आज के आधुनिक युग में कब्ज एक आम समस्या बन गयी है | लेकिन समय पर कब्ज का उपचार न करने पर यह और भी बहुत सी गंभीर बिमारियों का कारण बन सकती है | इसलिए कब्ज को लम्बे समय तक न रहने दे | सही समय पर रोग का निदान करने से आप न केवल स्वयं को लम्बे समय तक स्वस्थ रख पाएंगे बल्कि और लोगों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे | कब्ज(Kabj Ayurvedic Medicine) एक सामान्य बीमारी है जो हर व्यक्ति को समय-समय पर अपना शिकार बनाती रहती है किन्तु लम्बे समय तक कब्ज को कभी भी रहने नहीं देना चाहिए |
कब्ज की समस्या को आप अपनी आहार शैली में परिवर्तन करके या योग और व्यायाम द्वारा आसानी से ठीक कर सकते है | किन्तु जो लोग लम्बे समय से कब्ज से परेशान रहते है उन्हें अपने आहारशैली में परिवर्तन , योग और व्यायाम के अतिरिक्त आयुर्वेदिक दवाईयों को सहारा भी लेना पड़ सकता है | आज हम आपके लिए कुछ आयुर्वेदिक medicines के विषय में जानकारी लेकर आये है इनमें से आप किसी भी मेडिसिन का प्रयोग अपनी कब्ज को ठीक करने में कर सकते है |
Kabj Ayurvedic Medicine :
कब्ज ठीक करने की आयुर्वेदिक Medicines List : –
नित्यम टेबलेट्स ( Nityam Tablets ) :-
नित्यम tablets कब्ज , आँतों में गैस , पेट फूलना , अपच , पाचन और पेट में गैस इन सब बिमारियों में बहुत ही कारगर 100 % आयुर्वेदिक औषधि है | पेट में बिना मरोड़ बनाये यह औषधि कार्य करती है | प्रतिदिन प्रयोग के लिए यह बहुत ही उत्तम औषधि है | शुरू में आप केवल आधी टेबलेट का ही प्रयोग करें | आधी tablet से यदि शौच ठीक प्रकार न आये तो आप 1 tablet का प्रयोग करें |
बैद्यनाथ – कब्जहर चूर्ण : –
कब्ज दूर करने के लिए बैद्यनाथ आयुर्वेदिक co. द्वारा निर्मित कब्जहर चूर्ण बहुत ही प्रभावी चूर्ण है | रात को सोते समय आधा चम्मच कब्जहर चूर्ण गरम पानी के साथ सेवन करना चाहिए |
कायम चूर्ण : –
वैसे तो यह पूर्णतया एक आयुर्वेदिक औषधि है लेकिन इसका उपयोग आप नियमित रूप से न करें | कब्ज ठीक करने में यह औषधि 100 % कार्य करती है | इसलिए अगर आप कब्ज से बहुत अधिक परेशान है तो आँतों की पूर्ण सफाई के लिए इस चूर्ण का प्रयोग का कर सकते है | इस चूर्ण को प्रतिदिन प्रयोग न करें इससे आपकी आंते कमजोर हो सकती है | 1/4 से 1/2 चम्मच तक रात को सोते समय गुनगुने पानी के साथ सेवन करें |
इच्छाभेदी रस : –
यह तीव्र दस्तावार है, शूल रोग मल का रुकना तथा पेट फूलने आदि पर लाभकारी है। तीन-चार दस्त लाकर पेट साफ करती है। मात्रा 1 से 2 गोली रात्रि को ठंडे जल के साथ ले।
पंचसकार चूर्ण :-
पेट में कब्ज और गैस दूर करने के लिए यह एक प्रचलित आयुर्वेदिक मेडिसिन है | 3 से 5 ग्राम की मात्रा रात को सोते समय गरम जल के साथ लेनी चाहिए |
सेवती रेचन चूर्ण :-
यह चूर्ण सामान्य कब्ज में बहुत ही लाभकारी चूर्ण है | सनाय, गुलाबफूल और चीनी के मिश्रण से बने सेवती रेचन चूर्ण का इस्तेमाल रात को सोते समय गरम दूध के साथ करना चाहिए |
त्रिफलारिष्ट :-
हरड, बहेड़ा, आंवला, पीपल, चित्रक और वायविडंग के मिश्रण से बने त्रिफलारिष्ट सिरप का 10 ml में समभाग पानी मिलाकर रात को खाना खाने के बाद सेवन किया जाना चाहिए(Kabj Ayurvedic Medicine) |