हनुमान मंत्र साधना विधि और नियम

By | September 14, 2018

कलियुग में  हनुमान जी एक ऐसे देव है जो भक्तों की मनोकामना को अतिशीघ्र पूर्ण करते है | वैसे तो श्री राम भक्त हनुमान भगवान श्री राम के नाम लेने से ही प्रसन्न हो जाते है लेकिन यदि आप चाहते है किसी बड़ी मनोकामना को पूरा करना या फिर किसी बड़े संकट से छुटकारा पाना तो ऐसे में हनुमान जी के प्रिय मंत्र द्वारा उनकी साधना करना सबसे अच्छा विकल्प है | हनुमान जी की साधना(Hanuman Sadhna)में साधक के भाव के ऊपर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार से स्वयं को हनुमान जी के प्रति समर्पित करता है |

यदि आप नियमपूर्वक साधना समय को पूरा करते है तो आपकी मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है | यदि साधक मंत्र साधना में सिद्धि अर्जित करने के उद्देश्य से साधना को करता है तो उसे पूर्णरूप से स्वयं को हनुमान जी के प्रति समर्पित करना होगा | किसी भी साधना में सिद्धि प्राप्त करना एक कठिन कार्य है लेकिन असंभव बिल्कुल नहीं | यदि आप द्रढ़ संकल्प के साथ पूर्ण विधि और नियमों का पालन करते हुए साधना करते है तो साधना/(Hanuman Sadhna) में सिद्धि अवश्य ही प्राप्त होती है |

Hanuman Sadhna Mantra 

hanuman sadhna niyam

हनुमान साधना मंत्र : –

||ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकायं हुं फट् ||

अथवा 

ॐ मनोजवं मारुततुल्य वेगम् जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं
वातात्मजं वानर युथमुख्यं श्री रामदूतं शरणं प्रपद्ये || 

आज हमने आपको हनुमान जी के दो मंत्रो के विषय में जानकारी दी है इनमें से किसी भी एक मंत्र द्वारा आप अपनी साधना पूर्ण कर सकते है | साधना की विधि और नियम इस प्रकार से है :

Hanuman Sadhna Vidhi :

हनुमान साधना विधि : –

अपने घर में एक ऐसे कमरे को चुने जिसमें आपको कोई भी परेशान न करें | अब इस कमरे की अच्छे से साफ-सफाई करें | गोमूत्र और गंगाजल मिलाकर पूरे कमरे में छिड़ककर कमरे को पवित्र कर ले | अब कमरे में पूर्व दिशा की तरफ एक चौकी पर केसरियां रंग का कपड़ा बिछाए | अब उस चौकी पर हनुमान जी की प्रतिमा और उनका सिद्ध यंत्र स्थापित करें |

hanuman yantra in hindi

चौकी की बायीं तरफ (ईसान कोण) में एक मिट्टी के कलश की स्थापना करें | इस कलश में पानी भरकर रखे | एक पानी वाला नारियल इसके ऊपर लाल कपड़ा लपेटकर इसे पानी के कलश के ऊपर रख दे | इसके पश्चात् स्वयं भी केसरियां रंग के वस्त्र धारण कर चौकी के सामने लाल आसन बिछाकर बैठ जाए | अब एक घी का दीपक प्रज्वल्लित करें | धुप आदि लगाये(Hanuman Sadhna) |

इतना करने के पश्चात् दायें हाथ में थोड़ा जल लेकर संकल्प ले | संकल्प इस प्रकार ले : – हे परमपिता परमेश्वर मैं( अपना नाम बोले) गोत्र( अपना गोत्र बोले) आपकी कृपा से हनुमान जी का यह मंत्र सिद्ध कर रहा हूँ इसमें मुझे सफलता प्रदान करें | ऐसा कहकर हाथ के जल को नीचे जमीन पर छोड़ दे | अब हाथ से तीन बार जमीन को स्पर्श करते हुए 3 बार बोले – ॐ श्री विष्णवे नमः || अब आप दायें हाथ में गोमुखी में रुद्राक्ष की माला लेकर पहले एक माला अपने गुरु के नाम की करें | इसके बाद एक माला गणेश जी के इस मन्त्र की करें : ॐ गं गणपतये  नमः ||

