सजाड़ा धाम – त्रिलोक भारती मंदिर – जोधपुर(राजस्थान)

By | August 21, 2019

राजस्थान की धरा धार्मिक द्रष्टि से एक एतिहासिक महत्व रखती है | राजस्थान में अनेकों प्रसिद्द सिद्ध स्थान है जहाँ भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है | आज हम आपको राजस्थान के जोधपुर शहर के निकट सजाडा धाम के विषय में जानकारी देने वाले है | जीवन में जब दुःख इतने बढ़ जाते है कि मनुष्य को कही कोई भी मार्ग नजर नहीं आता तो वह अंत में भगवान् की शरण में आता है और जो सच्चे मन से ईश्वर की भक्ति करता है ईश्वर उनके दुःख अवश्य दूर करते है | सजाड़ा धाम/Sajada Dham Jodhpur भी एक चमत्कारी स्थान है जहाँ सच्चे मन से जाने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटते है |

सजाड़ा धाम – जोधपुर /Sajada Dham Jodhpur : –

जोधपुर शहर से मात्र 40 km की दूरी पर सजाड़ा गाँव में स्थित श्री श्री 1008 त्रिलोक भारती मंदिर अपने चमत्कारों से सम्पूर्ण भारत में प्रसिद्द हो रहा है | दिन प्रतिदिन यहाँ आने वाले लोगों की भीड़ भडती जा रही है क्योंकि यहाँ आने वालो लोगों के संकट दूर होते है | विशेष रूप से बाबा त्रिलोक भारती का यह धाम ऊपरी बाधा दूर करने व हर प्रकार की बीमारी ठीक करने के लिए प्रसिद्द है |

बाबा त्रिलोक भारती जो भगवान् शिव के उपासक थे उन्होंने इस स्थान पर आज से लगभग 400 साल पहले समाधि ली थी | आज से लगभग 15 वर्ष पूर्व ही उनके समाधि स्थान पर मंदिर का निर्माण किया गया | तभी से बाबा त्रिलोक भारती की कृपा से इस स्थान पर चमत्कार देखने को मिल रहे है |

बाबा त्रिलोक भारती के इस मंदिर में आते ही आपको भूत-प्रेत और ऊपरी बाधा से पीड़ित जगह-जगह देखने को मिल जायेंगे | यहाँ आने पर भूत-प्रेत से पीड़ित व्यक्ति स्वतः ही ठीक होने लगते है | इस स्थान की विशेषता यह है कि यहाँ कोई पंडित या बाबा नहीं जो आपके संकट दूर करता है | यहाँ तो बस सिर्फ और सिर्फ बाबा त्रिलोक भारती की कृपा से ही सब कार्य पूर्ण होते है | यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार की ऊपरी बाधा से पीड़ित है या उसके परिवार की किसी प्रकार का जादू या तंत्र का प्रयोग हुआ है तो उसे अवश्य ही यहाँ आना चाहिए | मात्र 2 से 5 बार इस मंदिर में आने से पीड़ित से सभी कष्ट दूर होने लगते है |

क्या इस स्थान पर शारीरिक व मानसिक बीमारियाँ भी ठीक होती है : –

Sajada Dham Jodhpur सजाड़ा धाम – ऊपरी बाधा और भयंकर बीमारियाँ ठीक होने के कारण ही दिन प्रतिदिन अपनी प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है | ये शब्द हम अपने व्यक्तिगत अनुभव से नहीं कह रहे है हम अपने व्यक्तिगत अनुभव को इस पोस्ट के अंत में आपसे शेयर करेंगे | जब आप सजाड़ा धाम जाते है तो यहाँ आने वाले हजारों पीड़ितों से आपकी मुलाकात होती है और उनसे आप उनके वास्तविक अनुभव को साझा करते है तो पाते है कि ऐसा कोई व्यक्ति है ही नहीं जिसे यहाँ आने के पश्चात् लाभ न मिला हो | किसी को 50 % लाभ हुआ तो किसी को 80 % लाभ मिला और किसी को 20 % लाभ मिला | कैंसर पीड़ित रोगी यहाँ बहुत आते है | जिनमें से बहुत से रोगी दावा करते है कि यहाँ आने से उनका कैंसर ठीक हो गया है | ठीक ऐसे ही शुगर पीड़ित रोगी – हृदय रोगी – मानसिक रोगी और भी अन्य प्रकार के असाध्य रोग से पीड़ित रोगी यहाँ आकर अपने रोग में लाभ प्राप्त करते है |

