भगवान शिव का प्रतीक रुद्राक्ष को गले में धारण करना बहुत ही पवित्र व शुभ फल देने वाला माना गया है | रुद्राक्ष को इनके मुख के आधार पर एक से 22 मुखी तक अलग-अलग किया है | मुख्य रूप से एक से 14 मुखी रुद्राक्ष को प्रचलन में माना गया है | रुद्राक्ष को धारण करने वाले जातक भगवान शिव की कृपा पाते है | इसके साथ ही राशि(Kark Rashi Rudraksha) के अनुसार रुद्राक्ष पहनना बहुत ही शुभ व आपकी सभी समस्याओं को हल करने वाला माना गया है | सभी रुद्राक्ष अगल-अलग देव -राशी व ग्रहों से सम्बंधित है | अपनी राशी के अनुसार उपयुक्त रुद्राक्ष आपके जीवन खुशियों से भर देता है |
Kark Rashi Rudraksha
कर्क राशी के लिए रुद्राक्ष :
आज हम आपको कर्क राशी के जातकों के लिए उपयुक्त रुद्राक्ष कौन सा है, इस विषय में जानकारी देंगे | कर्क राशि के स्वामी गृह चंद्रमा है | राशि क्रम में कर्क राशि चौथे स्थान पर है | हू , हे , हो , डा , डी , डे , डू , डो , अगर आपका नाम उपरोक्त अक्षर में किसी एक से शुरू होता है तो समझ जाये आपकी राशि कर्क है |
Kark Rashi Rudraksha
कर्क राशी के लिए उपयुक्त रुद्राक्ष — || 2 मुखी रुद्राक्ष ||
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशी के जातकों के लिए 2 मुखी रुद्राक्ष को विधिवत गले में धारण करना शुभ माना गया है |
- 2 मुखी रुद्राक्ष में चंद्रमा का आशीर्वाद निहित होता है | इसलिए 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से चंद्रमा जैसी शीतलता मिलती है | आपका मन शांत रहता है |
- आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर होने पर 2 मुखी रुद्राक्ष आपके लिए प्रभावी सिद्ध होता है |
- 2 मुखी रुद्राक्ष गले में धारण करने से वैवाहिक जीवन में खुशियाँ आती है |
- मोटापा व ह्रदय रोग दूर करने में 2 मुखी रुद्राक्ष प्रभावी है |
- पति -पत्नी के बीच कलह दूर होकर परस्पर प्रेम बढ़ता है |
- कर्ज से छुटकारा पाने में भी 2 मुखी रुद्राक्ष के प्रभाव देखे जा सकते है |
- शरीर से ऊपरी बाधा दूर करने में नेगेटिव एनर्जी दूर करने में 2 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से लाभ मिलता है |
रुद्राक्ष/(Kark Rashi Rudraksha) को सिद्ध करके गले में धारण करने से जातक को सामान्य की अपेक्षा 10 गुना अधिक लाभ मिलता है | इसलिए यदि संभव हो सके तो सिद्ध(अभिमंत्रित) रुद्राक्ष ही गले में धारण किया जाना चाहिए | यह post पढ़े : 2 मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने की विधि || रुद्राक्ष को गले में धारण करने के साथ ही रुद्राक्ष धारण करने के नियम का पालन भी अवश्य करना चाहिए |