पेट की गर्मी दूर करें | घर बनाये पेट की गर्मी दूर करने का आयुर्वेदिक चूर्ण

By | April 15, 2020

आज के समय में बिगड़ती दिनचर्या और गलत खानपान पेट की समस्याओं का मुख्य कारण है | अधिकांश लोग पेट की भिन्न-भिन्न समस्याओं से परेशान है | पेट की बीमारियाँ न केवल आपकी लाइफ स्टाइल को प्रभावित करती है बल्कि अन्य रोगों का कारण भी बन सकती है | पेट की इन सामान्य बिमारियों के उपचार में आधुनिक दवाओं की तुलना में आयुर्वेद के घरेलु नुश्खे अधिक प्रभावशाली सिद्ध होते है | घर पर बड़ी ही आसानी से तैयार किये जाने वाला यह चूर्ण पेट की गर्मी दूर करने की प्रभावशाली औषधि है |

पेट में गर्मी होने पर इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है :

यदि आप पेट की समस्या से पीड़ित है और आपको नीचे दिए गये लक्षण अनुभव होते है तो सम्भावना है कि आप पेट की गर्मी से परेशान है |

  • पेट फूलना
  • सीने में जलन
  • पेट में मरोड़ उठना
  • पेट में जलन
  • गैस बनना
  • पेट दर्द अनुभव होना
  • मुख में छाले
  • खट्टी डकारे

पेट में गर्मी बनने के कारण :

पेट में गर्मी बढ़ने का मुख्य कारण पेट में एसिड की अधिकता है | जब भी आप भोजन ग्रहण करते है तो उसे ठीक से पचाने हेतु पेट में एसिड बनता है | कभी-कभी गलत खानपान व अनियमित दिनचर्या के कारण या तनाव के कारण पेट में एसिड अधिक बनने लगता है जिसे पेट digest नहीं कर पाता और पेट की विभिन्न समस्याओं का कारण बनता है | पेट में एसिड की अधिकता को ही मुख्य रूप से पेट की गर्मी कह सकते है |

पेट में गर्मी या एसिडिटी इन कारणों से हो सकती है : 

  • अधिक मसालेदार भोजन करना
  • जंक फ़ूड या बासी भोजन का सेवन
  • लम्बे समय तक खाली पेट रहना
  • धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन
  • मानसिक तनाव
  • आवश्यकता से अधिक भोजन
  • लीवर का कमजोर होना
  • दर्द निवारक दवाओं का अधिक सेवन करना
  • रात्रि को भोजन के तुरंत बाद सो जाना
  • अनिद्रा – ठीक से नींद न आना

Pet Ki Garmi Kaise Dur Karen :

Pet Ki Garmi Kaise Dur Karen

पेट की गर्मी दूर करने का आयुर्वेदिक चूर्ण :

आयुर्वेद की इस चमत्कारी औषधि को आप घर पर आसानी से तैयार कर सकते है | यह औषधि(चूर्ण) न केवल पेट की गर्मी दूर करने में सहायक है बल्कि पेट की अन्य बिमारियों के उपचार में भी यह प्रभावी औषधि है :

आप पंसारी की दुकान से नीचे दी गयी औषधियाँ घर ले आये :

  • ब्रह्मबुटी                            100 ग्राम
  • खसखस सफेद                 100 ग्राम
  • सौंफ़                                100 ग्राम
  • तुलसी बीज                       100 ग्राम
  • मिश्री (धागे वाली)              100 ग्राम
  • त्रिफला                             100 ग्राम 
  • संखपुष्पी                          100 ग्राम 
  • आवला चुर्ण                      100 ग्राम 
  • बादाम गिरी                      100 ग्राम 
  • मुलेठी का चूर्ण                  100 ग्राम 
  • छोटी इलायची                   50 ग्राम 
  • जीरा                                 50 ग्राम 
  • पुदीना सत                          5 ग्राम 
  • निम्बू सैट                            5 ग्राम

सभी को अच्छे से मिलाकर चूर्ण बना ले | इस चूर्ण का सेवन आप 3 से 5 ग्राम मात्रा तक जल के साथ या छाछ के साथ कर सकते है | यह चूर्ण न केवल आपके पेट की गर्मी को दूर करता है बल्कि आपके दिमाग को भी ठंडा रखता है | बच्चे -व्यस्क और बूढ़े सभी इस चूर्ण का प्रयोग कर सकते है | बच्चों को 2 ग्राम तक ही इस चूर्ण की मात्रा देनी चाहिए | जो लोग कंप्यूटर पर अधिक देर बैठे रहने का कार्य करते है ऐसे लोगों को अक्सर पेट की समस्या रहती है उन्हें इस चूर्ण का प्रयोग अवश्य करना चाहिए | पेट में एसिडिटीकब्ज – गैस जैसे रोगों में  यह चूर्ण फायदा करता है |