हिन्दू धर्म में शनिदेव को न्याय के देव कहा गया है | मनुष्य के पाप और पुण्य का फल शनिदेव द्वारा ही दिया जाता है | इसलिए शनिदेव को जज की संज्ञा दी जा सकती है | जातक जीवन में जो भी कष्ट – दुःख -पीड़ा अनुभव करता है या सुख -भोग करता है वह सब शनिदेव द्वारा कार्यान्वित होता है | किसी जातक की कुंडली में शनि की साढ़े साती – ढैय्या का प्रभाव जातक के जीवन को नरक की पीड़ा का अनुभव करा सकता है | कुंडली में शनि गृह/Shani Dosh Nivaran Upay पीड़ा देने वाले है तो समझ जाए आपने पूर्वजन्म में बहुत पाप किये है और इस जन्म में उनका दंड शनिदेव द्वारा आपको अनुभव कराया गया है |
एक जातक जीवन में जो पाप करता है उनका दंड उसे इसी जीवन में या आने वाले जीवन में अवश्य भोगना होगा | तो क्या मात्र शनिदेव की पूजा आराधना से और कुछ सरल से उपाय करने से, क्या आपका पाप कम हो जायेगा ? क्या ऐसा करने से आप उस पाप के दंड से बच जायेंगे ? उदाहरण के लिए : आप किसी जीव की इस जन्म में हत्या कर देते है और आप चाहते है शनिदेव की पूजा करने से उन्हें प्रसन्न करने से आप उस पाप से मुक्त हो जायेंगे, कदापि नहीं | आपके द्वारा किये गये पाप कर्म का दंड तो आपको भोगना ही होगा | हाँ आपके पुण्य कर्म और शनिदेव की आराधना से आप उस दंड(पीड़ा) का कम अनुभव करेंगे और उस विषम परिस्थिति में आपको मानसिक द्रढ़ता मिलेगी(Shani Dosh Nivaran Upay) |
आपकी जन्म कुंडली में शनि दोष आपको भयंकर पीड़ा का अनुभव करा सकते है | इस पीड़ा को कम करने के लिए व इससे लड़ने के लिए और मानसिक रूप से ऐसी परिस्थिति में मजबूत बनने के लिए आज हम आपको कुछ सरल से उपाय बता रहे है | इन्हें प्रयोग करें और शनि की पीड़ा से राहत पायें :
Shani Dosh Nivaran Upay
शनि दोष निवारण हेतु उपाय : –
- प्रतिदिन सुबह स्नान आदि से निवृत होकर खाली पेट गाय को 2 रोटी और कुछ मीठा खिलाये | इस कार्य को आप कुछ दिन न करके अपितु जब तक संभव हो सके करते जाए | गाय सेवा से आपके कष्ट धीरे-धीरे दूर होने लग जायेंगे | माह में एक बार गौशाला में जाकर अपने हाथों से सभी गायों को थोड़ा-थोड़ा गुड अवश्य खिलाये | गौशाला के दानपत्र में कुछ राशी समय-समय पर अवश्य डाले |
- जब भी आप खाना खाने बैठे, अपने खाने से छोटा सा हिस्सा कुत्ते के लिए अवश्य रखे | खाना खाने के बाद यह रोटी का टुकड़ा कुत्ते को खिला दे |
- शनिवार की शाम को काले कुत्ते को तेल की चुपड़ी हुई रोटी खिलाए |
- ऐसे गैर सरकारी संगठन जहाँ निशुल्क अपाहिज बच्चों का इलाज किया जाता हो | वहाँ हर माह दान में कुछ राशी जरुर दे |
- अनाथ आश्रम में दान देने की आदत बनाये |
- प्रतिदिन पक्षियों को दाना डाले | गर्मियों में पक्षियों के लिए पानी का घड़ा अवश्य रखा करें |
- दूसरों का अहित न करें | किसी जरूरतमंद की सहायता करें |
- दूसरों को पुण्य कर्म करने के लिए प्रेरित करें (Shani Dosh Nivaran Upay) |
शनिदेव यह नहीं चाहते कि जब मेरी कुद्रष्टि आप पर पड़े तब आप मेरी आराधना करें और मुझसे दया की विनती करें अपितु वह चाहते है कि आप पुण्य कर्म करते जाये ताकि मेरी कुद्रष्टि का सामना आपको कभी करना ही न पड़े |
शनि देव पूजा – शनि देव मंत्र जप और अनुष्ठान आदि से भी आप शनिदोष से निवारण पा सकते है किन्तु आज हमने आपको उन उपायों के विषय में जानकारी दी है जिनसे शनिदोष/Shani Dosh Nivaran Upay ही नहीं अपितु कुंडली के सभी नवग्रह दोष दूर होते है |