श्री राम भक्त हनुमान जी की उपासना कलियुग में आपके सभी दुखों को हरने वाली है | जो भक्त सच्चे मन से हनुमान जी की भक्ति करते है वे सदैव खुशहाल जीवन व्यतीत करते है | एक भक्त के लिए स्वयं हनुमान जी प्रेरणास्त्रोत है एक सच्चा भक्त बनने का | हनुमान जी का जीवन भगवान श्री राम की भक्ति को समर्पित है | जब कभी भी सच्चे भक्त/Hanuman Bhakti की बात होती है तो हनुमान जी उस पंक्ति में सबसे आगे है | वे हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत है कि अपने प्रभु की भक्ति में स्वयं को किस प्रकार अपने प्रभु को समर्पित करना है | यदि आपकी भक्ति भी हनुमान जी के जैसे ही सच्ची है तो प्रभु के आशीर्वाद से आपको कोई नहीं रोक सकता |
आज के समय में जिसे देखो वो हनुमान जी का भक्त होने का दावा करता है | स्वयं को हनुमान जी का बड़ा भक्त बताता है | मंगलवार के दिन हनुमान जी के नाम से व्रत रखता है | हनुमान चालीसा का पाठ करता है | हनुमान अष्टक व बजरंग बाण आदि का पाठ करता है | मंदिर जाता है प्रसाद आदि चढ़ाता है | क्या यह सब करने मात्र से वह हनुमान जी का भक्त मान लिया जायेगा ? हाँ, आज के युग में तो माना ही जा सकता है जहाँ अपने प्रभु के लिए इतना समय देना भक्त के लिए बहुत गर्व की बात मान ली जाती है |
हनुमान चालीसा , बजरंग बाण , हनुमान अष्टक , सुन्दरकाण्ड व हनुमान जी के व्रत रखना ये सभी हनुमान जी की उपासना करने के मार्ग हो सकते है उन्हें प्रसन्न करने के मार्ग हो सकते है या आपके संकट दूर करने के मार्ग हो सकते है किन्तु हनुमान जी का सच्चा भक्त बनने के मार्ग में यह मात्र प्रथम सीढ़ी है | अब आपके मन में यह प्रश्न अवश्य उठ रहा होगा कि आखिर हनुमान जी के प्रति सच्ची भक्ति क्या है ? आइये जानते है :
Shree Hanuman Bhakti :
सच्ची हनुमान भक्ति :
हिन्दू धर्म में बहुत से देव व देवी है जिनकी भक्ति व उपासना सरल है क्योंकि उनकी भक्ति में कठोर नियम नहीं है | किन्तु हनुमान जी के सच्चे भक्त/Hanuman Bhakti बनने के लिए आपको कठिन परीक्षा देनी होगी | स्वयं की इन्द्रियों को वश में रखना होगा | कठोर नियमों का पालन करना होगा | जिनका पालन करना एक सामान्य मनुष्य के लिए बहुत कठिन हो जाता है |
सच्ची हनुमान भक्ति के नियम : –
- हनुमान जी का सच्चा भक्त बनने के लिए आपको हर प्रकार के नशे आदि से दूर होना होगा | जैसे शराब , धूम्रपान व अन्य मादक नशे आदि |
- अपने अंदर की वासना को नियंत्रित करना होगा | यदि आपका विवाह नहीं हुआ है तो पूर्ण रूप से ब्रम्चार्य का पालन करना अनिवार्य है | किसी पराई स्त्री के प्रति या किसी लड़की के प्रति मन में उठने वाले वासना भाव को भी आपको नियंरण में लाना होगा | शारीरिक रूप से ही नहीं अपितु मानसिक रूप से भी वासना पर नियंत्रण एक सच्चे हनुमान भक्त के लिए अनिवार्य माना गया है |
- हनुमान जी के प्रति आपके भाव सच्चे व द्रढ़ होने चाहिए |
- अपने ईष्ट देव के प्रति अपने विश्वास को द्रढ़ बनाना होगा |
- सभी सामाजिक बुराइयों को नियंत्रण में लाना होगा जैसे : दूसरों का अहित करना, दूसरों के प्रति घ्रणा भाव , अत्यधिक स्वार्थी होना , झूठ बोलना, हिंसा करना , कटुर वचन बोलना , अपने वचन को न निभाना , अपने से बड़ों का आदर न करना , बुरी संगत में रहना व जुआ आदि खेलना ये ऐसी सामाजिक बुराइयाँ है जिनसे एक मनुष्य के नैतिक मूल्यों का ह्रास होता है व धर्म की द्रष्टि से ये सभी आपके कर्म का हिस्सा है और धर्म और कर्म दोनों के सयुंक्त प्रयास ही एक व्यक्ति को सच्ची भक्ति/Hanuman Bhakti के मार्ग पर ले जाते है |