क्या आप जानते है औघड़ विद्या भी ऊपरी बाधाओं को दूर करने में सबसे अधिक प्रभावी विद्या मानी गयी है | अघोरी पंथ द्वारा दी गयी इस विद्या का प्रयोग न केवल अघोरी साधू ही कर सकते है | बल्कि बहुत से ऐसे छोटे-छोटे प्रयोग है जिन्हें सामान्य व्यक्ति भी प्रयोग कर सकते है | इन्ही सरल प्रयोगों में से एक प्रयोग के विषय में हम आपको आज जानकारी देने वाले है |
आज औघड़ गणित विद्या के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि रोगी के ऊपर किस क्रिया का प्रयोग किया गया है : जैसे : वशीकरण क्रिया, तांत्रिक क्रिया, भूत-प्रेत का साया या फिर पितृदोष आदि |
रोगी को अपने सामने बिठा ले | अब नीचे दिए गये चित्र को एक कोरे कागज़ पर बना ले | अब रोगी को बोले चित्र में दिए गये 12 नम्बरों में से किसी एक नम्बर पर अपनी ऊँगली रखे |
औघड़ गणित चित्र : –
रोगी उपरोक्त औघड़ गणित के चित्र में जिस भी घर में अपनी ऊँगली रखता है उस नम्बर को नोटिस कर ले | अब नीचे दी गयी समीकरण के अनुसार आप आसानी से पता कर सकते है कि रोगी पर किस क्रिया का प्रयोग हुआ है |
यदि रोगी 1 ,5 , 7 में से किसी नंबर पर अपनी ऊँगली रखता है तो समझ जाए उस पर किसी वशीकरण विद्या का प्रयोग हुआ है |
यदि रोगी 4 , 8 , 10 में से किसी नंबर पर अपनी ऊँगली रखता है तो समझ जाये उस पर तांत्रिक क्रिया का प्रयोग हुआ है |
यदि रोगी 6 , 11 , 12 में से किसी नंबर पर अपनी ऊँगली रखता है तो समझ जाए उस पर भूत-प्रेत का साया है |
यदि रोगी 2 , 3 , 9 में से किसी नंबर पर अपनी ऊँगली रखता है तो समझ जाए वह पितृदोष से पीड़ित है |
इस प्रकार बड़ी ही आसानी से आप पता कर सकते है किसी पीड़ित व्यक्ति पर किस प्रकार की क्रिया का प्रयोग किया गया है | आपको ये जानकारी कैसी लगी हमें अपने कीमती कुमेंट्स जरुर share करें |