एकमुखी रुद्राक्ष के बारे में यह प्रसिद्द है कि एकमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति के पूर्व जन्म के पाप नष्ट हो जाते है | चूँकि व्यक्ति दुःख और कष्ट अपने पूर्व जन्म के कर्मों के प्रतिफल के रूप में ही पाता है, इसलिए एकमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति इन पापों से मुक्त होकर जीवन को सात्विक ढंग से व्यतीत करता है, और इन सबसे ऊपर उसे मोक्ष की भी प्राप्ति होती है | एक मान्यता यह भी है कि एकमुखी रुद्राक्षों(Ek Mukhi Rudraksha ki Pahchan) की माला धारण करने से भगवान शिव की कृपा होती है |
एक मुखी रुद्राक्ष साक्षात् शिव का स्वरुप है | शिव हमेशा मोक्षकारक है, क्योंकि शिव ही संहारकर्ता भी है | हालाँकि कुछ चालाक लोग आज के समय में एक मुखी रुद्राक्ष को वैभव और विलासिता से जोड़ कर बताते है | जबकि एकमुखी रुद्राक्ष से इन बातों का कोई विशेष संबंध नहीं है | क्योंकि एक मुखी रुद्राक्ष तो इस चराचर जगत से हमेशा के लिए मुक्ति दिलाने के लिए बना है |
यह अलग बात है कि जो लोग पूरी तरह से अस्वस्थ है या फिर आर्थिक द्रष्टि से टूट चुके है, वे यदि संभव हो तो एकमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है | एकमुखी रुद्राक्ष में अद्भुत शक्ति होती है | यह तत्काल ही धारक को अनेकों कष्टों से मुक्ति दिला देता है | तथापि हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि सुख भोगने के लिए या विलासिता में वृद्धि करने के लिए एकमुखी रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहिए | क्योंकि एक मुखी रुद्राक्ष कभी भी इस प्रकार की चीजों को प्रोत्साहित नहीं करता है |
Ek Mukhi Rudraksha ki Pahchan
नकली एकमुखी रुद्राक्ष और असली एकमुखी रुद्राक्ष में अंतर
प्रायः देखा जाता है कि एकमुखी रुद्राक्ष में एक रेखा के अलावा स्वस्तिक, त्रिशूल और नाग जैसी आकृतियाँ बनी होती है | लेकिन एक बात का ध्यान रखे : कभी भी किसी असली एकमुखी रुद्राक्ष में इस प्रकार की आकृतियाँ नहीं मिलेंगी | इसका सीधा-सीधा अर्थ है कि ऐसे रुद्राक्ष कृत्रिम रूप से लोगों को बहकाने के लिए बनाये जाते है |
कृत्रिम रुद्राक्ष को हमेशा एकमुखी ही बनाया जाता है | क्योंकि एकमुखी रुद्राक्ष ही लोगों को प्रभावित कर पाता है | इसके बारे में अनेकों प्रकार से भ्रांतियां भी स्थापित है | इसलिए आमजन चालाक लोगों की मीठी बातों के फेर में आकर नकली रुद्राक्ष को धारण कर लेते है |
Ek Mukhi Rudraksha ki Pahchan
नकली व असली एकमुखी रुद्राक्ष की पहचान : –
एकमुखी रुद्राक्ष बनाने की दो विधियाँ आमतौर पर प्रचलन में है | एक विधि में किसी पांच मुखी रुद्राक्ष की चार रेखाओं को खण्डित कर दिया जाता है | केवल एक रेखा को ही पूर्ण रखा जाता है | सामान्यजन इस चालाकी को पकड़ नहीं पाते है | यह रुद्राक्ष पांच मुखी ही है, लेकिन इसकी चार रखाओं को खंडित कर देने से यह एकमुखी ही दिखाई देता है |
दूसरी विधि में लकड़ी का एकमुखी रुद्राक्ष बनाया जाता है इस लकड़ी से बने रुद्राक्ष में नाग या त्रिशूल की आकृति भी बना दी जाती है | यह पूरी तरह से भ्रमित करने वाली चीज है | जैसा कि हम पहले भी बता चुके है किसी भी रुद्राक्ष में नाग या त्रिशूल की आकृति नहीं होती है | यदि आपको किसी एकमुखी रुद्राक्ष में इस प्रकार की कोई आकृति दिखाई देती है तो समझ जाए इसे कृत्रिम रूप से बनाया गया है |
लड़की से जो एक मुखी रुद्राक्ष बनाये जाते है उनमें आप यदि मैग्निफाई ग्लास से देखें तो आपको बहुत ही बारीक बाल जैसी दरारें दिखाई देती है | इसके अतिरिक्त लकड़ी से बने रुद्राक्ष को किस तीक्ष्ण लाहे के चाकू या औजार आदि से खुरचकर देखें | आप पाएंगे जैसी रेखा उस रुद्राक्ष की ऊपरी परत में दिखाई देती है वैसी खुरचने में नहीं प्राप्त होगी | या तो वह बहुत ही गहरी काली होगी या फिर लाल या सफ़ेद | ऊपर से दिखाई देने वाले रंग और आन्तरिक रंग में कोई सामंजस्य नहीं होगा | इसका अर्थ है कि यह रुद्राक्ष नहीं है (Ek Mukhi Rudraksha ki Pahchan)|
लड़की या प्लास्टिक से बने रुद्राक्ष यदि संख्या में दो या अधिक हो तो आप इनको ध्यानपूर्वक देखे तो पाएंगे, कि इनका आकार-प्रकार बिल्कुल या लगभग एक जैसा है |
एक मुखी रुद्राक्ष की यह भी एक पहचान है कि यह आम लोगों का उपलब्ध नहीं होता है | यदि कोई साधारण-साधू या व्यापारी आपको एकमुखी रुद्राक्ष होने की जानकारी दे तो समझे कि वह नकली है | एकमुखी मुखी रुद्राक्ष की संख्या न के बराबर होती है इसलिए यह बड़ी ही दुर्लभता से प्राप्त होता है | बाजार में ऊँची-ऊँची कीमत पर मिलने वाले सभी एकमुखी रुद्राक्षों में 99% नकली होते है |
असली रुद्राक्ष बहुत चिकना और मुलायम अनुभव होता है | लेकिन जो रुद्राक्ष नकली होता है वह खुरदरा और कठोर प्रतीत होगा | यदि नकली रुद्राक्ष प्लास्टिक का बना है तो उसे अग्नि के समीप ले जाने पर उसकी आकृति में परिवर्तन आने लगता है |
असली और नकली रुद्राक्ष में एक बड़ी भिन्नता यह भी है कि असली रुद्राक्ष पानी में डूब जाता है और नकली रुद्राक्ष पानी में तैरता रहता है(Ek Mukhi Rudraksha ki Pahchan) |
अन्य जानकारियाँ : –
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