नवरात्रि के पवित्र पर्व पर माँ दुर्गा पूजा की सरल और संक्षिप्त विधि

By | March 11, 2018

हिन्दू धर्म में माँ दुर्गा को सबसे बड़ी शक्ति के रूप में पूजा जाता है | वैसे तो भक्त सम्पूर्ण वर्ष माँ दुर्गा की पूजा-आराधना कर सकते है | किन्तु नवरात्रि का समय माँ दुर्गा पूजन(Navratri Durga Puja)का सबसे उत्तम समय माना गया है | हिन्दू धर्म में नवरात्रि का समय सबसे बड़े धार्मिक त्यौहार के रूप में सम्पूर्ण भारत में मनाया जाता है | नवरात्रि का समय किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत के लिए भी सबसे अच्छा समय होता है | नवरात्रि के दिनों में किये गये हवन व यज्ञ आदि का पूर्ण फल प्राप्त होता है |

नवरात्रि के 9 दिनों में माँ के 9 अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है | माँ दुर्गा के 9 रूप इस प्रकार है : मां शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि | नवरात्रि का त्यौहार वर्ष में दो बार मनाया जाता है, प्रथम नवरात्रि चैत्र मास में व दुसरा नवरात्रि पर्व अश्विन मास में जो की आधुनिक कलेंडर के अनुसार क्रमशः मार्च महीने और अक्टूबर,नवम्बर महीने में आते है |

Navratri Durga Puja

Navratri Durga Puja Vidhi :

नवरात्रि में माँ दुर्गा की पूजा विधि :-

पूर्व दिशा में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर माँ दुर्गा की मूर्ति या फोटो स्थापित करें | एक कटोरी में थोड़े चावल डालकर उसमें एक मिट्टी की डली पर लाल धागा लपेटकर गणेश जी की स्थापना करें | ईशान कोण(उत्तर व पूर्व दिशा के मध्य का भाग) में एक मिटटी के क्लश में पानी भरकर रख दे उस पर एक नारियल पर लाल कपडा लपेटकर, लाल धागे से बांधकर रख दे| अब माँ दुर्गा की फोटो के सामने नीचे जमीन पर एक घी का दीपक प्रज्वलित करें साथ में धुप आदि भी लगाये |

Navratri Durga Puja

अब आप सामने आसन बिछाकर बैठ जाये | दायें हाथ में थोडा जल लेकर सकल्प ले :- हे परमपिता परमेश्वर, मै(अपना नाम बोले) गोत्र(अपना गोत्र बोले) | अपने कार्य की पूर्णता हेतू माँ दुर्गा की यह पूजा कर रहा हूँ मेरे कार्य में मुझे सफलता प्रदान करें | ऐसा कहते हुए हाथ के जल को नीचे जमीन पर छोड़ दे |

अब सर्वप्रथम गणेश जी को कुमकुम द्वारा तिलक करें अक्षत अर्पित करें | फिर माँ दुर्गा को तिलक करें और अक्षत अर्पित करें फिर पानी के कलश(वरुण देव) को तिलक करें और अक्षत अर्पित करें | इसी प्रकार से सभी देवों को आप पुष्प अर्पित करें और मिष्ठान आदि अर्पित करें |

अब अपनी आँखे बंद करके माँ का ध्यान करते हुए कुछ समय के लिए इस मन्त्र के मन ही मन जप करें :  ऊँ ह्रीं दुं दुर्गायै नम ” |

अन्य जानकारियाँ :- 

Navratri Durga Puja

ऐसे करने के उपरांत माँ दुर्गा चालीसा का पाठ करें और अंत में माँ दुर्गा की आरती करें | पूजन के पश्चात् 9 छोटी कन्याओं को भोजन अवश्य कराएँ | माँ दुर्गा की पूजा-आराधना करने की यह अत्यंत ही सरल और छोटी विधि है | आप अपने सामर्थ्य और ज्ञान अनुसार पूजा विधान को बड़ा भी कर सकते है | नवरात्रि के समय माँ दुर्गा की पूजा-आराधना भक्तों के सभी कष्ट दूर करने वाली है | नवरात्रि पर्व में आप भी माँ दुर्गा की पूजा-आराधना/(Navratri Durga Puja) करके मनवांछित फल की प्राप्ति कर सकते है |