हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को परम देवी के रूप में पूजा जाता है | माँ दुर्गा इस संसार से अंधकार को दूर कर करने वाली है | बुरी शक्तियों का नाश करने वाली है | माँ दुर्गा की आराधना शीघ्र फल प्रदान करने वाली है | जो भक्त माँ दुर्गा की आराधना करते है वे हर प्रकार के कष्टों से मुक्ति पाते है | एक माँ अपने पुत्र को कभी कष्ट में नहीं देख सकती ठीक वैसे माँ दुर्गा भी अपने भक्त के सभी दुःख हर लेती है | वर्ष में दो बार नवरात्रि के समय 9 दिनों तक माँ दुर्गा की विशेष आराधना/Maa Durga Mantra की जाती है |
नवरात्रि का समय माँ दुर्गा पूजा के लिए विशेष माना गया है | धार्मिक द्रष्टि से नवरात्रि के दिन बहुत ही पवित्र होते है | सभी बुरी शक्तियां इन दिनों में प्रभावहीन होती है | नवरात्रि के दिनों में माँ दुर्गा के अलग-अलग 9 रूपों की पूजा की जाती है | सभी भक्त इन दिनों में माँ दुर्गा की अलग-अलग प्रकार से माँ दुर्गा की पूजा-आराधना करते है | कुछ भक्त सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करते है तो कुछ सम्पूर्ण दुर्गा सप्तसती का पाठ करते है | Maa Durga Mantra /मंत्र द्वारा भी माँ दुर्गा आराधना बहुत कल्याणकारी मानी गयी है | आज हम आपको माँ दुर्गा के कुछ कल्याणकारी मन्त्रों के विषय में जानकारी देंगे |
Maa Durga Mantra :
माँ दुर्गा के 11 कल्याणकारी मंत्र :
1. माँ दुर्गा जी का मूल मंत्र :
|| ॐ दुं दुर्गायै नमः ||
2. भय नाश के लिए मंत्र :-
“सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते।
भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
3. महामारी नाश के लिए मंत्र :-
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
4. विघ्ननाशक मंत्र (Durga Mantra) :-
सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरी।
एवमेव त्याया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्॥
5. विपत्ति नाश के लिए :-
शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणे।
सर्व स्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥
6. पाप नाश के लिए मंत्र :-
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
7. हर प्रकार के कल्याण हेतु मंत्र : –
“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
8. कामना सिद्धि मंत्र /Maa Durga Mantra : –
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ।।
9. हर प्रकार की बाधा दूर करने का मंत्र : –
सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित: |
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यती न संशय: ||
10. माँ दुर्गा का बीज मंत्र/Maa Durga Mantra :
|| ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम ||
11. माँ दुर्गा गायत्री मंत्र :
|| ॐ महादेव्यै विह्महे दुर्गायै धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात् ||
माँ दुर्गा के उपरोक्त सभी मंत्र चमत्कारी व मनुष्य का कल्याण करने वाले है | नवरात्रि के समय उपरोक्त मंत्रो के जप करने से जातक विशेष रूप से माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करते है | उपरोत्क मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र/Maa Durga Mantra का जप आप नवरात्रि के समय नियमित रूप से कर 9 दिनों तक कर सकते है | नवरात्रि के समय में सुबह व शाम किसी एक मंत्र का जप संकल्प लेकर करना चाहिए | संकल्प लेकर नियमित रूप से विधिपूर्वक किसी भी मंत्र का जप करने से कार्य में सफलता अवश्य मिलती है |
माँ दुर्गा के उपरोत्क किसी भी मंत्र/Maa Durga Mantra को सिद्ध करने के लिए आप संकल्प लेकर पूरे 41 दिनों तक निश्चित संख्या में मंत्र के जप करें | मंत्र सिद्ध किस प्रकार करें, इस विषय में आप इस पोस्ट द्वारा जानकारी प्राप्त कर सकते है : मंत्र सिद्ध करने की विधि
नवरात्रि के समय माँ दुर्गा के सभी स्वरूपों की मंत्र द्वारा आराधना :
माँ दुर्गा का प्रथम स्वरुप : शैलपुत्री : मंत्र : ह्रीं शिवायै नम: ||
माँ दुर्गा का दूसरा स्वरुप : ब्रह्मचारिणी : मंत्र : ह्रीं श्री अम्बिकायै नम: ||
माँ दुर्गा का तीसरा स्वरुप : चन्द्रघंटा : मंत्र : ऐं श्रीं शक्तयै नम: ||
माँ दुर्गा का चौथा स्वरुप : कूष्मांडा : मंत्र : ऐं ह्री देव्यै नम: ||
माँ दुर्गा का पाँचवा स्वरुप : स्कंदमाता : मंत्र : ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नम: ||
माँ दुर्गा का छटा स्वरुप : कात्यायनी : मंत्र : क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम: ||
माँ दुर्गा का सातवाँ स्वरुप : कालरात्रि : मंत्र : क्लीं ऐं श्री कालिकायै नम: ||
माँ दुर्गा का आठवां स्वरुप : महागौरी : मंत्र : श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: ||
माँ दुर्गा का नौवा स्वरुप : सिद्धिदात्री : मंत्र : ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम: ||
नवरात्रि के पवित्र दिनों में आप माँ दुर्गा के उपरोक्त सभी स्वरूपों की अलग-अलग दिन मंत्र द्वारा आराधना कर सकते है | जो भक्त निस्वार्थ भाव से माँ दुर्गा(Maa Durga Mantra )की आराधना करते है वे इसके चमत्कार स्वयं ही अनुभव करते है | कलियुग के समय में माँ दुर्गा जी की पूजा आपको धन-धान्य व निरोगी काया व सुख-सम्रद्धि प्रदान करने वाली है |