भगवान शिव को प्रसन्न करने के 10 प्रभावशाली उपाय

By | February 3, 2018

भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा गया है क्योंकि वे अपने भक्तों के थोड़े से भक्ति भाव से प्रसन्न होकर उन्हें फलीभूत करते है | जीवन में हर तरफ से संकटों से घिर जाने पर भगवान भोलेनाथ की आराधना न केवल भक्त के सभी संकट दूर करती है बल्कि उन्हें मोक्ष की और भी अग्रसर भी करती है | मनुष्य के द्वारा किये पापों को दूर करने में शिवलिंग पूजा का विशेष महत्व है |

वैसे तो भगवान शिव की आराधना के लिए सोमवार का दिन श्रेष्ठ माना गया है | किन्तु जब व्यक्ति के जीवन में परेशानियाँ कम होने का नाम न ले और हर संभव प्रयास के बाद भी असफलता हाथ लगे तो ऐसे में प्रतिदिन भगवान शिव के मंदिर में शिवलिंग पूजा से सभी परेशानियाँ स्वतः ही दूर होने लगती है |

भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करे :

भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करे

भगवान शिव को प्रसन्न करने के 10 प्रभावशाली उपाय :-

  1. भगवान शिव के मंदिर परिसर में महा मृत्युंजय मंत्र के नियमित जप आपको हर रोग व बीमारी से मुक्ति प्रदान करते है ऐसा व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त होता है |
  2. प्रत्येक सोमवार के दिन सुबह-सुबह रूद्र अभिषेक द्वारा शिवलिंग पूजा भगवान शिव को सबसे अधिक प्रिय है | शिवलिंग रूद्र अभिषेक में दूध , दही , घी , शहद व शक्कर आदि के मिश्रण से शिवलिंग को स्नान कराया जाता है | शिवलिंग रूद्र अभिषेक के विषय में अधिक जानकारी के लिए इस post को पढ़े :-  शिवलिंग रूद्र अभिषेक कैसे करें ?
  3. कच्चे गाय के दूध से शिवलिंग अभिषेक करने व शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करने से हर प्रकार से रोगों से मुक्ति मिलती है व भोलेनाथ की कृपा सदैव बनी रहती है |
  4. भगवान शिव को बिल्व पत्र अत्यंत प्रिय है इसलिए शिवलिंग का जल द्वारा अभिषेक करने के पश्चात् शिवलिंग पर बिल्वपत्र अवश्य अर्पित करने चाहिए |
  5. शिवलिंग पर धतूरे के फूल अर्पित करने से संतान संबंधी सुख प्राप्त होता है |
  6.  जीवन में सुख-शांति और अच्छे स्वास्थ्य के लिए ॐ नमः शिवाय मंत्र के नियमित यथासंभव जप करें | यदि किसी विशेष कार्य की पूर्णता का संकल्प लेकर इस मंत्र के जप किये जाये तो मंत्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है |
  7. वैवाहिक सुख पाने के लिए प्रत्येक सोमवार को व्रत रखे |
  8. शिवलिंग को चन्दन का तिलक करने से समाज में मान सम्मान मिलता है व यश की प्राप्ति होती है |
  9. शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करने से भोग और मोक्ष दोनों की प्राप्ति होती है | ऐसा भक्त सदैव भोलेनाथ की छत्रछाया का अनुभव करता है |
  10. भगवान शिव के इस मंत्र द्वारा औषधि को अभिमंत्रित कर लेने से औषधि का प्रभाव 100 गुना अधिक होता है | मंत्र इस प्रकार से है :

” याते रुद्र शिवातनुः शिवा व्विश्स्वाहा भेषजी
  शिवा रुतस्य भेषजी तयानो मृड जीवसे ” 

अन्य जानकारियाँ :- 

भगवान शिव की आराधना से जीवन से हर कष्ट दूर होने लगते है | देवों के देव महादेव की भक्ति से सभी पापों से मुक्ति मिलती है व भगवान शिव के शिवलिंग रूप में उस परमपिता परमेश्वर की भक्ति भी स्वतः ही हो जाती है जो सर्वशक्तिमान है | जो इस ब्रम्हांड के पालनकर्ता है |