Tag Archives: bhairav aradhna

काल भैरव अष्टकं मंत्र | शत्रुओं से छुटकारा,भूत-प्रेत और ऊपरी बाधा में प्रभावशाली मंत्र

भगवान शिव के रूद्र रूप कहे जाने वाले भैरव को उग्र और सौम्य दोनों रूपों में पूजा जाता है | बाल भैरव व बटुक भैरव के रूप में जहाँ भैरव सभी सुख-सम्रद्धि देने के साथ-साथ अपने भक्तों का कल्याण करते है वहीं काल भैरव/Kala Bhairava के रूप में भैरव को उग्र माना गया है | इस रूप में… Read More »

काल भैरव मंत्र साधना | काल भैरव मंत्र को सिद्ध करने की सरल व संशिप्त विधि |

भगवान शिव के रूद्र रूप कहे जाने वाले भैरव जी को वर्तमान समय में काल भैरव और बटुक भैरव के रूप में अधिक पूजा जाता है | जहाँ भैरव जी को बटुक भैरव के रूप में सौम्य और सात्विक माना गया है | वहीं काल भैरव के रूप में भैरव जी को उग्र और सभी तंत्र क्रियाओं के… Read More »

भैरव जी के 12 स्वरुप | ग्रहस्थ जीवन में करें भैरव जी के इन 3 रूपों की आराधना |

हिन्दू धरम में देवता का स्वरुप चाहे कोई भी हो आराधक के मन में जो एक बार छवि बैठ जाती है फिर जीवन भर वह उस छवि को बदल नहीं पाता | जैसे : भक्त सूरदास जी कृष्ण भगवान के बाल रूप के ही उपासक रहे थे | उसी रूप की वे उपासना करते रहे | कोई -कोई… Read More »

माँ बगलामुखी साधना विधि | 41 दिन की माँ बगलामुखी मंत्र साधना इस प्रकार करें

माँ की दस महाविद्याओं में से 8वीं महाविद्या माँ बगलामुखी को स्तम्भन की देवी कहा गया है | कलियुग के समय में बगलामुखी की साधना से साधक के सभी कार्य शीघ्र सिद्ध होने लगते है | मारण , मोहन , उच्चाटन , वशीकरण , अनिष्ट ग्रहों की शांति , मनचाहे व्यक्ति का मिलन , धनप्राप्ति , शत्रुओं का… Read More »