सर्दी लगना, जुखाम होना तो स्वाभाविक सी बात है और यह थोड़े-थोड़े समय अन्तराल पर सभी को अपना शिकार बनाते रहते है किन्तु लम्बे समय तक जुखाम रहना आपको साइनस जैसी गंभीर बीमारी का शिकार बना सकता है | साइनस जो कि नाक से जुड़ा एक रोग है जो बैक्टिरियल, वायरल या फिर फंगल इन्फेक्शन के कारण हो सकता है(Sinus Thik Karne ke Upay) |
साइनस क्या है ? :-
हमारी खोपड़ी में ठीक नाक के ऊपर वाले स्थान पर छोटे-छोटे छिद्र(कैविटिज) होती है | ये छिद्र सांस लेने में हमारी मदद करते है और सांस के द्वारा लिए गये धूल कणों को फ़िल्टर करते है | इन्ही छेदों को साइनस कहा गया है | जब ये छिद्र बलगम भरने के कारण रुक जाते है तो इसी को साइनस कहा गया है | साइनस को हम दो तरह से वर्गीकृत कर सकते है : acute साइनस और chronic साइनस |
acute साइनस आमतौर पर इन्फेक्शन के कारण हो सकता है जो अधिकतम 30 दिनों तक रोगी को अपनी गिरफ्त में रख सकता है | ठीक समय पर उपचार लेने पर यह आसानी से ठीक हो जाता है |
chronic साइनस फंगल इन्फेक्शन के कारण या फिर नाक की हड्डी बढ़ने के कारण हो सकता है जो कि लम्बे समय तक रोगी को परेशान रखता है | chronic साइनस ठीक होने के बाद भी कुछ दिन बाद फिर से हो सकता है | यह बार-बार रोगी को अपना शिकार बनाता है | यदि नाक की हड्डी बढ़ने या नाक की हड्डी टेढ़ी होने के कारण साइनस होता है तो यह जीवन भर रोगी को परेशान रखता है जब तक कि इसका उचित उपचार न किया जाये |
Sinus Thik Karne ke Upay : –
साइनस को ठीक करने के घरेलु उपचार : –
1. सेब का सिरका : –
सेब के सिरका में एंटीवायरल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल प्रॉपर्टीज होती हैं जो कि साइनस जैसी बीमारी को ठीक करने में काफी मददगार सिद्ध हो सकती है | एक कप गरम पानी में दो चम्मच सिरका मिलाये, अब इसमें एक चम्मच शहद और मिलाये अब इसका सेवन दिन में तीन बार करें | लगातार 7 दिनों तक इसी प्रयोग को करें | सर्दी, जुखाम और साइनस जैसी बीमारी में इस प्रयोग को करने से आराम मिलता है |
2. हल्दी का सेवन : –
हल्दी सभी घरों में आसानी से मिलने वाली प्राकर्तिक औषधि है जिसमें एक ख़ास तरह का तत्व कुरकुमिन होता है | इसमें एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुणों के कारण यह साइनस कैविटी को साफ रखता है | इसलिए साइनस की बीमारी में हल्दी के सेवन से लाभ अवश्य मिलता है |
3. ग्रेप फ्रूट का प्रयोग : –
साइनस को ठीक करने के लिए आप ग्रेप फ्रूट के अंदर के हिस्से का प्रयोग कर सकते है | ग्रेप फ्रूट के एसेंस को आप गरम पानी में डालकर इसकी भाप का सेवन ले |
4. लाल मिर्च का प्रयोग : –
लाल मिर्च में भी कीटाणु को नष्ट करने की क्षमता होती है | साइनस में रोम छिद्रों को खोलने व बलगम को सुखाने में लाल मिर्च का प्रयोग किया जाना चाहिए | लाल मिर्च का प्रयोग का गरम पानी में डालकर या फिर सब्जी के अधिक मात्रा में डालकर कर सकते है(Sinus Thik Karne ke Upay) |
5. पुदीना का प्रयोग : –
पुदीना भी एक बहुत ही प्रचलित औषधि के रूप में प्रयोग होता है | साइनस की बीमारी में आराम पाने के लिए आप पुदीना की चाय का सेवन कर सकते है |
6. प्याज का भाप ले : –
साइनस की बीमारी में राहत पाने के लिए प्याज का प्रयोग बहुत किया जाता है | प्याज के अंदर सल्फर कंपाउंड होता है जो बैक्टीरिया और फंगस से लड़ता है। प्याज के छिलके को हटाकर इसके छोटे-छोटे टुकड़े कर ले | अब पानी को उबाल कर इसमें प्याज के इन टुकड़ों को डाले | अब अपने सिर के सारे हिस्से को किसी कपड़े से ढककर इस उबलते पानी की भाप ले | इससे साइनस के रोम छिद्र खुलने लगते है और रोगी को बड़ा ही आराम मिलता है |
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7. अदरक का प्रयोग : –
अदरक में एंटीवायरल, एंटीबायोटिक प्रोपर्टीज होती है | साइनस में इन्फेक्शन को ठीक करने में यह बहुत ही लाभदायक सिद्ध हो सकती है | अदरक को अच्छे से कूटकर एक कप पानी में डालकर इसे अच्छे से उबाले | अदरक का रस अच्छे से पानी में मिलने के बाद इसे हल्का ठंडा कर ले | अब इस गुनगुने पानी में थोडा निम्बू और शहद मिलाकर सेवन करें | दिन में तीन बार इस प्रयोग को करें | लगातार 5 दिनों तक इस प्रयोग को करने से साइनस(Sinus Thik Karne ke Upay) जैसी बीमारी में आराम मिलता है |