वसंत कुसुमाकर रस ! Diabetes-General Weakness और Sexual Weakness में प्रभावी औषधि

By | May 20, 2019

वसंत कुसुमाकर रस शरीर में नई उर्जा – शक्ति व स्फूर्ति प्रदान करने वाली आयुर्वेद की एक बहुत प्रचलित औषधि है | खनिज, धातु और जड़ी-बूटियों के मिश्रण से बनाया जाने वाला यह रसायन, रोगी के immune system को मजबूत बनाता है | शरीर को ताकत प्रदान करता है और साथ ही मानसिक रूप से भी सुद्रढ़ बनाता है | इसलिए यह(Vasant Kusumakar Ras Hindi)एक आयुर्वेदिक औषधि होने के साथ-साथ टॉनिक का भी कार्य करता है जिसे स्वस्थ व्यक्ति भी प्रयोग कर शरीर में उर्जा और शक्ति को बढ़ा सकता है |

वसंत कुसुमाकर रस में – सोना, चांदी और मोती जैसे कीमती तत्वों को भस्म के रूप में मिलाया जाता है | इस कारण से इस उत्पाद की कीमत बहुत अधिक है किन्तु यह उत्पाद 100 % अपना प्रभाव दिखाता है |

Vasant Kusumakar Ras Hindi Me :

वसंत कुसुमाकर रस – Active Ingredients :-

स्वर्ण भस्म – रजत भस्म – वंग भस्म – अभ्रक भस्म – प्रवाल भस्म – मुक्ता भस्म – नागा भस्म – रस सिन्दूर | वसंत कुसुमाकर रस बनाने वाली अगल-अलग कम्पनियां जैसे : डाबर, वैद्यनाथ के अनुसार active ingredients थोड़े भिन्न हो सकते है |

वसंत कुसुमाकर रस इन रोगों में लाभ प्रदान करता है :-

  • प्रमेह और मधुमेह रोग में लाभकारी
  • मधुमेह रोग से शरीर में आने वाली कमजोरी दूर करने के लाभकारी
  • सामान्य कमजोरी दूर करने में उपयोगी
  • Immune System को सुद्रढ़ बनाने में लाभकारी
  • गुप्त रोग जैसे : – धातु रोग , sexual weakness , शीघ्रपतन, नपुंसकता, बिना कारण के शुक्रपात(वीर्य रोग), नशों की कमजोरी जैसे और भी बहुत से पुरुष यौन समस्यों में बहुत लाभकारी औषधि है |
  • ह्रदय रोग में लाभकारी |
  • मानसिक रोगों में भी यह औषधि गुणकारी है |
  • खांसी-जुकामव अन्य पेट के रोगों में भी इस औषधि को सहायक औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है |

Vasant Kusumakar Ras Hindi : –

वसंत कुसुमाकर रस सेवन विधि व ध्यान देने योग्य बातें :-

खाना खाने के एक घंटे बाद इसका सेवन करें | कुछ विशेष परिस्तिथियों को छोड़कर खाली पेट इस औषधि का सेवन नहीं करना चाहिए | लम्बे समय तक इस औषधि का सेवन न करें | अगर आप सामान्य कमजोरी में इस औषधि को लेते है तो अधिक से अधिक 1 महीने ही सेवन करें | इसके बाद 2 से 3 महीने के बाद फिर से इस औषधि का सेवन किया जा सकता है |

  • वसंत कुसुमाकर रस का सेवन आप दूध – मक्खन या शहद के साथ कर सकते है |
  • मात्रा : 125 मिली ग्राम से 250 मिली ग्राम ,  सुबह – शाम दोनों समय | रोग के अनुसार मात्रा को कम या अधिक किया जा सकता है इसलिए चिकित्सक से परामर्श लेकर ही सेवन करना चाहिए |
  • किडनी रोग में या गर्भवती महिलायें इस औषधि का सेवन न करें या चिकित्सक की देख-रेख में सेवन करें |
  • भूलकर भी इस औषधि की overdose नहीं खानी चाहिए, अन्यथा इसके खतरनाक परिणाम सामने आ सकते है |

कुछ आयुर्वेदिक औषधि निर्माण करने वाली कम्पनियाँ जो इस औषधि को बनाती है उनका विवरण इस प्रकार से है : –

  1. Baidyanath Co. (बैद्यनाथ औषधि निर्माता Co.)  

Basant kusumakar Ras (with Gold, Silver & Pearl)  –Price 10 tablets Rs 560.00 

  1. Dabur औषधि निर्माता Co. :- 

Dabur Vasant Kusumakar Ras (With Gold & Pearl) – 30 Tablets Pack Rs 1199.00 

  1. Zandu औषधि निर्माता Co. :- 

Zandu Vasant Kusumakar Ras  – Price 10 Tablets Rs 470.00 

अन्य जानकारियाँ : – 

वसंत कुसुमाकर रस(Vasant Kusumakar Ras Hindi) classic) आयुर्वेद का एक प्रसिद्द रसायन है जो भारी धातुओं (सोने, चांदी, मोती) से बना होने के कारण पूर्णरूप से चिकित्सक की देख-रेख में ही सेवन करना उचित माना गया है | अपील : इस post में दी गयी जानकारी के आधार पर self चिकित्सा न करें |