सजाड़ा धाम कैसे पहुचें व वहाँ जाने के बाद कैसे क्या करें : –

जोधपुर में सजाड़ा धाम बहुत ही प्रसिद्ध है | एक माह के दौरान पूर्णिमा से कुछ दिन(लगभग 5 दिन पहले)  पहले व पूर्णिमा के दिन यहाँ सबसे अधिक भीड़ रहती है अधिकांश लोग इस दौरान ही यहाँ आना पसंद करते है | अगर आप पहली बार यहाँ जाने का मन बना रहे है तो इन पूर्णिमा के निकट के दिनों में ही आप यहाँ जाये |

जोधपुर में बसस्टैंड व रेलवे स्टेशन के निकट आपको सजाड़ा जाने वाली बस आसानी से मिल जाएगी | अगर किसी प्रकार की कठिनाई अनुभव होती है तो आप जोधपुर से कोई टैक्सी hire करके सजाड़ा धाम आसानी से पहुँच सकते है | जोधपुर से सजाड़ा धाम पहुँचने में लगभग एक घंटे का समय लगता है |

जैसे ही आप सजाड़ा धाम/Sajada Dham Jodhpur पहुँच जाते है वहाँ आपको सबसे पहले अपने रहने की व्यवस्था करनी है यहाँ बहुत से टेंट लगे है जहाँ आपको चारपाई किराये पर मिल जाती है इसके लिए आपको Rs 50 से Rs 100 एक चारपाई के देने होते है | खाना खाने के लिए आप यहाँ पास में स्थित भोजनालय जा सकते है | यहाँ आने के पश्चात् आप स्नान आदि करके बाबा त्रिलोक भारती के मंदिर जाये | मंदिर में सुखा नारियल लेकर जाये | मंदिर में स्थित धूना में इस नारियल को अपने सिर के ऊपर से 7 बार वार लेने के बाद डाल दे | और मंदिर की अधिक से अधिक परिक्रमा करे | मंदिर प्रांगन में बैठकर ॐ नमः शिवाय मंत्र के अधिक से अधिक जप करें |

एक दिन में तीन बार मंदिर प्रांगन में अवश्य जाये और नारियल को इसी प्रकार धूना में डाल दे | घर वापिस आते समय वहाँ से बाबा की विभूति अवश्य लेकर आये | अगर आपको यहाँ जाने से अपने रोग में व ऊपरी संकट में आराम मिलता है तो बाबा त्रिलोक भारती के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को इसी प्रकार बनाये रखे और जब भी समय मिले पहुँच जाये बाबा के धाम |

Sajada Dham Jodhpur

सजाड़ा धाम के विषय में हमारा व्यक्तिगत अनुभव : –

इसमें कोई दो राय नहीं कि सजाड़ा धाम/Sajada Dham Jodhpur पर स्वतः ही ऊपरी बाधा जैसे भूत-प्रेत और किये कराये से पीड़ित रोगी ठीक हो जाते है | किन्तु जब शरीरिक रोग ठीक होने की बात होती है तो यह स्थान हमारे व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कुछ अलग ही आंकड़े दिखाता है | यहाँ सबसे अधिक कैंसर ठीक होने का दावा किया गया है किन्तु मेरे व्यक्तिगत अनुभव के अनुसार मेरे 3 परिचित जो कैंसर रोग से पीड़ित थे यहाँ बहुत बार आये जिनमें से एक महिला का कैंसर तो लगभग ठीक हो गया था लेकिन कुछ समय बाद उस महिला सहित कैंसर के कारण ही सबकी मृत्यु हो गयी | लेकिन एक अन्य महिला जो एक अजीब प्रकार के असाध्य रोग से पीड़ित थी यहाँ बाबा की शरण में आने से आज बिलकुल ठीक है | कुछ वर्ष पहले मैंने भी इस स्थान की यात्रा की थी | यहाँ आकर लोगों से उनके रोग ठीक होने के विषय में पुछा तो पता चला सभी को अपने रोग में धीरे-धीरे राहत मिल रही है |

बाबा त्रिलोक भारती के इस पवित्र सजाड़ा धाम/Sajada Dham Jodhpur के विषय में यह जानकारी आपको कैसी लगी आप अपना अनुभव हमसे शेयर कर सकते है | इस पोस्ट में दिए गये हमारे व्यक्तिगत अनुभव से आशय किसी जातक की बाबा त्रिलोक भारती के लिए श्रद्धा और अटूट विश्वास को ठेस पहुँचाना बिल्कुल नहीं है || जय बाबा त्रिलोक भारती ||