ॐ , श्रीं और स्वस्तिक शब्दों के चमत्कारिक लाभ

ॐ ॐ शब्द शिव का प्रतीक है | यदि इसे शुभ मुहूर्त में उकेरकर प्राणप्रतिष्ठित किया जाए तो इसमें अतुल्य शक्ति होती है | इसे लॉकेट के रूप में धारण किया जाता है | प्राणप्रतिष्ठित ॐ में अद्रश्य रोग निवारक शक्ति होती है | अतः रोगी के लिए ॐ का लॉकेट विशेष प्रभावी माना जाता है | जो… Read More »

गोपाल सहस्त्रनाम पाठ ! रोग-क़र्ज़ से छुटकारा पाने का अचूक उपाय

हमारे वैदिक शास्त्रों में कष्टों के निवारण हेतु बहुत से भिन्न-भिन्न उपायों का उल्लेख मिलता है | आज हम आपको भगवान श्री कृष्ण से सम्बन्धित गोपाल सहस्त्रनाम के पाठ/(Gopal Sahastranaam Path ke Labh)के विषय में जानकारी देने वाले है | यूँ तो भगवान श्री कृष्ण के हजारों नाम है जिनमें उनका एक नाम गोपाल भी बहुत प्रचलित है… Read More »

जब हनुमान जी ने शनिदेव का घमंड किया दूर | शनिदेव को तेल क्यों चढ़ाया जाता है ?

भगवान श्री राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी है | हनुमान जी सदैव भगवान श्री राम की भक्ति में लीन रहते है | जय श्री राम के नाम का जप ही उन्हें असीमित शक्तियों का मालिक बनाता है | इसलिए कोई भी विकट समस्या आने पर वे सिर्फ राम नाम के सहारे ही उससे निजात पा लेते… Read More »

काले घोड़े की नाल से बनी Ring के लाभ एवं धारण करने की विधि

ज्योतिष शास्त्र में गृह के दोषों और उनके उपाय हेतु नवरत्न और उनके उपरत्नो का बड़ा महत्व माना गया है | इनके साथ ही एक लोहे धातु से बनने वाली साधारण सी दिखाई देने वाली Ring भी इसी श्रेणी में आती है | यद्यपि रत्नों की भांति यह थोड़ी सस्ती वस्तु दिखाई देती है किन्तु शनि की साढ़े… Read More »

जन्म कुंडली न होने पर किस प्रकार करें ज्योतिष समाधान ?

ज्योतिष शास्त्र में जातक की समस्याओं का कारण और उनका निवारण मिलता है | किन्तु यह तभी संभव हो पाता है जब जातक को अपने जन्म के विषय में ठीक-ठीक जानकारी पता हो जैसे जन्म की तारीख ,सही समय और जन्म का स्थान आदि | इन सब के आधार पर भी जातक की लग्न कुंडली/(Bina Janam Kundali ke… Read More »