इतना करने के उपरांत आप भगवान श्री राम का स्मरण करें और अब उपरोक्त हनुमान जी के दो मन्त्रों में से किसी भी एक मंत्र द्वारा मंत्र जप शुरू कर दे | शुरू के कुछ दिन आप मन्त्र जप बोल कर करें, बाद में मन ही मन मंत्र का उच्चारण करें | आप अपने सामर्थ्य के अनुसार मंत्र जप की संख्या निर्धारित करें | जैसे 3 माला या फिर 5 माला या इससे भी अधिक आप कर सकते है | औसत रूप से आप लगभग 45 मिनट से एक घंटे या 1.30 घंटे तक मंत्र जप कर सकते है |

मंत्र जप का समय सुबह सवा 7 , सवा 8 , सवा 9 या फिर सवा 10 इनमें से कोई भी समय निश्चित कर सकते है | प्रतिदिन ठीक उसी समय पर मंत्र जप करें | इस प्रकार यह मंत्र जप आप लगातार 41 दिनों तक करें | 41 दिन पूर्ण होने पर हवन का आयोजन करें और अधिक से अधिक आहुतियाँ हनुमान जी के मंत्र की दे | पूरे 41 दिन तक हनुमान जी की चौकी की स्थापना ऐसे ही रहने दे | साधना पूर्ण होने पर नारियल को कुछ दक्षिणा के साथ हनुमान जी के मंदिर में चढ़ा आये |

साधना काल के दौरान प्रत्येक मंगलवार हनुमान जी को चौला अर्पित करें और मंगलवार के दिन जब भी समय मिले सुंदरकांड का पाठ अवश्य करें | एक डिब्बी में हनुमान जी के चरणों से सिन्दूर लाकर रख ले | प्रतिदिन साधना शुरू करने से पहले उस सिन्दूर से स्वयं को तिलक करें |

किसी भी प्रकार की साधना में हम आपको बहुत ही सरल और संक्षिप्त पूजा विधि के विषय में जानकारी देते है | सम्पूर्ण पूजा विधि एक आम व्यक्ति नहीं कर पाएगा इसलिए हम आपको सरल पूजा विधि के विषय में ही जानकारी देते आये है(Hanuman Sadhna) |

हनुमान साधना

Hanuman Sadhna Ke Niyam :

हनुमान साधना के नियम : –

  • साधना में मंत्र जप की संख्या एक समान रखे और प्रतिदिन एक ही समय पर मंत्र जप करें |
  • मन में द्रढ़ संकल्प और हनुमान जी के प्रति आपका समर्पण भाव सच्चा होना चाहिए |
  • पूर्णरूप से साधना काल के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें |
  • पराई स्त्री या लड़की को हवस की नजर से देखना भी साधना को भंग कर सकता है |
  • हर स्त्री या लड़की में माँ और बहन की नजर से देखने का भाव होना चाहिए |
  • यदि आप शादीशुदा है तो साधना काल के दौरान अपनी पत्नी से संबंध न बनाये |
  • जब भी समय मिले राम का नाम ले | हनुमान जी के भजन सुने | ” राम ”  नाम ही आपको आपकी मंजिल तक ले जा सकता है |
  • साधना काल से दौरान साफ़-सफाई का पूर्ण रूप से ध्यान रखे | स्वयं को स्वच्छ व शुद्ध बनाये रखे |
  • साधना काल के दौरान नीचे जमीन पर ही सोना चाहिए | व व्यर्थ में दूसरों के स्पर्श से बचना चाहिए |
  • साधना करते समय केसरियां रंग के वस्त्र धारण करके ही मन्त्र जप करने चाहिए |

अन्य जानकारियाँ : – 

इस प्रकार यदि आप उपरोक्त विधि के अनुसार हनुमान जी की इस साधना(Hanuman Sadhna) को पूर्ण करते है तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है | हर संकट दूर होते है और मंत्र में सिद्धि प्राप्त होती है | हनुमान साधना में यदि आप अपने गले में सिद्ध हनुमान तावीज को धारण करके साधना करते है तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है | इसलिए पहले गले में सिद्ध हनुमान यन्त्र तावीज धारण करें और फिर हनुमान साधना को शुरू करें | सिद्ध हनुमान यंत्र तावीज बनाने की विधि के विषय में हम अगले post में जानकारी देंगे | यदि आप अल्टीमेट ज्ञान ( आचार्य S. N. शर्मा ) के मार्गदर्शन से सिद्ध हनुमान यंत्र तावीज और सिद्ध हनुमान यंत्र मंगवाना चाहते है तो इस no. द्वारा संपर्क कर सकते है : 9671528510 ||