राजस्थान के चुरू जिले के रतनगढ़ में स्थित हनुमान जी का यह मंदिर ताल वाले बालाजी के नाम से प्रसिद्द है | जो कि जिला मुख्यालय से पश्चिम दिशा में 48 km दूरी पर रतनगढ़ स्टैंड के पास स्थित है | यह मंदिर पूर्वकालीन राजाओं द्वारा स्थापित है | इस प्राचीन प्रतिमा की स्थापना अयोध्या के हनुमान गढ़ी के संतों द्वारा आज से लगभग 300 वर्ष पूर्व में की गयी थी | धीरे-धीरे मंदिर का निर्माण भक्तों द्वारा किया गया था | जो बाद में अति जर्जर अवस्था में अलंकरण विहीन हो गया | इसे तुड़वाकर अब नया मंदिर प्रस्तावित ढांचे के अनुसार बनवाया जा रहा है | इस मंदिर/(Balaji Mandir Ratangarh) के गर्भगृह में प्राचीन का संगमरमर का छोटा द्वार लगा है |
इस मंदिर का पुनर्निर्माण ताल वाले बालाजी विकास एवं सेवा समिति द्वारा किया जा रहा है | प्रस्तावित मंदिर का स्वरुप वर्तमान मंदिर के खुले आँगन को ऊँचा उठाते हुए सम्पूर्ण परिसर को 20 फुट ऊंचाई पर अच्छादित करने का कार्य प्रगति पर है | मुख्य मंदिर के अतिरिक्त इस परिसर में खाटू श्याम, शिवालय एवं राधाकृष्ण का मंदिर स्वतंत्र रूप से स्थापित है | गर्भगृह की चौड़ाई 10*25 फुट आयातकार में है | जिसमें श्री हनुमान जी महाराज उत्तराभिमुख आसीन है | इनकी प्रतिमा लगभग 3 फुट ऊंची है जो कि सिन्दूरी चौला एवं चांदी वर्क से सज्जित है | मस्तक पर स्वर्ण मुकुट एवं छत्र से अति शोभायमान हो रहे है | इस प्रतिमा के दाई तरफ गदा, अग्र भाग में चांदी की चौकी, थाल, गले में चांदी की माला शोभित है | यह प्रतिमा सदैव श्रंगारित रहती है |
Balaji Mandir Ratangarh
इस प्रकार की प्रतिमा प्रथम अयोध्या के हनुमान गढ़ी पर स्थित है | इनको ग्राम देवता के रूप में माना जाता है | विवाह के समय गठजोडें की जात, बच्चे के जन्म के बाद मुंडन इत्यादि यहाँ के अन्य हिन्दू संस्कार का कार्य इसी स्थान पर किया जाता है | इस मंदिर में कई वर्षों से अखंड दीपक प्रज्वल्लित है | मंदिर के थोड़ी दूरी पर अन्नक्षेत्र संचालित है | जहाँ पर आये हुए साधू-संत, अतिथियों व गरीब, दुखियों के भोजन की उचित व्यवस्था की जाती है |
पूर्व में पूजा का कार्य श्री सुखदेव व प्रेमसुख इन्दौरियों के परिवार के समूह द्वारा किया जाता रहा परन्तु वर्तमान में नौं पुजारी परिवार है, जो पखवाड़े के हिसाब से श्री हनुमान जी की पूजा अर्चना करते है | यहाँ वर्ष में आने वाले सभी धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ करता है | जिसमें प्रमुख रूप से हनुमान जयंती बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाई जाती है | हनुमान जयंती के समय यहाँ भक्तों की संख्या लगभग एक लाख के आसपास होती है | इसी दिन शोभा यात्रा का आयोजन भी होता है |
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हनुमान जी का यह मंदिर/(Balaji Mandir Ratangarh) रतनगढ़ और चुरू के भक्तों के विश्वास, आस्था एवं श्रद्धा का केंद्र है यहाँ शरद पूर्णिमा बड़े ही अच्छे स्तर पर होता है | जिसमें भक्तों की संख्या लगभग 50 हज़ार के आसपास होती है | यहाँ मंगलवार और शनिवार के दिन अपार भीड़ रहती है | जिसमें 10 हज़ार भक्त भाग लेते है | मंदिर का सम्पूर्ण क्षेत्रफल लगभग 2 एकड़ है मंदिर में हर समय 2 पुजारी कार्यरत रहते है | सामान्य दिनों में 3 से 4 हज़ार एवं सम्पूर्ण वर्ष में 12-14 लाख भक्त दर्शन करते है |