अटके से अटका कार्य पूर्ण करने का अचूक टोटका

By | May 24, 2019

जीवन में कभी-कभी कुछ कार्य ऐसे अटक जाते है जो पूर्ण न होने पर या जिनमें सफलता न मिलने पर व्यक्ति बहुत हताश होने लगता है | हर तरह से व्यक्ति उस अटके कार्य को पूरा करने में लगा रहता है | किन्तु कभी-कभी भाग्य साथ नहीं देता और लाख कोशिशों के बाद भी निराशा ही हाथ लगती है | हिन्दू धर्म में टोटकों को बड़ा ही प्रभावशाली माना गया है | टोटकों के परिणाम शीघ्र ही व्यक्ति महसूस करने लगता है | आज हम आपको एक ऐसा ही प्रभावशाली टोटके के विषय में जानकारी देने वाले है जिसके प्रयोग से आपके हर अटके से अटके कार्य शीघ्र ही पूर्ण होने लगेंगे |

कार्य में आई अड़चन दूर करने का प्रभावशाली उपाय : –

तीन कागज़ के टुकड़े वर्गाकार आकार में ले ले | कुमकुम(रोली) में थोडा जल मिलाकर एक कलम द्वारा तीनो कागज पर माँ दुर्गा के इस मंत्र को लिख ले : ” ॐ दूं दुर्गाय नमः ” | अब तीनों कागज पर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पीसी हुई हल्दी रख ले | अब तीनों कागज की पुड़ियाँ बना ले | ध्यान दे : इस कार्य को  केवल शुक्ल पक्ष के किसी बुधवार के दिन ही करें |

तीनों कागज की पुड़ियाँ बनाने के पश्चात् माँ दुर्गा के मंदिर जाए | माँ के समक्ष खड़े होकर तीनों पुड़ियाँ को दायें हाथ में लेकर माँ से अपने कार्य की पूर्णता की अरदास लगाये और तीनों पुड़ियाँ में से एक पुड़ियाँ माँ के चरणों में रख दे | दूसरी पुड़ियाँ को किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे और तीसरी पुड़ियाँ को अपने पर्स में या पूजा के स्थान पर रखे |

उपरोक्त प्रयोग को करने के पश्चात् ठीक 7 दिन बाद अगले बुधवार को उपरोक्त विधि अनुसार इस बार 2 पुड़ियाँ बनाये | माँ दुर्गा के मंदिर जाकर दोनों पुड़ियाँ को हाथ में लेकर माँ से कार्य की पूर्णता की फिर से अरदास लगाये | एक पुड़ियाँ को माँ के चरणों में रख दे और दूसरी पुड़ियाँ को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे | इसी प्रयोग को एक बार फिर से 7 दिन बाद अगले बुधवार को और करे |

अन्य जानकारियाँ : – 

इस प्रकार से अगर आप माँ दुर्गा के समक्ष अपने कार्य की पूर्णता के लिए सच्चे मन से अरदास लगाते है तो शीघ्र ही आपका कार्य बंनने लग जाता है और आपके कार्य में आने वाली हर अड़चन ही स्वतः ही दूर होने लग जाती है | जैसे ही आपका कार्य पूर्ण हो जाता है आप उस तीसरी पुड़ियाँ जिसे आपने अपने पर्स में या पूजा स्थान पर रखा था, उसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दे |