मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर स्थान पर स्थित है | यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है | हनुमान जी को यहाँ बालाजी के रूप में पूजा जाता है | पूरे भारत में यह मंदिर अपने चमत्कार के कारण प्रसिद्द है | भूत-प्रेत बाधा दूर करने में यह स्थान सबसे अधिक प्रभावी है | बालाजी हनुमान जी के बचपन का नाम है | इस मंदिर(Mehandipur Balaji Mandir Rajasthan) में बालाजी महाराज के साथ-साथ प्रेतराज जी सरकार व कोतवाल के रूप में भैरव भी विराजमान है | तीनों देवों की कृपा से इस स्थान पर भूत-प्रेत से पीड़ित रोगी शीघ्र ही ठीक होने लगते है |
जहाँ प्रेतराज जी सरकार बुरी आत्माओं को दण्डित करने का कार्य करते है तो कोतवाल के रूप में भैरव जी उन्हें बाँधने का कार्य करते है | तीनों देवों की कृपा यहाँ मंदिर के अन्दर आते ही भक्त स्वयं महसूस करने लगते है | जो व्यक्ति भूत-प्रेत आदि में विश्वास नहीं करते उनका यह भ्रम इस मंदिर(Mehandipur Balaji Mandir Rajasthan) के आस-पास आते ही दूर हो जाता है | यहाँ शाम के समय होने वाली आरती में आप भूत-प्रेत व बुरी शक्तियों को प्रताड़ित होते देख सकते है | भूत-प्रेत से पीड़ित रोगी किस प्रकार हर पल जीवन से संघर्ष करते है यह सब आप इस स्थान पर आकर जान सकते है |
पूरे उत्तर भारत से भूत-प्रेत से पीड़ित रोगियों का इलाज करवाने हेतु उनके परिवारजन हनुमान जी के इस पवित्र धाम पर आते है | हनुमान जी की कृपा से ऐसे रोगी जल्द ही ठीक भी होने लगते है | भूत-प्रेत से पीड़ित रोगी को जैसे ही प्रसाद खिलाया जाता है वे झूमने लगते है | जिन लोगों पर भूत-प्रेत का साया हो व प्रत्यक्ष रूप से कभी सामने न आये ऐसे में उन्हें इस स्थान पर लाने से उनके अन्दर के भूत बोलने लगते है | लगातार कुछ दिनों तक बालाजी के इस पवित्र धाम पर रुकने से भूत-प्रेत हमेशा हमेशा के लिए रोगी के शरीर को छोड़ देते है |
Mehandipur Balaji Mandir Rajasthan :
कुछ लोगों में ऐसी अवधारणा है कि हनुमान जी के इस स्थान पर केवल उन्हीं लोगों को आना चाहिए जो भूत-प्रेत जैसी ऊपरी बाधाओं से पीड़ित हो | किन्तु यह अवधारणा पूर्णतया गलत है | हनुमान जी में विश्वास और आस्था रखने वाले भक्त इस पवित्र धाम पर हनुमान जी दर्शन कर आ सकते है | यहाँ तक कि विदेशों से भी भक्त हनुमान जी के इस पवित्र धाम पर उनके दर्शन करने आते है | वैसे तो हनुमान जी के इस पवित्र धाम पर हर रोज भारी भीड़ दर्शन करने आती है किन्तु मंगलवार और शनिवार के दिन यहाँ बहुत बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते है |
बालाजी महाराज जी मूर्ति के ठीक नीचे एक कुंड है जिसमें पानी कभी खत्म नहीं होता | बालाजी महाराज की मूर्ति में ह्रदय स्थान से एक बारीक जलधारा सदैव निकलती रहती है व नीचे जल कुंड में गिरती रहती है | इसी जल से भक्तों को आशीर्वाद रूप में छींटे लगाये जाते है |
अन्य जानकारियाँ :-
- भारत के 5 ऐसे प्रसिद्ध मंदिर, जहाँ होती है तंत्र साधनाओं में सिद्धियाँ प्राप्त
- काशी विश्वनाथ मंदिर के 10 रोचक तथ्य ! काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग सम्पूर्ण जानकारी
- ज्वाला देवी मंदिर, 51 शक्तिपीठों में से माँ का सबसे चमत्कारिक मंदिर
- भारत के ऐसे प्रसिद्ध और चमत्कारिक 10 हिन्दू मंदिर, जहाँ होती है सभी मनोकामनाएं पूरी
- प्रेम मंदिर
कैसे पहुंचे बालाजी मंदिर :-
जयपुर से यह मंदिर मात्र 67 km की दूरी पर है जो कि जयपुर , आगरा राजमार्ग नं 11 पर आता है | दिल्ली से जयपुर रेलमार्ग के मध्य बांदीकुई रेलवे स्टेशन से यह मंदिर मात्र 32 km की दूरी पर है | बांदीकुई रेलवे स्टेशन उतरने के बाद हर 5 मिनट में यहाँ से बालाजी मंदिर(Mehandipur Balaji Mandir Rajasthan) के लिए बस जाती रहती है | दिल्ली से बालाजी मंदिर के बीच दूरी 225 km है |
बहुत ही उम्दा जानकारी।
जय श्री मेहंदीपुर बालाजी महाराज
जय श्री प्रेत राज सरकार
जय श्री भैरव जी महाराज
जय श्री राम