Category Archives: मंत्र साधना

शास्त्रों के अनुसार मंत्र जप के समय मंत्र उच्चारण की विधियाँ

मंत्र जप के समय मंत्र का उच्चारण किस प्रकार किया जाये ? यह प्रश्न सभी साधकों के मन में अकस्मात ही उठने लगता है | शास्त्रों के अनुसार मंत्र जप चाहे वह सिद्धि प्राप्त करने के उद्देश्य से किये गये हो या फिर देव आराधना के उद्देश्य से, जिसमें मन्त्रों का उच्चारण किस स्वर में किया जाये यह… Read More »

ग्रहण काल – शाबर मंत्र सिद्ध करने का सबसे सरल मार्ग

चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण धार्मिक द्रष्टि से बहुत महत्व रखते है | ग्रहण काल का समय जहाँ गर्भवती महिलाओं , बीमार और वृद्धों के लिए अशुभ संकेत देने वाला माना गया है वहीं साधकों के लिए ग्रहण काल एक सुनहरे अवसर के रूप में आता है | बड़े-बड़े साधक लम्बे समय से ग्रहण काल(Grahan me Mantra Siddh)का… Read More »

माँ काली मंत्र को सिद्ध करने की सरल विधि | माँ काली मंत्र साधना

माँ काली को माँ के सभी रूपों में सबसे शक्तिशाली स्वरुप माना गया है | भय को दूर करने वाली , बुद्धि देने वाली , शत्रुओं का नाश करने वाली माँ काली(Maa Kali) की उपासना से सभी कष्ट स्वतः ही दूर होने लगते है | माँ काली की आराधना शीघ्र फल देने वाली है | शास्त्रों में वर्णित… Read More »

मंत्र सिद्धि में गुरु की आवश्यकता क्यों होती है ?

मंत्र सिद्धि के लिए साधक को गुरु की नितान्त आवश्यकता होती है | इसलिए साधक अपने लिए सामर्थ्यवान गुरु की खोज करता है और चयन करता है | गुरु भी शिष्य की सुपात्रता से प्रभावित होने के उपरान्त ही अपना शिष्य स्वीकार करता है | जब गुरु साधक को अपना शिष्य बनाता है तभी वह शिष्य को दीक्षित… Read More »

काल भैरव मंत्र साधना | काल भैरव मंत्र को सिद्ध करने की सरल व संशिप्त विधि |

भगवान शिव के रूद्र रूप कहे जाने वाले भैरव जी को वर्तमान समय में काल भैरव और बटुक भैरव के रूप में अधिक पूजा जाता है | जहाँ भैरव जी को बटुक भैरव के रूप में सौम्य और सात्विक माना गया है | वहीं काल भैरव के रूप में भैरव जी को उग्र और सभी तंत्र क्रियाओं के… Read More »