हनुमान जी के 5 चमत्कारिक मंदिर, जहाँ होती है सभी मनोकामना पूरी

By | January 16, 2019

भगवान श्री राम भक्त हनुमान जी वैसे तो अपने भक्तों के थोड़े से भक्ति भाव से प्रसन्न होकर उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण करते है | लेकिन कुछ स्थान ऐसे भी है जहाँ साक्षात् हनुमान जी विराजमान है और वहां सिर्फ जाने से ही आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है | हनुमान जी के ये सभी चमत्कारी मंदिर सम्पूर्ण भारत में प्रसिद्द है | हनुमान जी के इन सभी सिद्ध स्थानों पर जो भक्त सच्चे मन से श्री राम का नाम लेते है उनके सभी कष्ट स्वतः ही दूर होने लगते है साथ ही आपके सभी कार्य सिद्ध होने लगते है | आइये जानते है हनुमान जी के 5 चमत्कारी मंदिरों(Hanuman Ji Ke Chamatkari Mandir)के विषय में जानकारी :

Hanuman Ji Ke Chamatkari Mandir :

hanuman ji ke chamatkari mandir

हनुमान जी के 5 चमत्कारी मंदिर : –

1. विन्ध्याचल वाले हनुमान जी का मंदिर : –

विन्ध्याचल पर्वत के पास स्थित इस मंदिर में बंधवा हनुमान नाम प्रसिद्द है | सभी भक्त यहाँ स्थित हनुमान जी को बंधवा हनुमान जी के नाम से पुकारते है | यहाँ मान्यता है कि बाल रूप में हनुमान एक पेड़ से प्रकट हुए थे | ऐसा माना जाता है कि यहाँ हनुमान अपने आप बड़े होते जा रहे है | शनि दोष से मुक्ति पाने हेतु भक्तजन यहाँ हनुमान जी से अपनी अरदास लगाते है और उन्हें चमत्कारिक परिणाम भी देखने को मिलते है | यहाँ विराजमान हनुमान जी का स्वरुप भी बच्चे के समान ही है(Hanuman Ji Ke Chamatkari Mandir) |

2. चंदौली के कमलपुरा में स्थित बरगद वाले हनुमान जी : –

चंदौली के कमालपुरा में स्थित हनुमान जी(Hanuman Ji Ke Chamatkari Mandir) एक बरगद के पेड़ से प्रकट हुए है | यहाँ हनुमान जी की खंडित मूर्ति है | वैसे तो हिन्दू धर्म में खंडित मूर्ति की पूजा करने का विधान नहीं है लेकिन यहाँ हनुमान जी प्राकर्तिक रूप से प्रकट हुए है इसलिए लोगों में इस स्थान की बड़ी मान्यता है | ऐसी मान्यता है कि जब हनुमान जी यहाँ स्वयं भू हुए थे तो उनके माथे पर सोने का मुकुट था | एक व्यापारी ने सोने के लालच में आकर सोने के मुकुट सहित उनके मस्तक को काट लिया | व्यापारी के ऐसा करते ही हनुमान जी की प्रतिमा से खून बहने लगा | व्यापारी डरकर वहां से मुकुट लेकर भागने लगा और रास्ते में उसका जहाज डूब गया जिससे व्यापारी की मृत्यु हो गयी | तभी से उस खंडित रूप में ही हनुमान जी की पूजा होती रही है | यहाँ श्रद्धा भाव से जो भी भक्त अपनी इच्छा रखते है उनकी इच्छा अवश्य पूर्ण होती है |

3. झांसी में स्थित हनुमान मंदिर : –

झाँसी में स्थित हनुमान जी के मंदिर के चारों ओर पानी ही पानी बिखरा रहता है यह कोई नहीं जानता कि पानी कहाँ से आता है | हनुमान जी पूजा भी इसी पानी के बीच ही की जाती है | एक बार हनुमान जी की प्रतिमा से आंसू बहने लगे तो भक्तों ने यहाँ भजन कीर्तन आदि किये तब जाकर उनकी आँखों से आंसू बहने बंद हुए | यह मंदिर अपने आप में चमत्कारी मंदिर है | यहाँ आने वाले भक्त चर्म रोग और नेत्र रोग में आराम पाते है |

4. प्रयाग में संगम किनारे स्थति लेटे हुए हनुमान जी : –

प्रयाग में संगम नदी के किनारे हनुमान लेटे हुए है | कहते है लंका में रावन के साथ युद्ध के बाद हनुमान जी बहुत थक गये है तो उन्होंने यहाँ पर लेटकर विश्राम किया था | हनुमान जी इतने कमजोर महसूस कर रहे थे कि उन्होंने यही प्राण त्यागने का मन बना लिया था तब सीता माँ ने उन्हें सिन्दूर का लेप लगाकर ठीक किया था | यहाँ हनुमान जी को जो भी भक्त सिन्दूर अर्पित करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है |

5. कानपुर स्थित हनुमान मंदिर : –

कानपुर में हनुमान जी पंचमुखी हनुमान जी(Hanuman Ji Ke Chamatkari Mandir) के नाम से विख्यात है | ऐसी मान्यता है कि यहाँ हनुमान जी और लव कुश का युद्ध हुआ था | युद्ध में परास्त होने के बाद सीता माँ ने यहाँ हनुमान जी को भोजन कराया था | माँ सीता ने हनुमान जी कको यहाँ लड्डू खिलाये थे | ऐसी मान्यता है कि जो भक्त उन्हें श्रद्धा भाव से लड्डू का भोग लगाते है उनकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती है | इस मंदिर की विशेष बात यह है कि यहाँ आकर भक्तों को बिना मांगे ही सब कुछ मिल जाता है |