : – इस राशि के स्वामी स्वभाव से धैर्यवान होते है व काफी परिश्रम के बाद इन्हें सफलता अर्जित होती है | वृश्चिक राशी के स्वामी को मूंगा रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है |
  • धनु राशि के लिए : –  धनु राशि के स्वामी शारीरिक रूप से मजबूत होते है व किसी भी कार्य को पूर्ण किये बिना उसे दूसरों को सौंप देते है | इस राशि के स्वामी को पुखराज धारण करना चाहिए |
  • मकर राशि के लिए :- मकर राशि के स्वामी सदैव दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते है | इन्हें अपनी मेहनत का फल थोड़ी देर से मिलता है | इस राशी का स्वामी गृह शनि है व नीलम रत्न धारण करना इस राशि के जातक के लिए सबसे अधिक लाभप्रद सिद्ध हो सकता है |
  • कुम्भ राशि के लिए : –  इस राशि के स्वामी बुद्धि के भण्डार होते हुए भी आत्मविश्वास से कमजोर होते है | शारीरिक रूप से थोड़े कमजोर होते है | इन्हें नीलम रत्न धारण करना चाहिए |
  • मीन राशि के लिए : – मीन राशि के स्वामी जीवन के प्रति उत्साह रखने वाले होते है किन्तु इनका स्वास्थ्य थोडा कमजोर ही रहता है | इस राशी के स्वामी को पुखराज धारण करना चाहिए |

अन्य जानकारियाँ :- 

सभी 9 रत्न आभूषण के रूप में प्रयोग होने के साथ-साथ आपकी समस्याओं के निवारण के रूप में भी प्रयोग होते है | किन्तु किसी रत्न का सकारात्मक प्रभाव तभी सामने आता है जब वह पूर्ण विधि के अनुसार व कुंडली के अनुरूप धारण किया जाये | विपरीत रत्न धारण करने से जातक को भारी हानि का सामना करना पड़ सकता है ऐसे में तुरंत रत्न को उतार देना चाहिए व अच्छे ज्योतिष आचार्य से सलाह लेकर उचित रत्न(9 Ratan Kya Hai Rashi or Ratan Ka Sambandh) धारण करना चाहिए | किसी भी रत्न को धारण करने से पहले यह सुनिश्चित कर ले कि यह पूर्ण रूप से शुद्ध व original है | आज के समय में बाजार में अधिकतर नकली रत्न ही मिलते है |