आधुनिक समय में ग्रीन टी का प्रयोग बढ़ चढ़ कर किया जाने लगा है | अक्सर लोग दूसरों को देखकर ही चीजों को प्रयोग करना शुरू कर देते है | ग्रीन टी का इस्तेमाल भी लोग एक दुसरे को देखकर करने लगे है | वैसे आपको बता दे ग्रीन टी का प्रयोग करना एक अच्छी आदत है | अगर आपने भी ग्रीन टी का प्रयोग करना शुरू कर दिया है तो इस आदत को बनाये रखे और इससे मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ(Green Tea ke Labh)को भी अवश्य ही जान लेना चाहिए |
ग्रीन टी क्या है : –
ग्रीन टी एक एंटीवायरल और एंटीओक्सिडेंट होने के साथ-साथ एंटीकैविटी गुणों से भरपूर है | ग्रीन टी को कैमेलिया साइनेन्सिस नामक पौधे से बनाया जाता है | इस पौधे की पत्तियों से न सिर्फ ग्रीन टी को बनाया जाता है बल्कि अन्य बहुत सी और भी प्रकार की चाय बनायीं जाती है | ऐसा माना जाता है कि ग्रीन टी का प्रयोग सर्वप्रथम प्राचीन चीन और भारत में किया जाता था इसके बाद धीरे-धीरे मध्य एशिया और फिर पूरे विश्व में प्रयोग किया जाने लगा |
ग्रीन टी से कौन-कौन से विटामिन्स और पौषक तत्व प्राप्त होते है : –
- एनीमो एसिड व एन्जाईम्स
- कर्बोहाईड्रेट
- मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैंगनीज, लौह, क्रोमियम, तांबा व जिंक जैसे खनिजों की मात्रा
- विटामिन – c
- प्रोटीन
- विटामिन बी-6
ग्रीन टी के लाभ/Green Tea ke Labh : –
स्वास्थ्य की द्रष्टि से ग्रीन टी एक बहुत ही अच्छा पेय पदार्थ है | यह न सिर्फ पीने में स्वादिष्ट होता है बल्कि शरीर से अनावश्यक फैट कम करने में रामबाण औषधि के रूप में कार्य करता है | आइये ग्रीन टी से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभ/Green Tea ke Labh के विषय में विस्तार से जानते है : –
वजन कम करने में सहायक : –
ग्रीन टी का दैनिक रूप से एक कप प्रयोग करने से शरीर में जमा वसा कम होती है | यह विशेष रूप से पेट के हिस्से की चर्बी को कम करती है इसलिए जो लोग मोटापे से परेशान है उन्हें ग्रीन टी का सेवन नियमित रूप से औषधि के रूप में करना चाहिए | लगातार तीन माह के प्रयोग से अच्छे परिणाम देखने को मिलते है | ग्रीन टी में मौजूद केटेचिन नमक तत्व शरीर से अतिरिक्त वसा तोड़ने का कार्य करता है |
शुगर और कोलेस्ट्रोल :-
आज के समय में शुगर और कोलेस्ट्रोल एक भयानक बीमारी के रूप में सामने आये है | आज हर दूसरा व्यक्ति शुगर या कोलेस्ट्रोल बढ़ने से परेशान है | शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में ग्रीन टी का प्रयोग आपके लिए सहायक सिद्ध हो सकता है | टाईप 1 और टाईप 2 दोनों ही प्रकार के शुगर के मरीजों के लिए ग्रीन टी फायदेमंद सिद्ध होती है | शरीर में कोलेस्ट्रोल के बढ़ने पर ग्रीन टी का सेवन किया जाना चाहिए इससे शरीर में जमा खराब कोलेस्ट्रोल कम होता है | इसके साथ ही ग्रीन टी ह्रदय धमनियों को भी साफ़ करने का कार्य करती है जिससे ह्रदय जनित बीमारियाँ दूर होती है |
ब्लड प्रैशर : –
उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए भी ग्रीन टी का प्रयोग किया जाता है | ग्रीन टी के नियमित प्रयोग से ब्लड प्रैशर control में रहता है | जो लोग शराब आदि के सेवन करते है उन्हें भी ग्रीन टी का प्रयोग अवश्य करना चाहिए |
एंटी कैंसर : –
बहुत कम लोगों को इस विषय में जानकारी होती है कि ग्रीन टी का नियमित प्रयोग से कैंसर की रोकथाम होती है(Green Tea ke Labh) | शरीर में कैंसर सेल्स नहीं बनते | पशुओं पर किये गये एक अध्धयन में पाया गया कि ग्रीन टी में मौजूद पोलिफेनाल ट्यूमर बढ़ने से रोकता है साथ ही पैराबैगनी किरणों से होने वाली क्षति को भी कम करता है |