भगवान श्री कृष्ण के वरदान से खाटू श्याम जी कलियुग में भक्तों का उद्धार करने हेतु अवतरित हुए है | जो भक्त सच्चे मन से उनकी भक्ति करते है खाटू श्याम जी/Khatu Shyam Ji की कृपा उन पर सदैव बनी रहती है | खाटू श्याम जी के द्वार पर आने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं लौटते | खाटू श्याम जी के चमत्कारों के फलस्वरूप आज उनके भक्तों की बड़ी संख्या उनके दर्शन करने आती है | दिन प्रतिदिन खाटूश्याम जी की मान्यता बढती जा रहती है | आप घर पर खाटूश्याम जी आरती/Aarti द्वारा उनकी पूजा -आराधना कर सकते है व उन्हें प्रसन्न कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है |
Khatu Shyam Aarti Lyrics in Hindi :
खाटू श्याम जी की आरती Lyrics :
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे |
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे ||
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे |
तन केसरिया बागो, कुंडल श्रवण पड़े |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
गल पुष्पों की माला, सिर पार मुकुट धरे |
खेवत धूप अग्नि पर दीपक ज्योति जले |
ॐ जय श्री श्याम हरे……
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे |
सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
झांझ कटोरा और घडियावल, शंख मृदंग घुरे |
भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे |
सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
श्री श्याम बिहारी जी की आरती, जो कोई नर गावे |
कहत भक्तजन, मनवांछित फल पावे |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे |
निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे |
ॐ जय श्री श्याम हरे…..||
|| ॐ श्री श्याम देवाय नमः ||
खाटू श्याम जी की आरती/Aarti का गायन मध्यम स्वर में करना चाहिए | आपके मुख से निकले स्वर कर्णप्रिय होने चाहिए | आरती के गायन में त्रुटी न करें | आरम्भ के कुछ दिन आप देख कर आरती/Aarti का गायन कर सकते है किन्तु बाद इसे कंठस्त कर लेना चाहिए | आरती के गायन के समय श्याम बाबा/Khatu Shyam Ji का स्मरण अवश्य करना चाहिए | बुरे विचारों व नशे आदि से दूर रहना चाहिए | आरती पूर्ण होने पर श्याम बाबा के नाम के जयकारे अवश्य लगाये |