कपालभाति प्राणायाम | रोगों को दूर करने व स्वस्थ रहने का मूल मंत्र

मानव शरीर को रोगमुक्त करने में व शरीर को वृद्धाअवस्था में भी स्वस्थ बनाये रखने में योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | योग केवल मानव शरीर को स्वस्थ करने की क्रिया ही नहीं अपितु यह तो योग का प्राथमिक कार्य है | प्राणायाम भी योग का ही हिस्सा है जो शरीर के आंतरिक भाग को बल देने… Read More »

ज्योतिष विज्ञान क्या है ? ज्योतिष विज्ञान, सिर्फ एक अनुमान या फिर विज्ञान

ज्योतिष विज्ञान भारत की ऐसी प्राचीन विद्या है जो यह प्रमाणित करती है कि हमारे सौरमंडल में सूर्य के साथ-साथ सभी 9 ग्रहों का प्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन पर प्रभाव पड़ता है | भारतीय सभ्यता में लगभग 4000 वर्ष से भी अधिक पुराना यह ज्योतिष विज्ञान आज के समय में बहुत से विद्वानों के लिए वरदान सिद्ध… Read More »

धर्म के बाद क्या ? जीवन को पूर्ण आनंदित कैसे बनायें ?

धर्म के बारे में हमने आपको बताया वह कर्म वह विचार जो आपकी आत्मा को परमात्मा को ओर ले जाए, धर्म है | अब हमने किसी भी धर्म को अपनाया इसके बाद क्या करें कि हमारी निकटता परमात्मा से बनी रहे | धर्म के बाद आता है योग | योग का नाम लेते ही आपकी सोच एक अलग… Read More »

पितृऋण क्या है ? जन्म कुंडली में पितृऋण की पहचान कैसे करें ?

हमारे पितरों( पूर्वजों) का क्रियाकर्म आदि विधि सम्मत ढंग से नहीं किये जाने पर पितर हमें सताते है | इसे ही पितृऋण/(Pitra Rin in Hindi) कहते है | पितृऋण का सबसे बड़ा सिद्धांत है – ‘ करे कोई, भरे कोई ‘ | पिता की गलती का परिणाम पुत्र को भोगना होता है | अनजाने में महाराज दशरथ ने… Read More »

धर्म क्या है ? और अधर्म क्या है ?

मनुष्य के द्वारा किया हुआ हर वह कार्य जिससे सृष्टि के रचियता परमपिता परमेश्वर की निकटता बढ़ने का अहसास होता है – धर्म कहलाता है | ठीक इसके विपरीत जिस कार्य के करने से आत्मा और परमात्मा की दूरियाँ बढ़ने लगे – अधर्म(Dharm Adharm Kya Hai) कहलाता है | अब आप कैसे जानेगें कि परमात्मा से निकटता बढ़… Read More »