राहु और केतु दोनों को छाया गृह माना गया है | यद्यपि ये स्वत्रंत रूप से अपने प्रभाव नहीं दिखाते है | ये दोनों गृह जिस भी गृह के साथ होते है उसी के अनुरूप फल प्रदान करते है | ऐसा नहीं है कि राहू और केतु हमेशा ही अशुभ फल प्रदान करते है | जब राहू कुंडली के तीसरे, छटे और ग्यारहवे भाव में हो तो शुभ फल प्रदान करते है(Rahu Dosh Nivaran Upay)| राहु और केतु अगर किसी जातक की कुंडली में दशा और महादशा हो तो जातक के लिए यह काफी कष्टकारक होता है | आज हम आपको राहु गृह की दशा और महादशा को शांत करने के उपायों के विषय में जानकारी देने वाले है |
Rahu Dosh Nivaran Upay
राहु दोष निवारण उपाय : –
- राहू गृह की दशा और महादशा होने पर इस मंत्र के नियमित रूप से जप करने चाहिए | इस मंत्र के जप से राहू दशा से होने वाले कष्ट दूर होते है | मंत्र इस प्रकार से है : ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः |
- भगवान भोलेनाथ की आराधना से भी राहु दशा में कष्ट कम होते है | इसलिए शिवलिंग को जल अर्पित करें | सोमवार को व्रत रखे व ॐ नमः शिवाय मंत्र के जप करें |
- शनिवार की शाम एक मोटी रोटी बनाये, इस रोटी पर सरसों का तेल लगाये और इसे चार हिस्सों में बांटकर किसी काले कुत्ते को खिला दे | इस उपाय के करने से राहु -केतु और शनि दोष सभी शांत होते है | इसके अतिरिक्त आप तेल के गुलगुले भी काले कुत्ते को खिला सकते है |
- राहु दशा होने पर अधिक से अधिक दान करना चाहिए : किसी भूखे को खाना खिलाये, कौए को मीठा खिलाये व ब्राह्मण को भोजन कराये(Rahu Dosh Nivaran Upay) |
- प्रतिदिन सुबह-सुबह पक्षियों को बाजरा और काले तिल दोनों को मिलाकर खिलाये |
- राहू की दशा में रात को अपने सिरहाने जौं रखकर सोना चाहिए | सुबह इस जौं को दान कर देना चाहिए |
- शनिवार के दिन अपने उपयोग किये हुए वस्त्र किसी गरीब को दान करने चाहिए |
- राहू की दशा और महादशा में प्रतिदिन सुबह 2 रोटी व थोडा मीठा गाय को खिलाये |
- सात तरह का अनाज मिलाकर कुल वजन सवा 7 किलो कर ले | अब इसमें थोडा सा तेल मिला ले | अब इसे अपने ऊपर से सात बार वार ले | अब गुरुवार के दिन से शुरू करके लगातार समान मात्रा में किसी बिजार( गाय की नर प्रजाति) को खिलाये |
- राहू मंत्र साधना करने से भी राहू प्रसन्न होते है और राहू से होने वाले सभी कष्ट दूर होते है | राहू मंत्र || ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः || को आप सिद्ध करने के लिए सामान्य मन्त्र साधना के अनुरूप ही इस साधना को भी कर सकते है
- भगवान भैरव के मंदिर में रविवार दे दिन शराब चढ़ाये व तेल का दीपक जलाये |
- कुंडली में राहु की दशा होने पर शराब का सेवन आपकी समस्याओं को और भी बढ़ा सकता है | इसलिए शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दे(Rahu Dosh Nivaran Upay) |