जीवन में सुख-दुःख समय-समय पर आते रहते है | ऐसा कोई मनुष्य नहीं जिसनें कभी जीवन में दुःख न देखे हो या फिर कभी परेशानियों का सामना न किया हो | कभी-कभी कुछ कार्य ऐसे होते है जो समय पर पूर्ण नहीं हो पते है या फिर कोई न कोई बाधा या अड़चन कार्य को पूरा नहीं होने देती है | मनुष्य के हाथ में केवल प्रयत्न करना होता है उसका फल देने का कार्य ईश्वर का है | जब बार-बार यत्न करने पर भी असफलता ही हाथ लगती है तो ऐसे में व्यक्ति हताश होने लगता है | ऐसी परिस्थिति में ज्योतिष उपाय आपके बहुत काम आ सकते है | जो लोग भगवान में विश्वास रखते है समय-समय पर उनको याद करते है उनके लिए आज हम एक ऐसा उपाय लेकर आये है जिसे प्रयोग(Peepal Me Jal) में लाने पर व्यक्ति के अटके से अटके कार्य भी पूर्ण होने लगते है और मनोकामना भी पूर्ण होने लगती है |
Peepal Me Jal Chadhane ki Vidhi :
शुक्ल पक्ष के किसी गुरुवार की सुबह – एक लौटे में जल भरकर रखे ले | अब इस जल में थोड़ी मात्रा में पीसी हुई हल्दी डाले, थोड़ा गुड़ या शक्कर डाले, थोड़ी मात्रा में चने की दाल डाले और थोड़ा गंगाजल डाल ले |
उपरोक्त सभी सामग्री साथ लेकर किसी मंदिर में स्थित पीपल के पेड़ या किसी पुराने पीपल के पेड़ जिसकी पूजा की जाती हो, ऐसे पीपल के पेड़ के पास जाये | चप्पल आदि थोड़ी दूरी पर निकाल दे | अब दोनों हाथों में जल पात्र को लेकर पीपल की जड़ में इस जल को धीरे-धीरे धार बनाते हुए डालते जाये | पीपल में जल डालते समय मुख से इस मंत्र का उच्चारण करते जाए : ॐ श्री विष्णु -ॐ श्री विष्णु -ॐ श्री विष्णु | इस प्रकार जल चढ़ाने के उपरांत पेड़ की सात परिक्रमा लगाये और मुख से निरंतर – ॐ श्री विष्णु -ॐ श्री विष्णु -ॐ श्री विष्णु मंत्र का उच्चारण करते रहे | पीपल के पेड़ की सात परिक्रमा पूर्ण होने पर हाथ जोड़कर भगवान श्री विष्णु से अपने कार्य की पूर्णता की अरदास लगाये और घर वापिस लौट जाए |
इस प्रकार यह कार्य(Peepal Me Jal) आप शुक्ल पक्ष के किसी गुरुवार से शुरू कर लगातार प्रतिदिन पांचवे गुरुवार तक करें | इस प्रकार 40 दिनों तक इस कार्य को करने से भगवान श्री विष्णु के आशीर्वाद से आपका हर कार्य बनने लग जायेगा | इस कार्य को शुरू करने के उपरांत कुछ ही दिनों बाद आपको शुभ संकेत मिलने प्रारम्भ हो जाते है | भगवान श्री विष्णु के आशीर्वाद से आप अपने कार्य में सफलता प्राप्त करें ऐसी हम कामना करते है |