जन्मकुंडली में राहु के शुभ और अशुभ प्रभाव

राहु चन्द्र का पति है | अंग्रेजी में इसे Dragon’s Head यानि सांप के फन की संज्ञा दी है | ज्योतिष में इसे शनि का एजेंट भी कहा गया है | शनि एक लम्बा चौड़ा सांप है और राहु उसका फन है | इससे जाहिर होता है कि राहु दुष्ट छाया गृह है | राहु का रंग नीला… Read More »

जन्मकुंडली में सूर्य के शुभ और अशुभ फल कैसे जाने ?

अपनी उर्जा और प्रकाश से सूर्य चराचर जगत को पोषण देता है | सूर्य के आदिदेव विष्णु है | सूर्य हमेशा पूर्व से निकलकर पश्चिम में डूबता है | एक मार्ग से उसका भ्रमण दिखाई देता है | उसका गंतव्य अज्ञात है | वह न अपना मार्ग बदलता है और न कभी पीछे कदम हटाता है | सूर्य… Read More »

कैसे जाने, कुंडली में मंगल शुभ फल देने वाला है या अशुभ

मंगल गृह के विषय में यह विशेषता है कि यह या तो शुभ फल देने वाला होता है या फिर अशुभ फल देने वाला होता है | यह कभी भी मध्यम नहीं होता | इस गृह की शुभता या अशुभता दोनों ही पहले दर्जे की होती है | यदि मंगल की शुभ द्रष्टि रहती है तो अव्वल दर्जे… Read More »

एसिडिटी दूर करने करने के Tips व घरेलु उपचार

एसिडिटी दिखाई देने में जितनी सामान्य सी बीमारी है वास्तविक रूप में यह उतने ही खतरनाक परिणाम सामने लेकर आती है | एसिडिटी की बीमारी जीवन भर चलने वाली बीमारी है | जिन लोगों को महीने में एक या दो बार एसिडिटी हो जाती है उनके लिए जीवन भर अपनी आहार शैली के प्रति जागरूक होने की आवश्कता… Read More »

पाँच मुखी रुद्राक्ष के लाभ -सिद्ध व पहनने की विधि

पांच मुखी रुद्राक्ष साक्षात् रूद्र अवतार है | इसके अधिपति गृह ब्रहस्पति देव है | इसलिए ज्योतिष के अनुसार ब्रहस्पति कमजोर होने पर पांच मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जाना चाहिए | जो सच्चे शिवभक्त होते है उन्हें पांच मुखी रुद्राक्ष की माला अवश्य धारण करनी चाहिए | पांच मुखी रुद्राक्ष के प्रति भगवान शिव का विशेष लगाव… Read More »