ग्रहों की महादशा-अन्तर्दशा के विषय में जानकारी

एक जातक अपनी जन्म कुंडली में विंशोत्तरी दशा सारणी के माध्यम से यह पता लगा सकता है कि कब और किस समय कौन से गृह की महादशा का प्रभाव उसके जीवन पर होने वाला है | एक जातक की कुंडली में जब कोई गृह सबसे अधिक प्रभावशाली होता है तो वह उस गृह की महादशा/Grah ki Mahadasha कहलाती… Read More »

श्री दुर्गा बीसा यंत्र | दुर्गा बीसा यंत्र के लाभ व सिद्ध करने की विधि

हिन्दू धरम में देव कृपा पाने के लिए जातक यंत्र -मंत्र और तंत्र की सहायता लेते है | किसी देव को प्रसन्न करने के लिए यंत्र -मंत्र और तंत्र तीनों ही प्रभावशाली मार्ग है | आज हम आपको माँ दुर्गा के शक्तिशाली यंत्र – श्री दुर्गा बीसा यंत्र/Durga Bisa Yantra के विषय में जानकारी देने वाले है |… Read More »

मुक्ताशुक्ति पिष्टी व भस्म के लाभ व उपयोग

मुक्ताशुक्ति एक आयुर्वेदिक औषधि है जो मोती सीप के खोल द्वारा निर्मित की जाती है | बाजार में मुक्ताशुक्ति – भस्म और पिष्टी के रूप में मिलती है | वैसे तो मुक्ताशुक्ति भस्म और पिष्टी दोनों के गुण समान से प्रतीत होते है लेकिन उपयोग के आधार पर दोनों अलग-अलग प्रकृति रखते है | मुक्तिशुक्ति भस्म जहाँ स्वभाव… Read More »

स्वर्णमाक्षिक भस्म के लाभ व उपयोग

सोनामक्खी एक उपधातु है | इसमें बहुत अल्पांश में स्वर्ण होने तथा इसके गुणों में सोने के गुण कुछ अल्पता में होने और इसमें स्वर्ण जैसी कुछ चमक होने से इसको स्वर्ण माक्षिक कहते है | शास्त्रों के अनुसार स्वर्ण माक्षिक/Swarnmakshik Bhasma का उपधातु निश्चित होता है क्योंकि इसमें कुछ स्वर्ण के गुण और सहयोग होते है |… Read More »

शनि दोष निवारण हेतु सरल उपाय

हिन्दू धर्म में शनिदेव को न्याय के देव कहा गया है | मनुष्य के पाप और पुण्य का फल शनिदेव द्वारा ही दिया जाता है | इसलिए शनिदेव को जज की संज्ञा दी जा सकती है | जातक जीवन में जो भी कष्ट – दुःख -पीड़ा अनुभव करता है या सुख -भोग करता है वह सब शनिदेव द्वारा… Read More »