एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए अपने स्वास्थ्य को ठीक से बनाये रखने के लिए पर्याप्त नींद आना बहुत आवश्यक है | एक व्यस्क व्यक्ति के लिए 24 घंटे में से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक माना गया है | पर्याप्त नींद न आने पर इसका सीधा प्रभाव जातक के स्वास्थ पर पड़ता है | पर्याप्त नींद(Neend Na Aane ke Karan)न आने पर अपच – चिडचिडापन – कब्ज और आलस्य जैसी समस्याए होने लगती है | एक व्यक्ति के खाने-पीने की व्यवस्था – नौकरी – पारिवारिक स्थिति – आदत और मानसिक तनाव ये सभी मुख्य रूप से नींद को प्रभावित करते है |
आज भागदौड भरी लाइफ में एक व्यक्ति इतना व्यस्त हो गया है कि वह स्वयं के लिए भी ठीक से समय नहीं निकाल पाता है | ऐसे में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने वाले व्यक्ति बहुत ही कम देखने को मिलते है | पर्याप्त मात्रा में नींद लेना एक स्वस्थ जीवन जीने का आधार है | आज हम आपको उन कारणों के विषय में जानकारी देने वाले है जो एक जातक की नींद को प्रभावित कर सकते है :
Neend Na Aane ke Karan
पर्याप्त नींद न आने के कारण : –
- मानसिक तनाव
- पारिवारिक कलह
- व्यवसाय या नौकरी
- नशे की लत
- सोते समय चाय व काफ़ी का सेवन
- असाध्य रोग या दर्द
- सोने की ख़राब आदत
- रात्रि को अधिक मात्रा में भोजन करना
- चिकित्सकीय परिस्थिति
मानसिक तनाव :
आज के प्रतिस्पर्धा के युग में हर व्यक्ति तनावग्रस्त है | बच्चों को परीक्षा में सफल होने का तनाव , युवा को नौकरी प्राप्त करने का तनाव , व्यवसाय में सफल होने का तनाव, जब किसी विषय पर अधिक चिंता की जाती है तो वह तनाव का रूप ले लेती है | जब एक व्यक्ति मानसिक तनाव में होता है तो कभी-कभी इसका प्रभाव नींद पर पड़ता है(Neend Na Aane ke Karan) | इसलिए कभी भी स्वयं को मानसिक तनाव की स्थिति में न आने दे | स्वस्थ मस्तिष्क और अच्छे स्वास्थ्य का गहरा संबंध है |
पारिवारिक कलह : –
जिस परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम न हो, और प्रायः झगड़ें होते हो | दाम्पत्य जीवन में खुशियाँ न हो तो ऐसे में परिवार के सदस्यों में मानसिक बीमारियाँ जन्म लेने लगती है | ठीक से नींद न आने का यह भी एक कारण बन सकता है |
व्यवसाय या नौकरी : –
आज के युग में अच्छी नौकरी प्राप्त करना बहुत ही मुश्किल हो गया है | यदि नौकरी मिल भी जाती है तो नौकरी में संतुष्टि मिलना बहुत कठिन होता है | इसी बीच युवा स्वयं को तनाव की स्थिति में बनाये रखते है और अंततः यह नींद न आने का कारण बनने लगती है | इसी प्रकार जो युवा व्यवसाय द्वारा अपना जीवन निर्वाह करते है उन्हें भी इस प्रतिस्पर्धा के समय में लगातार तनाव का सामना करना पड़ता है और यह उनकी नींद न आने का कारण बन सकता है(Neend Na Aane ke Karan) |
नशे की लत : –
नशा जैसे : धूम्रपान, शराब या ड्रग्स आदि ये सभी नशे शुरू में तो व्यक्ति को आनंद की अनुभूति कराते है | किन्तु जैसे-जैसे व्यक्ति इनका आदि बनने लगता है ये उसके स्वास्थ के लिए हानिकारक सिद्ध होने लगते है | नशे की लत व्यक्ति के स्वभाव को चिडचिडा बना देती है | एक समय ऐसा आता है जब व्यक्ति एक स्वस्थ व्यक्ति की तरह नींद लेने असक्षम होने लगता है |
Neend Na Aane ke Karan
सोते समय चाय या काफी का सेवन :
चाय और काफी दोनों कैफीन युक्त पेय उत्तेजक होते है | रात्रि के समय इनके सेवन से आपकी नींद बाधित हो सकती है |
असाध्य रोग या दर्द : –
जब एक व्यक्ति किसी असाध्य रोग की गिरफ्त में आता है तो इसका सीधा प्रभाव उसके मस्तिष्क पर पड़ता है | इससे उसकी नींद बाधित हो सकती है | किसी भी प्रकार के दर्द की स्थिति में भी नींद न आना स्वाभाविक होता है |
सोने की ख़राब आदत :
जो व्यक्ति दिन में अधिक सोते है या फिर शाम के समय सो जाते है तो रात्रि में ठीक से नींद न आना स्वाभाविक होता है | इसलिए उन्हें अपनी नींद लेने की आदत को बदलना चाहिए व केवल और केवल रात्रि को ही सोना चाहिए |
रात्रि को अधिक मात्रा में भोजन कर लेना :
रात्रि के समय व्यक्ति को भूख से थोड़ा कम ही भोजन करना चाहिए | अधिक भोजन खा लेने से पाचन तंत्र ठीक से उसे पचा नहीं पाता व गैस आदि की शिकायत होने लगती है जिससे आपकी नींद में बाधा आ सकती है |
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उपरोक्त सभी कारणों से एक व्यक्ति की नींद में बाधा उत्पन्न हो सकती है | यदि आप भी रात्रि में ठीक से नींद/Neend Na Aane ke Karan न आने से परेशान है तो अपने कारण को पहचाने व समय रहते उसका उपचार स्वयं करें | यदि आपकी समस्या थोड़ी गंभीर है तो आप किसी मनोचिकित्सक से परामर्श ले सकते है |